-तहरीक ए इंसाफ पार्टी के 50 मंत्री ‘लापता’
-इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी है।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान पीएम इमरान खान बढ़ती आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा विपक्षी दल इमरान सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगा चुकी है। पाकिस्तान के प्रधान मंत्री कार्यालय के यूट्यूब चैनल का नाम जल्द बदलने की अटकलें तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि इमरान खान रविवार को इस्लामाबाद में सार्वजनिक रैली के दौरान जनता के सामने प्रधान मंत्री का पद छोड़ सकते हैं। रैली इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ताकत के प्रदर्शन को लेकर की जा रही है। इसके पीछे कारण है विपक्ष का पाकिस्तानी संसद में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव।
प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भले ही कुछ दिनों के लिए टल गया हो, लेकिन उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी खबरें हैं कि इमरान खान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पार्टी के 50 मंत्री (संघीय और प्रांतीय सरकारों के) लापता हैं। उन्हें लंबे समय से सार्वजनिक तौर पर नहीं देखा गया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि 25 संघीय और प्रांतीय सरकारों के करीब 25 सलाहकार भी नजर नहीं आए हैं। हालांकि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान अभी भी ज्यादातर मंत्रियों के समर्थन होने का दावा कर हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी, ऊर्जा मंत्री हमाद अजहर जैसे कई मंत्री उनके साथ देखे जा सकते हैं।
‘डकैतों का ग्रुप’
इमरान खान विपक्षी दलों को ‘डकैतों का ग्रुप’ कह चुके हैं। इस संबंध में इमरान खान राजधानी इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में एक रैली करने वाले हैं। इस रैली में बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इस रैली में इमरान खान जनता के सामने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। शनिवार को पीएम कार्यालय से जुड़े यूट्यूब चैनल के नाम बदलने की अटकलें भी तेज हो गई हैं, पहले इस चैनल का नाम ‘प्रधानमंत्री कार्यालय’ था, जो ‘इमरान खान’ किया जा चुका है।
इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव 28 मार्च तक टाल दिया गया है।
इस बीच, एआरवाई सूत्रों का कहना है कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान के प्रतिनिधि आज इमरान खान से मुलाकात करने वाले हैं। ये पार्टी इमरान की सरकार का समर्थन कर रही है। उधर, पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने कहा है कि उन्होंने इमरान खान को बजट पेश करने के बाद चुनाव कराने की सलाह दी है। इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी है।
राशिद ने कहा कि इसे सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के रुख के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। एक सप्ताह में यह दूसरी बार है जब राशिद ने चल रहे राजनीतिक संकट को खत्म करने के लिए मध्यावधि चुनाव की वकालत की है। वैसे अगला आम चुनाव 2023 में होना है। इससे पहले समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए संदेश में इमरान ने कहा, “मैं चाहता हूं कि मेरे लोग कल परेड ग्राउंड में आएं, कल हम उन्हें(विपक्षी दलों) अपनों का हुजूम दिखाएंगे!”
कैसे होता है मतदान ?
पाकिस्तान से लगातार ऐसी रिपोर्ट्स आ रही हैं कि पीएम इमरान खान की सरकार कभी भी गिर सकती है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं है। ऐसे में पार्टी गठबंधन की सरकार चला रही है।
मतदान प्रस्ताव पेश होने के तीन से सात दिनों के बीच होता है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का महत्वपूर्ण सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए बिना ही शुक्रवार को स्थगित कर दिया गया था। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सांसद खयाल जमां के निधन के चलते सत्र को 28 मार्च शाम तक स्थगित किया जाता है। अब पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने बताया है कि इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान 3 या 4 अप्रैल को होने की संभावना है।