CRPF ने औरंगाबाद वन क्षेत्र में बरामद किया हथियार और विस्फोटकों का जखीरा

नई दिल्‍ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)और बिहार पुलिस की संयुक्‍त टीम ने राज्‍य के पीएस मदनपुर और औरंगाबाद के वन क्षेत्र में सोमवार को तलाशी अभियान छेड़कर बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्‍त किया है। विश्‍वसीय खुफिया जानकारी के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जानकारी के अनुसार, कई टीमों वाली टुकड़‍ियों ने संदिग्ध क्षेत्र में कई स्थानों पर छुपाए गए हथियार गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरे की खोज की। इस अभियान के तहत बरामदगी में मैगजीन के साथ एक 315 बोर की राइफल, अलग-अलग बोर के 3,583 राउंड कारतूस, 4 आईईडी, एक यूबीजीएल माउंट, 2 वायरलेस सेट, एक इंटरसेप्टर, 6 डेटोनेटर, आईईडी के लिए 24 पुल और प्रेशर मैकेनिज्म, 10-15 मीटर कॉर्डटेक्स वायर, 8 मोबाइल फोन, और तमाम नक्सल साहित्य बरामद किया है। इस विशेष ऑपरेशन को खत्‍म करने से पहले, बरामद सभी विस्‍फोटकों और IED को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नष्‍ट किया गया। गौरतलब है कि हाल ही में नक्सल विरोधी अभियान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को बड़ी सफलता मिली थी। जवानों ने झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 14 आईईडी बरामद की थीं। ये सभी आईईडी सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाए गए थे। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपेरशन ग्रेविटास-3 के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और झारखंड पुलिस की टुकड़ियों ने श्रृंखला में लगाए गए 12 आईईडी बरामद किए थे। CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस की 165 बटालियन ने राज्य के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में स्थित कुंदर, सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB) स्थापित किया है। नया FOB सुरक्षा बलों को उस क्षेत्र में केंद्रित अभियान चलाने में मदद करेगा, जिसे माओवादी अपना गढ़ मानते थे। भीतरी इलाकों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी न केवल माओवादियों के खात्‍मे में मददगार साबित होगी बल्कि क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगी। सीआरपीएफ के अनुसार पहले ऑपेरशन में 209 कोबरा और झारखंड पुलिस की टुकड़ियां पश्चिमी सिंहभूम, झारखंड के घने जंगलों में काम कर रही थीं। जैसे ही वे रेंगराहातु फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से लगभग 2 किमी दूर पहुंचे, क्षेत्र को ध्यान से स्कैन करते हुए जवानों ने जमीन में दबा एक IEDसीआरपीएफ के अनुसार पहले ऑपेरशन में 209 कोबरा और झारखंड पुलिस की टुकड़ियां पश्चिमी सिंहभूम, झारखंड के घने जंगलों में काम कर रही थीं। जैसे ही वे रेंगराहातु फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से लगभग 2 किमी दूर पहुंचे, क्षेत्र को ध्यान से स्कैन करते हुए जवानों ने जमीन में दबा एक आईईडी बरामद किया। जानकारी के मुताबिक जैसे ही सैनिकों ने आईईडी से निकलने वाले तारों को ध्यान से ट्रैक किया, उन्हें 11 अन्य आईईडी का पता चला। सभी 12 आईईडी श्रृंखला में जुड़े हुए थे, इसका मतलब है कि उन्हें एक साथ विस्फोट किया जा सकता था। इसके बाद बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड ने मौके पर ही आईईडी को नष्ट कर दिया। बरामद किया। जानकारी के मुताबिक जैसे ही सैनिकों ने आईईडी से निकलने वाले तारों को ध्यान से ट्रैक किया, उन्हें 11 अन्य आईईडी का पता चला। सभी 12 आईईडी श्रृंखला में जुड़े हुए थे, इसका मतलब है कि उन्हें एक साथ विस्फोट किया जा सकता था। इसके बाद बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड ने मौके पर ही आईईडी को नष्ट कर दिया।

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नई दिल्‍ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF)और बिहार पुलिस की संयुक्‍त टीम ने राज्‍य के पीएस मदनपुर और औरंगाबाद के वन क्षेत्र में सोमवार को तलाशी अभियान छेड़कर बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्‍त किया है। विश्‍वसीय खुफिया जानकारी के आधार पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जानकारी के अनुसार, कई टीमों वाली टुकड़‍ियों ने संदिग्ध क्षेत्र में कई स्थानों पर छुपाए गए हथियार गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरे की खोज की।

इस अभियान के तहत बरामदगी में मैगजीन के साथ एक 315 बोर की राइफल, अलग-अलग बोर के 3,583 राउंड कारतूस, 4 आईईडी, एक यूबीजीएल माउंट, 2 वायरलेस सेट, एक इंटरसेप्टर, 6 डेटोनेटर, आईईडी के लिए 24 पुल और प्रेशर मैकेनिज्म, 10-15 मीटर कॉर्डटेक्स वायर, 8 मोबाइल फोन, और तमाम नक्सल साहित्य बरामद किया है। इस विशेष ऑपरेशन को खत्‍म करने से पहले, बरामद सभी विस्‍फोटकों और IED को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करते हुए नष्‍ट किया गया।

गौरतलब है कि हाल ही में नक्सल विरोधी अभियान में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को बड़ी सफलता मिली थी। जवानों ने झारखंड और छत्तीसगढ़ में कुल 14 आईईडी बरामद की थीं। ये सभी आईईडी सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए लगाए गए थे। सीआरपीएफ के प्रवक्ता ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपेरशन ग्रेविटास-3 के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और झारखंड पुलिस की टुकड़ियों ने श्रृंखला में लगाए गए 12 आईईडी बरामद किए थे।

CRPF और छत्तीसगढ़ पुलिस की 165 बटालियन ने राज्य के दक्षिण बस्तर क्षेत्र में स्थित कुंदर, सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में एक फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस (FOB) स्थापित किया है। नया FOB सुरक्षा बलों को उस क्षेत्र में केंद्रित अभियान चलाने में मदद करेगा, जिसे माओवादी अपना गढ़ मानते थे। भीतरी इलाकों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी न केवल माओवादियों के खात्‍मे में मददगार साबित होगी बल्कि क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देगी।

सीआरपीएफ के अनुसार पहले ऑपेरशन में 209 कोबरा और झारखंड पुलिस की टुकड़ियां पश्चिमी सिंहभूम, झारखंड के घने जंगलों में काम कर रही थीं। जैसे ही वे रेंगराहातु फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से लगभग 2 किमी दूर पहुंचे, क्षेत्र को ध्यान से स्कैन करते हुए जवानों ने जमीन में दबा एक IEDसीआरपीएफ के अनुसार पहले ऑपेरशन में 209 कोबरा और झारखंड पुलिस की टुकड़ियां पश्चिमी सिंहभूम, झारखंड के घने जंगलों में काम कर रही थीं। जैसे ही वे रेंगराहातु फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस से लगभग 2 किमी दूर पहुंचे, क्षेत्र को ध्यान से स्कैन करते हुए जवानों ने जमीन में दबा एक आईईडी बरामद किया। जानकारी के मुताबिक जैसे ही सैनिकों ने आईईडी से निकलने वाले तारों को ध्यान से ट्रैक किया, उन्हें 11 अन्य आईईडी का पता चला। सभी 12 आईईडी श्रृंखला में जुड़े हुए थे, इसका मतलब है कि उन्हें एक साथ विस्फोट किया जा सकता था। इसके बाद बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड ने मौके पर ही आईईडी को नष्ट कर दिया। बरामद किया। जानकारी के मुताबिक जैसे ही सैनिकों ने आईईडी से निकलने वाले तारों को ध्यान से ट्रैक किया, उन्हें 11 अन्य आईईडी का पता चला। सभी 12 आईईडी श्रृंखला में जुड़े हुए थे, इसका मतलब है कि उन्हें एक साथ विस्फोट किया जा सकता था। इसके बाद बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड ने मौके पर ही आईईडी को नष्ट कर दिया।

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