-वर्ष 2023 में अब तक उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों की आत्महत्या के 20 मामले आ चुके हैं सामने
–आईआईटी-एनआईटी में सबसे ज्यादा छात्र कर रहें आत्महत्या
नई दिल्ली (एजेंसी ) केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, केंद्रीय विश्वविद्यालयों, आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी और आईआईएसईआर सहित उच्च शिक्षा संस्थानों में पिछले पांच वर्षों में 98 छात्रों ने आत्महत्या की है। वर्ष 2023 में अब तक उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों की आत्महत्या के 20 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें केंद्रीय विश्वविद्यालयों के नौ और आईआईटी के सात मामले शामिल हैं। यह डाटा केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार ने राज्य सभा में एक लिखित प्रश्न के उत्तर में साझा किया।
देश में इंजीनियरिंग के लिए प्रसिद्ध IITs में हर वर्ष प्रवेश के लिए JEE मेन व एडवांस्ड की परीक्षा आयोजित की जाती है। जिसके लिए लाखों की संख्या में अभ्यर्थी आवेदन करते हैं, लेकिन चयन सिर्फ 2 से 3 हजार स्टूडेंट्स का हो पाता है। आईआईटी अपने प्रवेश प्रक्रिया, अकादमिक माहौल, प्लेसमेंट, रिसर्च आदि के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि, हर वर्ष आईआईटी यहां पढ़ने वाले कई छात्रों की सुसाइड को लेकर भी चर्चा में रहता है। इसको लेकर समय-समय पर विशेषज्ञों की कमेटी की तरफ से इस समस्या को हल करने के लिए कई तरह के सुझाव भी दिए जाते हैं। वहीं, इसी बीच आईआईटीज में पढ़ने वाले छात्रों की सुसाइड को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को राज्यसभा को बताया कि प्रमुख आईआईटी में पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक छात्र आत्महत्या के मामले सामने आए हैं। 2018 से 2023 के आंकड़ों के मुताबिक भारत के शीर्ष उच्च शिक्षा संस्थानों में आत्महत्या से होने वाली कुल 98 मौतों में से कम से कम 39 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों में हुईं। वहीं, इसके बाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (NIT) और केंद्र-वित्त पोषित विश्वविद्यालयों में 25-25 मौतें हुईं। 2019 से अब तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में ऐसी 13 अन्य मौतें दर्ज की गईं।
मंत्रालय की तरफ से 2018 से 2023 के बीच साझा किए आंकड़ों के मुताबिक आईआईटी 39, एनआईटी 25, केंद्रीय विश्वविद्यालय (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अंतर्गत) 25, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान 2, भारतीय प्रबंधन संस्थान 4, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान 3, एम्स में 13 छात्रों ने आत्महत्या की।
आईआईटी मद्रास में पिछले 6 महीने में 5 आत्महत्या के मामले
सभी IIT में से इस साल मद्रास कैम्पस में पहले ही छह महीने में पांच छात्र आत्महत्या के मामले सामने आ चुके हैं। छात्रों के आहत्महत्या के मामलों को लेकर कई एक्सपर्ट्स यह भी दावा कर चुके हैं कि कोरोना के कारण क्लासेज बंद थे। जिसके चलते अधिकांश छात्र स्ट्रेस में आ गए और उन्होंने इस तरह का कदम उठाया था। हालांकि, कई एक्सपर्ट्स पढ़ाई को लेकर तनाव आदि को भी इसके जिम्मेदार ठहराते हैं।