जहांगीरपुरी हिंसा में शामिल पांच आरोपियों पर दिल्ली पुलिस NSA के तहत करेगी कार्रवाई

DrashtaNews-पुलिस ने 10 और संदिग्धों की पहचान कर ली है। इन संदिग्धों की तलाश में पुलिस दिल्ली व आसपास के […]

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-पुलिस ने 10 और संदिग्धों की पहचान कर ली है। इन संदिग्धों की तलाश में पुलिस दिल्ली व आसपास के कि करीब 18 संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है
– एरिया के अवैध धंधों की उगाही का हिस्सा अंसार पुलिस तक भी पहुंचाता रहा है।

नई दिल्‍ली। जहांगीपुरी हिंसा में शामिल 5 आरोपियों पर दिल्ली पुलिस ने राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल ही दिल्ली पुलिस को दंगाइयों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद आज 5 दंगाइयों के खिलाफ एनएसए लगाया गया है। जिन आरोपियों पर NSA लगा है उनके नाम अंसार, सलीम, इमाम शेख उर्फ सोनू, दिलशाद और आहिदी है। इस बीच,दिल्ली पुलिस ने हिंसा मामले में एक अन्‍य आरोपी गुल्ली को भी गिरफ्तार किया है। उस पर हिंसा में शामिल लोगों को हथियार सप्लाई करने का आरोप है।
बता दें कि पुलिस ने 10 और संदिग्धों की पहचान कर ली है। इन संदिग्धों की तलाश में पुलिस दिल्ली व आसपास के कि करीब 18 संभावित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। मामले की जांच में जुटी पुलिस अंसार, सोनू व नाबालिग को 2 दिन के रिमांड पर लेकर उनसे सघन पूछताछ कर रही है। खासकर तीनों के फोन की घटना वाले दिन की लोकेशन से लेकर इनके फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) को खंगालने में जुटी है। करीब 30 संदिग्ध नंबर पुलिस की जांच राडार पर हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अंसार, सोनू व नाबालिग के कनेक्शन से जुड़े ये 30 नंबर जिनके भी हैं, उनमें से कितने परिजनों के हैं और कितने संदिग्धों के? क्या इन तीनों को लोगों को निर्देश दे रहे थे या फिर इन्हें भी कोई निर्देश देने वाला तो नहीं था ? क्राइम ब्रांच की कई टीमें जगह-जगह दबिश देकर संदिग्धों को दबोचने में जुटी हैं। दरअसल पुलिस ने वीडियो के जरिये कई संदिग्धों के चेहरे की पहचान की और लोकल इनपुट से इनके बारे में इनपुट भी हालिस किया है कि ये हिंसा में शामिल थे और ये फरार चल रहे हैं।

पुलिस के अनुसार, जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अभी तक के हिसाब से मुख्य आरोपी अंसार कबाड़ी का काम करता है लेकिन इसके ऊपर सट्टा जैसा अवैध धंधा चलाने के भी चार मुकदमे दर्ज हैं। जहांगीरपुरी दंगे में 2 नाम मुख्‍य रूप से उभरकर सामने आए हैं, एक अंसार और दूसरा सोनू शेख उर्फ इमाम। 40 साल के अंसार पर साल 2009 में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा हुआ। साल 2011 से 2019 के बीच में गैंबलिंग एक्ट के तीन मुकदमे दर्ज हुए। साल 2013 में छेड़छाड़ की धारा 509 मारपीट की धारा 323 और धमकाने की धारा 509 के तहत भी मुकदमा दर्ज हुआ था। एक मामला जुलाई 2018 का है, 186/353 ipc(सरकारी कर्मचारी पर हमला करना और सरकारी काम मे बाधा डालना) की धारा इस पर लगाई गई थी। अंसार चौथी कक्षा तक पढ़ा है। जहांगीरपुरी सी ब्लॉक का निवासी अंसार एरिया में काफी पहचाना नाम है क्योंकि जैसे-जैसे उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड बढ़ता गया वैसे-वैसे एरिया में उसकी एक्टिविटी अवैध पार्किंग से उगाही, सट्टे और नशे के कारोबार में बढ़ती गई। पुलिस का कहना है कि इन तमाम कामों से उसकी हर महीने लाखों की कमाई है। सूत्रों का कहना है कि एरिया के अवैध धंधों की उगाही का हिस्सा वह पुलिस तक भी पहुंचाता रहा है।
– डंप डेटा की जांच और मोबाइल के सीडीआर की जांच से फॉरेंसिक के लिए साक्ष्य एकत्र कर रही है
– घटना को लेकर कुल कितनी पीसीआर कॉल आई? किसने कब किस घटना के लिए, इसकी डिटेल ले रही।
– उपद्रव में शामिल लोगों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है पुलिस।
– फेशिअल रिकग्निशन सिस्टम तकनीक से भीड़ में उपद्रव करने वालों की पहचान कर रही है।
– साइबर इन्वेस्टिगेशन, सोशल मीडिया और दूसरे स्रोतों से वायरल वीडियो एकत्र कर कर रही है।

जहांगीरपुर दंगे वाली शाम नीले कुर्ते में पुलिस के ऊपर फायरिंग करते हुए वायरल हुआ सोनू शेख भी गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दायरे में है। पुलिस उसका पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाल रही है, उसके बारे में पूछताछ कर रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि उसके खिलाफ एक आपराधिक मुकदमा पहले से दर्ज मिला है। उससे सोफेस्टिकेटेड पिस्टल भी रिकवर हुई है। सोनू से पहले गिरफ्तार हुआ उसका भाई सलीम चिकना कुख्यात बदमाश है, जिस पर पहले से हत्या की कोशिश लूटपाट आर्म्स एक्ट जैसे कई मामले दर्ज हैं। सोनू सेठ को जब पुलिस गिरफ्तार करने गई तो एक बार फिर पुलिस के टीम के ऊपर पत्थर फेंके गए। पुलिस पूरी फैमिली के क्रिमिनल बैकग्राउंड की भी पड़ताल कर रही है।

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