टैप के जरिये 60 प्रतिशत घरों तक पहुंचा पेयजल – जलशक्ति मंत्रालय

नई दिल्ली। भूजल स्तर निचे जाने और पेयजल प्रदूषित होने के बावजूद जल जीवन मिशन के माध्यम से गांवों में 60 प्रतिशत घरों तक टैप के जरिये पेयजल पहुंच गया है। जलशक्ति मंत्रालय के अनुसार, इस मिशन के क्रियान्वयन में इस साल के शुरुआती तीन महीनों में खास तौर पर तेजी आई है। इस दौरान औसतन हर दिन 86,894 नए टैप वाटर कनेक्शन दिए गए हैं। मंगलवार को इस उपलब्धि का जिक्र पहले जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस ट्वीट के साथ किया कि हमारे गांवों में साठ प्रतिशत घरों में अब सक्रिय टैपों के जरिये स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, जो कि जल जीवन मिशन के लिए एक मील का पत्थर है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि यह असाधारण उपलब्धि है, जिससे तमाम लोगों का जीवन सुगम हुआ है। आने वाले समय में हम इससे भी तेज रफ्तार से कवरेज का क्षेत्र बढ़ाने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे। गौरतलब है कि गांवों में हर घर तक टैप के जरिये स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे जलजीवन मिशन की सराहना करते हुए नोबल पुरस्कार विजेता डा. माइकल क्रेमर और उनकी टीम ने एक अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष व्यक्त किया था कि अगर परिवारों को पीने के लिए सुरक्षित पानी उपलब्ध कराया जाए तो लगभग तीस प्रतिशत शिशुओं की मृत्यु को रोका जा सकता है। पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2019 को इस मिशन की घोषणा की थी। तब 19.43 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ (16.65 प्रतिशत) परिवारों के पास ही नल का पानी उपलब्ध था। कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए कई व्यवधानों के बावजूद इस मिशन के जरिये 11.66 करोड़ (60 प्रतिशत) से अधिक परिवारों को उनके घरों में नल से जल की आपूर्ति उपलब्ध कराई गई है। पांच राज्यों गुजरात, तेलंगाना, गोवा, हरियाणा और पंजाब तथा तीन केंद्र शासित प्रदेशों अंडमान और निकोबार, दमन दीव व दादरा नगर हवेली तथा चंडीगढ़ ने शत प्रतिशत कवरेज हासिल कर ली है।

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नई दिल्ली। भूजल स्तर निचे जाने और पेयजल प्रदूषित होने के बावजूद जल जीवन मिशन के माध्यम से गांवों में 60 प्रतिशत घरों तक टैप के जरिये पेयजल पहुंच गया है। जलशक्ति मंत्रालय के अनुसार, इस मिशन के क्रियान्वयन में इस साल के शुरुआती तीन महीनों में खास तौर पर तेजी आई है। इस दौरान औसतन हर दिन 86,894 नए टैप वाटर कनेक्शन दिए गए हैं।

मंगलवार को इस उपलब्धि का जिक्र पहले जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस ट्वीट के साथ किया कि हमारे गांवों में 60 प्रतिशत घरों में अब सक्रिय टैपों के जरिये स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है, जो कि जल जीवन मिशन के लिए एक मील का पत्थर है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि यह असाधारण उपलब्धि है, जिससे तमाम लोगों का जीवन सुगम हुआ है। आने वाले समय में हम इससे भी तेज रफ्तार से कवरेज का क्षेत्र बढ़ाने के लिए हरसंभव कदम उठाएंगे।

गौरतलब है कि गांवों में हर घर तक टैप के जरिये स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए चलाए जा रहे जलजीवन मिशन की सराहना करते हुए नोबल पुरस्कार विजेता डा. माइकल क्रेमर और उनकी टीम ने एक अध्ययन के आधार पर यह निष्कर्ष व्यक्त किया था कि अगर परिवारों को पीने के लिए सुरक्षित पानी उपलब्ध कराया जाए तो लगभग तीस प्रतिशत शिशुओं की मृत्यु को रोका जा सकता है।

पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2019 को इस मिशन की घोषणा की थी। तब 19.43 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ (16.65 प्रतिशत) परिवारों के पास ही नल का पानी उपलब्ध था। कोविड और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण पैदा हुए कई व्यवधानों के बावजूद इस मिशन के जरिये 11.66 करोड़ (60 प्रतिशत) से अधिक परिवारों को उनके घरों में नल से जल की आपूर्ति उपलब्ध कराई गई है। पांच राज्यों गुजरात, तेलंगाना, गोवा, हरियाणा और पंजाब तथा तीन केंद्र शासित प्रदेशों अंडमान और निकोबार, दमन दीव व दादरा नगर हवेली तथा चंडीगढ़ ने शत प्रतिशत कवरेज हासिल कर ली है।

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