देश छोड़ कर भाग रहा था टैक्स चोर, इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों ने किया गिरफ्तार

- GST में फर्ज़ीवाड़े को लेकर इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारी देशभर में छापेमारी कर मास्टरमाइंड करचोरों की गिरफ्तारयां कर रहे हैं। 176 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला कर देश छोड़ भाग रहे करचोर को इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट रैकेट के कथित मास्टरमाइंड को वस्तु व सेवा कर (GST) चोर पर अधिकारियों ने तब यह कार्रवाई की, जब वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था। रिपोर्ट के मुताबिक, 34 वर्षीय मास्टरमाइंड ने गरीब तबके के लोगों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाई। फर्जी चालान बनाकर 176 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला किया। उसकी गिरफ्तारी 23 जून को हुई, लेकिन अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।

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-फर्जी चालान बनाकर 176 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का था मास्टरमांइड 

नई दिल्ली। GST में फर्ज़ीवाड़े को लेकर इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारी देशभर में छापेमारी कर मास्टरमाइंड करचोरों की गिरफ्तारयां कर रहे हैं। 176 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला कर देश छोड़ भाग रहे करचोर को इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट रैकेट के कथित मास्टरमाइंड को वस्तु व सेवा कर (GST) चोर पर अधिकारियों ने तब यह कार्रवाई की, जब वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था।

रिपोर्ट के मुताबिक, 34 वर्षीय मास्टरमाइंड ने गरीब तबके के लोगों के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाई। फर्जी चालान बनाकर 176 करोड़ रुपये का जीएसटी घोटाला किया। उसकी गिरफ्तारी 23 जून को हुई, लेकिन अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।

GST इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारियों ने कहा कि चेन्नई निवासी और उसके सहयोगियों ने गरीब लोगों को बैंक लोन का वादा किया और प्रोसेस के लिए उनके आधार कार्ड और पैन कार्ड के डिटेल हासिल किए. फिर उनके नाम पर कई फर्जी कंपनियां खोलीं। अधिकारियों ने कहा कि फर्जीवाड़ा करने वालों ने रिमोट एक्सेस सॉफ्टवेयर, विदेशी सिम कार्ड और स्पेशल फोन का इस्तेमाल किया था। हालांकि, इंटेलिजेंस यूनिट ने IP एड्रेस ट्रैकिंग, सीक्रेट व्हाट्सएप चैट का एनालिसिस किया और उन्हें पकड़ने के लिए कई स्थानों पर एक साथ दबिश दी। यूनिट ने कहा कि 25 बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं। 20 जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिए गए हैं। मोबाइल फोन, मॉडेम, लैपटॉप और सिम कार्ड जब्त कर लिए गए हैं।

GST इंटेलिजेंस यूनिट के एक अधिकारी ने बताया, “कथित मास्टरमाइंड ने कई फर्जी कंपनियां बनाई थीं। इनके जरिए 973.64 करोड़ रुपये के टैक्सेबल वैल्यू के लिए 175.88 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जारी किए थे।” अधिकारी ने बताया कि उस मास्टरमाइंड के एक साथी को 22 जून को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर मास्टरमाइंड को 23 जून को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया। वह देश से भागने की कोशिश कर रहा था।

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