बजट 2023-24 : ‘अमृत काल’ के लिए वित्तमंत्री ने 7 फोकस क्षेत्रों का किया खुलासा

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आम बजट पेश किया। बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने कहा कि यह ‘अमृत काल’ के लिए पहला बजट है। इसके तहत केंद्र सरकार ने सात फोकस क्षेत्रों या “सप्तऋषियों” का खुलासा किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, बजट 2023 के तहत सात प्रमुख फोकस क्षेत्र थे, जिसमें समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, देश की क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र शामिल हैं। अपने बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने कहा कि यह बजट पिछले बजट द्वारा रखी गई नींव और “India@100” के लिए समग्र ब्लूप्रिंट ड्रॉ पर बनाया गया है। इस बजट का उद्देश्य वित्त मंत्री के अनुसार ‘अमृत काल’ के लिए मार्ग प्रशस्त करना है। यह एक प्रौद्योगिकी संचालित और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था, मजबूत सार्वजनिक वित्त और मजबूत वित्तीय क्षेत्र बनाकर किया जाएगा। ‘देखो अपना देश ' अपने बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री ने देश के पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना भी पेश की। कोरोना वायरस महामारी के चलते दो साल की अनिश्चितता और यात्रा प्रतिबंधों के बाद, इस साल के बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से ‘देखो अपना देश ' योजना की घोषणा की गई। इस नई योजना के बारे में जानकारी देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश में कुल 50 गंतव्यों को चुनौतिपूर्ण मोड के साथ पर्यटन में संपूर्ण पैकेज के रूप में विकसित करने के लिए चुना जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘इस ‘देखो अपना देश’ योजना का मकसद लोगों को भारत की समृद्ध विरासत और जीवंत संस्कृति को देखने तथा अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित करना है.’ उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य लोगों, विशेष रूप से मध्यम वर्ग के नागरिकों को विदेश यात्रा के बजाय भारत में व्यापक रूप से यात्रा करने के लिए प्रेरित करना है. इस नई पर्यटन योजना से पर्यटन उद्योग में रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी और देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। इस योजना के अंतर्गत, यात्रियों को सस्ती दर पर होटल बुकिंग, यात्रा और प्रवेश शुल्क में कई लाभ मिलेंगे। ‘देखो अपना देश’ योजना के तहत उन लोगों को वित्तीय मदद भी प्रदान की जाएगी, जो दूर-दराज़ वाले कम प्रचलित जगहों की यात्रा करते हैं। सरकार इसके तहत एक विशेष वेबसाइट स्थापित करेगी और एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च करेगी। इसके अलावा, सरकार एक जिला-एक उत्पाद को बढ़ावा देने और बेचने के लिए प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों में यूनिटी मॉल भी स्थापित करेगी। इस यूनिटी मॉल में हस्तशिल्प के अन्य उत्पाद भी मिला करेंगे। आवश्यक वित्तीय सहायता निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि गरीब व्यक्ति जो जेल में हैं और जुर्माना या जमानत राशि वहन करने में असमर्थ हैं, उनके लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। वित्‍तीय सहायता प्रदान करने का यह फैसला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पिछले साल नवंबर में संविधान दिवस समारोह में दिए गए भावनात्मक भाषण के बाद आया है जिसमें उन्होंने उन गरीब आदिवासियों की दुर्दशा के मुद्दे को उठाया था जो छोटे-मोटे अपराधों के लिए जेल में बंद हैं। उन्होंने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका से उन कैदियों के लिए कुछ करने का आग्रह किया था जो जुर्माना या ज़मानत राशि का भुगतान करने में असमर्थता के कारण जमानत पाने के बावजूद जेल में बंद हैं। राष्ट्रपति ने जेलों में गरीबों की दुर्दशा को रेखांकित करते हुए अधिक जेल स्थापित करने की आवश्यकता पर भी सवाल उठाया था। पूंजी निवेश को प्रमुख बढ़ावा केंद्रीय बजट 2023 ने पूंजी निवेश के लिए एक बड़ा बढ़ावा प्रदान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि पूंजी निवेश परिव्यय को 33 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा, जो कि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3.3 प्रतिशत होगा। FY2024 के लिए राजकोषीय घाटा कम होगा FY24 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य घटाकर GDP का 5.9 प्रतिशत कर दिया गया है। FY23 के लिए FD 6.4 प्रतिशत था। सीतारमण ने कहा, “मैं 2025-26 तक राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.5 प्रतिशत से नीचे लाने के अपने इरादे को दोहराती हूं।” बजट 2023 के तहत प्रमुख योजनाएं केंद्र सरकार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए 2 लाख करोड़ रुपये आवंटित करेगी। इसके तहत प्राथमिकता वाले परिवारों को अगले एक साल तक मुफ्त अनाज दिया जाएगा। स्वास्थ्य और कौशल विकास को दिया जाएगा बढ़ावा नए बजट में स्वास्थ्य शिक्षा और कौशल विकास को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत मेडिकल कॉलेजों के अलावा 157 नर्सिंग संस्थान स्थापित किए जाएंगे। ICMR लैब भी स्थापित की जाएगी। युवाओं में पढ़ने की आदत को विकसित करने के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, नेशनल बुक ट्रस्ट और अन्य की स्थापना की जाएगी। 47 लाख युवाओं को मिलेगा वजीफा बजट 2023 में राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना पर प्रकाश डाला गया है। इसके तहत 47 लाख युवाओं को वजीफा सहायता की पेशकश की जाएगी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना भी अगले तीन वर्षों के भीतर शुरू की जाएगी। इसके तहत, उद्योग 4.0 की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल के विकास पर ध्यान दिया जाएगा, जैसे कि कोडिंग, AI, 3डी प्रिंटिंग और बहुत कुछ।

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नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए आम बजट पेश किया। बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने कहा कि यह ‘अमृत काल’ के लिए पहला बजट है। इसके तहत केंद्र सरकार ने सात फोकस क्षेत्रों या “सप्तऋषियों” का खुलासा किया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, बजट 2023 के तहत सात प्रमुख फोकस क्षेत्र थे, जिसमें समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, देश की क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा शक्ति और वित्तीय क्षेत्र शामिल हैं। अपने बजट भाषण के दौरान सीतारमण ने कहा कि यह बजट पिछले बजट द्वारा रखी गई नींव और “India@100” के लिए समग्र ब्लूप्रिंट ड्रॉ पर बनाया गया है। इस बजट का उद्देश्य वित्त मंत्री के अनुसार ‘अमृत काल’ के लिए मार्ग प्रशस्त करना है। यह एक प्रौद्योगिकी संचालित और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था, मजबूत सार्वजनिक वित्त और मजबूत वित्तीय क्षेत्र बनाकर किया जाएगा।

‘देखो अपना देश ‘

अपने बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री ने देश के पर्यटन को बढ़ावा देने की योजना भी पेश की। कोरोना वायरस महामारी के चलते दो साल की अनिश्चितता और यात्रा प्रतिबंधों के बाद, इस साल के बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से ‘देखो अपना देश ‘ योजना की घोषणा की गई। इस नई योजना के बारे में जानकारी देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि देश में कुल 50 गंतव्यों को चुनौतिपूर्ण मोड के साथ पर्यटन में संपूर्ण पैकेज के रूप में विकसित करने के लिए चुना जाएगा।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘इस ‘देखो अपना देश’ योजना का मकसद लोगों को भारत की समृद्ध विरासत और जीवंत संस्कृति को देखने तथा अनुभव करने के लिए प्रोत्साहित करना है.’ उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य लोगों, विशेष रूप से मध्यम वर्ग के नागरिकों को विदेश यात्रा के बजाय भारत में व्यापक रूप से यात्रा करने के लिए प्रेरित करना है. इस नई पर्यटन योजना से पर्यटन उद्योग में रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी और देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।

इस योजना के अंतर्गत, यात्रियों को सस्ती दर पर होटल बुकिंग, यात्रा और प्रवेश शुल्क में कई लाभ मिलेंगे। ‘देखो अपना देश’ योजना के तहत उन लोगों को वित्तीय मदद भी प्रदान की जाएगी, जो दूर-दराज़ वाले कम प्रचलित जगहों की यात्रा करते हैं।

सरकार इसके तहत एक विशेष वेबसाइट स्थापित करेगी और एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च करेगी। इसके अलावा, सरकार एक जिला-एक उत्पाद को बढ़ावा देने और बेचने के लिए प्रमुख पर्यटन क्षेत्रों में यूनिटी मॉल भी स्थापित करेगी। इस यूनिटी मॉल में हस्तशिल्प के अन्य उत्पाद भी मिला करेंगे।

पूंजी निवेश को प्रमुख बढ़ावा

केंद्रीय बजट 2023 ने पूंजी निवेश के लिए एक बड़ा बढ़ावा प्रदान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि पूंजी निवेश परिव्यय को 33 प्रतिशत बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा, जो कि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3.3 प्रतिशत होगा।

FY2024 के लिए राजकोषीय घाटा कम होगा

FY24 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य घटाकर GDP का 5.9 प्रतिशत कर दिया गया है। FY23 के लिए FD 6.4 प्रतिशत था। सीतारमण ने कहा, “मैं 2025-26 तक राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.5 प्रतिशत से नीचे लाने के अपने इरादे को दोहराती हूं।”

बजट 2023 के तहत प्रमुख योजनाएं

केंद्र सरकार पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के लिए 2 लाख करोड़ रुपये आवंटित करेगी। इसके तहत प्राथमिकता वाले परिवारों को अगले एक साल तक मुफ्त अनाज दिया जाएगा।

स्वास्थ्य और कौशल विकास को दिया जाएगा बढ़ावा

नए बजट में स्वास्थ्य शिक्षा और कौशल विकास को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके तहत मेडिकल कॉलेजों के अलावा 157 नर्सिंग संस्थान स्थापित किए जाएंगे। ICMR लैब भी स्थापित की जाएगी। युवाओं में पढ़ने की आदत को विकसित करने के लिए नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी, नेशनल बुक ट्रस्ट और अन्य की स्थापना की जाएगी।

47 लाख युवाओं को मिलेगा वजीफा

बजट 2023 में राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना पर प्रकाश डाला गया है। इसके तहत 47 लाख युवाओं को वजीफा सहायता की पेशकश की जाएगी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना भी अगले तीन वर्षों के भीतर शुरू की जाएगी। इसके तहत, उद्योग 4.0 की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल के विकास पर ध्यान दिया जाएगा, जैसे कि कोडिंग, AI, 3डी प्रिंटिंग और बहुत कुछ।

आवश्यक वित्तीय सहायता

निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-24 पेश करते हुए कहा कि गरीब व्यक्ति जो जेल में हैं और जुर्माना या जमानत राशि वहन करने में असमर्थ हैं, उनके लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।  वित्‍तीय सहायता प्रदान करने का यह फैसला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पिछले साल नवंबर में संविधान दिवस समारोह में दिए गए भावनात्मक भाषण के बाद आया है जिसमें उन्होंने उन गरीब आदिवासियों की दुर्दशा के मुद्दे को उठाया था जो छोटे-मोटे अपराधों के लिए जेल में बंद हैं। उन्होंने विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका से उन कैदियों के लिए कुछ करने का आग्रह किया था जो जुर्माना या ज़मानत राशि का भुगतान करने में असमर्थता के कारण जमानत पाने के बावजूद जेल में बंद हैं। राष्ट्रपति ने जेलों में गरीबों की दुर्दशा को रेखांकित करते हुए अधिक जेल स्थापित करने की आवश्यकता पर भी सवाल उठाया था।

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