इथेनॉल मक्का, जूट, आलू और गन्ने जैसे कृषि उत्पादों से बनने वाला बायोफ्यूल निर्मित किया जाता है और इथेनॉल के 20 प्रतिशत मिश्रण से पेट्रोल में ऑक्टेन वैल्यू और ऑक्सीजन की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे गाड़ियों से निकलने वाला धुआं कम प्रदूषित होता है।
नई दिल्ली।इंडिया एनर्जी वीक 2023 के पहले जन जागरूकता कार्यक्रम ‘डांस टू डीकार्बोनाइज’ में बोलते हुए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को कहा कि 10 प्रतिशत एथेनॉल युक्त पेट्रोल बेचने का लक्ष्य हासिल करने के बाद भारत अगले कुछ ही दिनों में 20 प्रतिशत जैवईंधन मिश्रित पेट्रोल की आपूर्ति शुरू करेगा। हालांकि यह अभी प्रायोगिक दौर में होगा।
उन्होंने कहा कि भारत ने जून में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (पेट्रोल 90 प्रतिशत, एथेनॉल 10 प्रतिशत) बेचने का लक्ष्य हासिल किया है, जबकि इसकी समय सीमा नवंबर 2022 थी। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि ‘E20 (20 फीसदी एथेनॉल मिला हुआ पेट्रोल) पायलट आधार पर एक या दो दिन में चुनिंदा बाजारों में आएगा।’ अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए आयातित तेल पर भारत की निर्भरता को कम करने के लिए गन्ने के साथ-साथ कृषि अपशिष्ट से निकाले गए एथेनॉल को पेट्रोल में मिलाया जा रहा है। इसके अलावा, एथेनॉल में जीवाश्म ईंधन की तुलना में कम कार्बन होता है। इससे देश को अपने कार्बन कटौती के लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है।
E20 को दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, दमन दीव और दादरा और नगर हवेली के 11 राज्यों/संघ शासित प्रदेशों में शुरू किया जा रहा है। हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि E20 के लिए प्रारंभिक लक्ष्य 1 अप्रैल, 2023 था, लेकिन हमने इसे आगे बढ़ाया है। पहले चरण में तहत पंद्रह शहरों को कवर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अप्रैल 2025 तक पूरे देश में एथेनॉल युक्त पेट्रोल की बिक्री शुरू कर दी जाएगी।
एथेनॉल युक्त पेट्रोल से न केवल देश की ऊर्जा सुरक्षा में वृद्धि हुई है, इससे 41,500 करोड़ रुपये से अधिक की विदेशी मुद्रा की बचत भी हुई है। ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 27 लाख टन की कमी आई है। एथेनॉल के लिए किसानों को 40,600 करोड़ रुपये से अधिक का शीघ्र भुगतान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि सरकार के सभी विभाग तेजी से ग्रीन हाइड्रोजन पर भी काम कर रहे हैं और ग्रीन हाइड्रोजन आने वाले दिनों में गेम चेंजर साबित होगा। वे शुक्रवार को “इंडिया एनर्जी वीक 2023” के कर्टन रेजर कार्यक्रम में भाग लेने आए थे। 6 फरवरी से लेकर 8 फरवरी 2023 तक बेंगलुरु में “इंडिया एनर्जी वीक” का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 30 से ज्यादा ऊर्जा मंत्री, करीब 50 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ भी शामिल होंगे। साथ ही 30 हजार से अधिक लोग इस एनर्जी वीक में हिस्सा लेने वाले हैं।