-भारतीय समाज में मुस्लिमों को अपनी राष्ट्रीयता पर गर्व है- डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा
-डोभाल ने की सऊदी अरब की सराहना, भारत दुनिया में दूसरी और सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी का घर
नई दिल्ली। देश में 2014 के बाद हिन्दू – मुस्लिम के बीच धार्मिक, साम्प्रदायिक तनाव कायम है। मीडिया और बीजेपी के नेताओं के बोल साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने में कोइ कोर कसार नहीं छोड़ा है। बीजेपी के बड़े नेता भी अब तक तमाशा देख रहे थे। लेकिन अब एक कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अपना स्पष्ट बयान दिया है।
दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में मंगलवार को हुए एक कार्यक्रम में अजीत डोभाल ने सिरकत की। अजीत डोभाल ने कार्यक्रम में कहा कि हिंदुस्तान में कोई धर्म खतरे में नहीं है। हमारे देश में सभी धर्मों का बराबर का हक है। भारत उन संस्कृतियों और धर्मों का मिश्रण रहा है, जो सदियों से सद्भाव से रह रही हैं।
NSA अजीत डोभाल ने कहा कि “देश में धार्मिक समूहों के बीच इस्लाम महत्वपूर्ण गौरव का स्थान रखता है। भारत सभी मसलों के हल के लिए सहनशीलता, बातचीत और सहयोग को बढ़ावा देता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यह लोकतंत्र की जननी होने के साथ ही विविधता की भूमि भी है।”
“इस्लाम भारत के गौरव में अद्वितीय स्थान रखता है”
उन्होंने भारत और सऊदी अरब के बीच संबंधों की सराहना करते हुए कहा कि “ये संबंध साझा सांस्कृतिक विरासत, सामान्य मूल्यों और आर्थिक संबंधों के चलते बने हैं। कार्यक्रम में मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा भी शामिल हुए। डोभाल ने उन्हें उदारवादी इस्लाम की ग्लोबल आवाज और विद्वान बताया।
अजीत डोभाल ने कहा, “भारत दुनिया में दूसरी और सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी का घर है। भारतीय मुस्लिम आबादी इस्लामिक सहयोग संगठन के 33 से अधिक सदस्य देशों की संयुक्त आबादी के लगभग बराबर है।” उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म और इस्लाम की गहरी आध्यात्मिक सामग्री लोगों को एक साथ लाई है। उन्होंने कहा कि ये कोई संयोग नहीं है कि लगभग 20 करोड़ मुस्लिम होने के बावजूद वैश्विक आतंकवाद में भारतीय नागरिकों की भागीदारी अविश्वसनीय रूप से कम रही है।
कई दशकों से भारत आतंकवाद का रहा शिकार
अजीत डोभाल ने कहा कि भारत कई दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है। देश ने 2008 में मुंबई हमले सहित कई आतंकवादी हमलों का सामना किया है। भारत अपने सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए अन्य देशों के साथ सहयोग करने सहित विभिन्न माध्यमों से आतंकवाद से लड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
मुसलमानों को अपनी राष्ट्रीयता पर गर्व
वहीं, मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा ने कहा कि भारतीय समाज में मुस्लिमों को अपनी राष्ट्रीयता पर गर्व है कि वे भारतीय नागरिक हैं। उन्हें अपने संविधान पर भी गर्व है। हमने भारतीय ज्ञान के बारे में बहुत कुछ सुना है। हम जानते हैं कि भारतीय ज्ञान ने मानवता के लिए बहुत योगदान दिया है।