अडानी ग्रुप का मार्केट कैप ₹66,000 करोड़ घटा, रिलायंस इंडस्ट्रीज को भी 1.1 लाख करोड़ रुपये का ‘झटका’

DrashtaNewsमुम्बई। घरेलू शेयर बाजार में पिछले कुछ दिन से गिरावट जारी है। यूक्रेन पर रूस के अटैक से गुरुवार को […]

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मुम्बई। घरेलू शेयर बाजार में पिछले कुछ दिन से गिरावट जारी है। यूक्रेन पर रूस के अटैक से गुरुवार को शेयर बाजार को बड़ा झटका लगा। शेयर बाजार में गुरुवार को एक दिन की पांचवीं बड़ी गिरावट देखने को मिली। बाजार में आई तेज गिरावट का सीधा असर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और गौतम अडानी के मालिकाना हक वाले अडानी ग्रुप के स्टॉक्स पर पड़ा है। बाजार में 15 फरवरी से शुरू हुई गिरावट के कारण पिछले 7 ट्रेडिंग सेशंस में रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 1.1 लाख करोड़ रुपये घट गया है। वहीं, अडानी ग्रुप के स्टॉक्स का मार्केट कैप पिछले 7 सेशंस में 66,000 करोड़ रुपये कम हुआ है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है।

पहली बार 105 डॉलर के ऊपर तेल

ऑयल के प्राइसेज में गुरुवार को तेज उछाल आया। साल 2014 के बाद पहली बार ब्रेंट क्रूड के दाम 105 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर पहुंच गए। ब्रेंट क्रूड गुरुवार को 8.5 फीसदी के उछाल के साथ 105.08 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ग्लोबल एनर्जी सप्लाई से जुड़ी चिंताएं बढ़ गई हैं। एनालिस्ट्स का मानना है कि ब्रेंट के दाम तब तक 100 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बने रह सकते हैं, जब तक कि ओपेके, यूएस शेल या ईरान से पर्याप्त वैकल्पिक सप्लाई उपलब्ध नहीं होती है।

डिस्पैच करने को लेकर वेट एंड वॉच मोड में

यूक्रेन पर रूस की तरफ से हमला किए जाने के बाद इंडियन फार्मा एक्सपोर्टर्स वेट एंड वॉच मोड (इंतजार करने के साथ पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं) पर हैं। इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि वह इन दोनों देशों (रूस और यूक्रेन) के अलावा कुछ CIS देशों को फ्रेश ऑर्डर्स डिस्पैच करने को लेकर वेट एंड वॉच मोड में हैं। भारत ने वित्त वर्ष 2021 में यूक्रेन को 181 मिलियन डॉलर के फार्मास्युटिकल्स गुड्स का एक्सपोर्ट किया था। वहीं, पिछले वित्त वर्ष में रूस को 591 मिलियन डॉलर का फार्मा एक्सपोर्ट किया गया था।

सेंसेक्स में एक दिन की पांचवीं बड़ी गिरावट

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के सूचकांक सेंसेक्स में गुरुवार को 2702.15 अंक की गिरावट आई। यह एक दिन में सेंसेक्स में आई पांचवीं बड़ी गिरावट है। इससे पहले, 23 मार्च 2020 को सेंसेक्स में 4,035.13 अंक की गिरावट आई थी। वहीं, 13 मार्च 2020 को सेंसेक्स में 3,389.17 अंक की गिरावट आई थी। जबकि 12 मार्च 2020 को सेंसेक्स में 3,204.3 अंक की गिरावट आई थी। 16 मार्च 2020 को सेंसेक्स 2,827.18 अंक लुढ़क गया था। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट में यह बात ऐस इक्विटी के हवाले से बताई गई है।

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