‘अग्निवीरों’ को रक्षा मंत्रालय में नौकरी के लिए मिलेगा 10% आरक्षण

DrashtaNews

नई दिल्ली।  देशभर में अग्निपथ योजना को लेकर हिंसका प्रदर्शन शुरू हो चुका है। सरकार ने सेना में युवाओं की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना की घोषणा तो कर दी लेकिन ये योजना सरकार की परेशानी का सबब बन गई। ऐसे में सरकार ने हाल ही में युवाओं का आक्रोश शांत करने के लिए कुछ नए फैसले लिए हैं। सरकार ने शनिवार को सीएपीएफ और असम राइफल्स की भर्ती और रक्षा मंत्रालय की नौकरी में अग्निवीरों के लिए 10% आरक्षण की घोषणा की।
उधर, बिहार में अग्निपथ स्कीम के विरोध में आज बंद बुलाया गया है। लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी की ओर से इस बंद का आह्वान किया गया है, जिसे मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी और जीतनराम मांझी के दल ‘हम’ ने भी सपोर्ट किया है।

जिसके बाद रक्षा मंत्री और सेवा प्रमुखों के बीच महत्वपूर्ण बैठक हुई। रक्षा मंत्रालय ने अपने मंत्रालय के तहत होने वाली भर्तियों में अग्निवीरों को 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। जानकारी के मुताबिक रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की तरफ से भी इस फैसले को मंजूरी मिल गई है। इससे पहले ‘अग्निवीरों’ को CAPF और असम राइफल्स में 10% आरक्षण देने का फैसला किया गया है। इसी के साथ अभ्यर्थियों को आयुसीमा में भी छूट देने का फैसला किया गया। गृहमंत्री कार्यालय ने इस बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की है।

गृहमंत्री कार्यालय ने अपने ट्वीटर अकांउट से लिखा कि गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत 4 साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10% रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय ने CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष होगी।
थल सेना, नौसेना और वायु सेना में विशेष ‘अग्निपथ’ योजना के तहत अल्पकालिक अनुबंध पर भर्ती होने वाले ‘अग्निवीर’ सैनिकों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और असम राइफल्स में भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को यह घोषणा की थी। मंत्रालय ने बताया कि योजना के तहत चार साल की सेवा पूरी करने वालों को भर्ती प्रक्रिया में प्राथमिकता दी जाएगी। सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी।

जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। इस योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा था कि ‘अग्निपथ’ योजना देश के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक दूरदर्शी एवं स्वागतयोग्य कदम है। ”

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