सुखविंदर सिंह बदेसा जैसे नेक दिल इंसानों के कारण ही आज मानवता जिंदा है- श्रीकांत त्रिपाठी
-भटके मुलायम को घर पहुंचाने आये पंजाब पुलिस के एएसआई को पूर्वांचल नव निर्माण मंच के लोगों ने किया सम्मानित ।
सोनभद्र । उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले का निवासी मुलायम अपने घर से बारह साल पहले गायब हो गया था। मानसिक रूप से कमजोर मुलायम अपने गांव का नाम भूल चूका था। 13 मार्च कि देर रात अमृतसर से सोनभद्र आ गया। उसे लाने वाले पंजाब पुलिस का जवान सुखविंदर सिंह थे। मानवता और अपने कर्तव्य का पालन करते हुए सुखविंदर सिंह ने मुलायम को उसके परिवार से मिला दिया।
फिल्म ‘पीके’ में अमीर खान का एक डायलॉग है, ‘जब कउनो अपना घर नहीं जा पाता तो, हमको अच्छा फीलिंग नहीं होता’। मुलायम का घर रार्बट्सगंज के बहुआर गॉंव में है। कुछ दिन पहले, पंजाब पुलिस के एएसआई सुखविंदर सिंह बदेसा ने अमृतसर से पूर्वांचल नव निर्माण मंच के उपाध्यक्ष गिरीश पाण्डेय को फोन पर बताया कि सोनभद्र का एक लड़का भटकता हुआ पंजाब आ गया है और अब घर जाने के लिए परेशान है। सुखविंदर सिंह बदेसा ने बताया था कि एक सोनभद्र का लेबर पंजाब में काम करने पहुंचा है किसी ठेकेदार के माध्यम से । सुखविंदर ने बताया था कि वह लेबर जब 10 -12 साल का था तभी से घर से निकला है, वह कैसे अमृतसर पहुंच गया उसको ध्यान नहीं लेकिन आज वह 26 साल का हो गया है और घर की उसको अब याद आने लगी है। लेबर चूंकि ठेकेदार के माध्यम से था और वह ठेकेदार उसको डरा धमका कर रखता था।
मंच के नेता गिरीश पाण्डेय ने सुखविंदर सिंह बदेसा तथा मुलायम सिंह से बातचीत करते हुए अपने साथियों के साथ मिलकर मुलायम का घर ढूंढ निकाला और अंतत: सुखविंदर सिंह बदेसा के साथ चलकर मुलायम 15 साल बाद अपने माता-पिता के पास अपने घर पहुंच गया।
रावर्टसगंज विकास खंड के बहुआर गांव के चरघरवा टोला के निवासी अमर सिंह का लड़का 15 साल पहले किसी तरह गुम हो गया था। सालों इंतजार करने के बाद परिजनों ने उसे मृत मानकर भूला दिया था। सालों बाद अमर सिंह को उनके खोये हुए बेटे मुलायम के घर आने की जानकारी जब मिली तो उनके खुशी का ठिकाना नहीं था। घर पहुंचने पर मुलायम की दादी बहुसनी, माता रमेला देवी, चाचा शिवकुमार, छोटा भाई कन्हैया व सिकंदर बुआ उमरी, अमरावती सभी की आँखें नम हो गई। सभी भावुक होकर मुलायम को बारी-बारी गले लगाने लगे ।
आज की व्यस्तता और भागदौड़ की जिंदगी मे एक मजदूर के लिए इतना संवेदनशील रहे पंजाब पुलिस के एएसआई सुखविंदर सिंह बदेसा को उनके इस नेक प्रयास की सराहना करते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच तथा पूर्वांचल नव निर्माण किसान मंच के नेताओं ने सुखविंदर सिंह बदेसा का माल्यार्पण कर गुरुनानक जी का स्मृतिचिन्ह एवं अंग वस्त्र भेंट करके आभार व्यक्त करते हुए स्वागत किया।
मंच के नेता श्रीकांत त्रिपाठी ने कहा कि सुखविंदर सिंह बदेसा जैसे नेक दिल इंसानों के कारण ही आज मानवता जिंदा है , जो आज सुखविंदर सिंह बदेसा ने किया है वह असाधारण प्रयास तथा पुण्य का काम है। श्रीकांत ने कहा कि ईश्वर सदैव सुखविंदर सिंह जैसे लोगों की मदद करते हैं। मंच के महासचिव सूर्यकांत चौबे ने कहा पुलिस विभाग मे रहकर प्राय: लोग बदनाम होते हैं लेकिन सुखविंदर सिंह बदेसा ने पंजाब पुलिस के लिए गौरव बढ़ाने का काम किया है। मंच के उपाध्यक्ष गिरीश पाण्डेय ने सुखविंदर सिंह बदेसा को माल्यार्पण करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि सुखविंदर सिंह बदेसा ने जो किया है वह साधारण नहीं है। आज जब लोगों के पास अपनों के लिए समय नहीं है लोग व्यस्त हैं। ऐसे में एक मजदूर को उसके घर पहुंचाना उनके आत्मिक होने का ज्वलंत उदाहरण है, इस मौके पर विनय सिंह चंदेल, जितेन्द्र साहनी, किशन, आवेश तिवारी, अरविंद, आनंद सहित नगर तथा मंच के तमाम लोग मौजूद थे । सभी ने सुखविंदर सिंह बदेसा को उनके इस नेक काम के लिए साधुवाद दिया ।