खामियों का खामियाज़ा, देश के करीब 150 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता हो सकती है रद्द

नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश के करीब 150 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता को रद्द कर सकती है। मिल रही जानकारी के अनुसार ये वो मेडिकल कॉलेज हैं जिनमें जांच के दौरान कई तरह की कमियां पाई गईं थी। नेशलन मेडिकल कमीशन के यूजी बोर्ड को इन मेडिकल कॉलेजों में जांच के दौरान कमी मिली थी। अब तक करीब 40 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद्द भी की जा चुकी है। अभी तक जिन मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई है वो सभी गुजरात, असम, पुद्दुचेरी, तमिलनाडु, पंजाब, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। नेशलन मेडिकल कमीशन ने इन कॉलेजों में कैमरा, बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस, फैकल्टी आदिम जैसी अहम चीजों की कमी पाए जाने पर यह कदम उठाया है। बता दें इन कॉलेजों में बीते महीने भर के दौरान की गई जांच के दौरान ये कमियां पाई गईं हैं। हालांकि, जिन कॉलेजों की अभी तक मान्यता रद्द हुई है उनके पास अपील करने का विकल्प है। वो चाहें तो मान्यता रद्द होने से अगले 30 दिनों के भीतर नेशलन मेडिकल कमीशन में पहली अपील कर सकते हैं। जबकि ये कॉलेज दूसरी अपील केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पास कर सकते हैं। बता दें कि नेशलन मेडिकल कमीशन और मंत्रालय को कॉलेजों की तरफ से मिले अपील को दो महीने के भीतर ही निपटाना होता है। पहले भी हो चुकी है मान्यता रद्द 2017-18 के लिए शुरू हो चुके मेडिकल सत्रों में ये कॉलेज पढ़ाई नहीं करा पाए थे। सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित ओवरसाइट कमेटी ने शपथपत्र के आधार पर बच्चों के दाखिले की अनुमति दी थी। दोबारा जांच में MCI ने इन सभी कॉलेजों में कमियां पाई थी। मान्यता रद्द किए गए कॉलेजों में चार मध्य प्रदेश के कॉलेज के 600, राजस्थान को दो मेडिकल कॉलेजों के 300, छत्तीसगढ़ के दो मेडिकल कॉलेजों को 300 और हरियाणा के दो मेडिकल कॉलेजों के 300 स्टूडेंट्स ने दाखिला लिया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज डॉ. जगदीश प्रसाद ने कहा-MCI ने ओवरसाइट कमेटी की ओर से दिए गए 34 मेडिकल कॉलेजों में से 32 को अपने मापदंडों में सही नहीं पाया था।

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-अब तक 40 कॉलेजों की मान्यता हुई रद्द,कॉलेज के पास अपील करने का अधिकार

नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश के करीब 150 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता को रद्द कर सकती है। मिल रही जानकारी के अनुसार ये वो मेडिकल कॉलेज हैं जिनमें जांच के दौरान कई तरह की कमियां पाई गईं थी। नेशलन मेडिकल कमीशन के यूजी बोर्ड को इन मेडिकल कॉलेजों में जांच के दौरान कमी मिली थी।

अब तक करीब 40 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद्द भी की जा चुकी है। अभी तक जिन मेडिकल कॉलेजों की मान्यता रद्द की गई है वो सभी गुजरात, असम, पुद्दुचेरी, तमिलनाडु, पंजाब, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।  नेशलन मेडिकल कमीशन ने इन कॉलेजों में कैमरा, बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस, फैकल्टी आदिम जैसी अहम चीजों की कमी पाए जाने पर यह कदम उठाया है। बता दें इन कॉलेजों में बीते महीने भर के दौरान की गई जांच के दौरान ये कमियां पाई गईं हैं। हालांकि, जिन कॉलेजों की अभी तक मान्यता रद्द हुई है उनके पास अपील करने का विकल्प है।

वो चाहें तो मान्यता रद्द होने से अगले 30 दिनों के भीतर नेशलन मेडिकल कमीशन में पहली अपील कर सकते हैं। जबकि ये कॉलेज दूसरी अपील केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पास कर सकते हैं। बता दें कि नेशलन मेडिकल कमीशन और मंत्रालय को कॉलेजों की तरफ से मिले अपील को दो महीने के भीतर ही निपटाना होता है।

पहले भी हो चुकी है मान्यता रद्द

2017-18 के लिए शुरू हो चुके मेडिकल सत्रों में ये कॉलेज पढ़ाई नहीं करा पाए थे। सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित ओवरसाइट कमेटी ने शपथपत्र के आधार पर बच्चों के दाखिले की अनुमति दी थी। दोबारा जांच में MCI ने इन सभी कॉलेजों में कमियां पाई थी। मान्यता रद्द किए गए कॉलेजों में चार मध्य प्रदेश के कॉलेज के 600, राजस्थान को दो मेडिकल कॉलेजों के 300, छत्तीसगढ़ के दो मेडिकल कॉलेजों को 300 और हरियाणा के दो मेडिकल कॉलेजों के 300 स्टूडेंट्स ने दाखिला लिया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डायरेक्टर जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज डॉ. जगदीश प्रसाद ने कहा-MCI ने ओवरसाइट कमेटी की ओर से दिए गए 34 मेडिकल कॉलेजों में से 32 को अपने मापदंडों में सही नहीं पाया था।

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