नई दिल्ली। पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पूनिया ने शुक्रवार 6 सितंबर 2024 को कांग्रेस में शामिल हो गए। अटकलें हैं कि कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव में विनेश को टिकट दे सकती है।
इससे पहले कांग्रेस ज्वॉइन करने से पहले विनेश फोगाट ने अपनी रेलवे की नौकरी से इस्तीफा दिया। इसकी जानकारी देते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘भारतीय रेलवे की सेवा करना एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। अपने जीवन के इस मोड़ पर मैंने खुद को रेलवे सेवा से अलग करने का फैसला किया है और भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
रेलवे का जताया आभार
उन्होंने लिखा कि मैं दिए गए इस अवसर के लिए हमेशा भारतीय रेलवे परिवार का आभारी रहूंगी। गौरतलब है कि विनेश फोगाट उत्तर रेलवे में लेवल 7 में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) पद पर कार्यरत थीं। उनकी भर्ती स्पोर्ट्स कोटे के तहत हुई थी। अगर बात करें कि उन्हें सैलरी कितनी मिलती थी तो रेलवे के एक आदेश के मुताबिक लेवल सात के कर्मचारी को पे बैंड 2 के तहत 4600 ग्रेड पे की सैलरी दी जाती है।
कांग्रेस में औपचारिक रूप से शामिल होने से पहले विनेश फोगाट ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए उत्तर रेलवे में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) खेल के पद से इस्तीफा दे दिया। विनेश ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूंगी।”
रेलवे ने पहलवानों का इस्तीफा नहीं किया स्वीकार
बजरंग पूनिया ने भी कांग्रेस में शामिल होने से पहले रेलवे की नौकरी से इस्तीफा दे दिया, वे भारतीय रेलवे में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के पद पर थे। रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने रेलवे से अपना इस्तीफा मंजूर कराए बिना ही कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली। सेवा नियमों के अनुसार इस्तीफा मंजूर कराए बिना किसी पार्टी में न तो शामिल हो सकते हैं और नहीं चुनाव लड़ सकते हैं।
विनेश फोगट और बजरंग पुनिया को कांग्रेस में शामिल कराते समय कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने दावा किया था कि रेलवे अधिकारियों ने विनेश फोगाट को कारण बताओ नोटिस भेजा है। रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे ने उनके दावों को खारिज करते हुए कहा कि पहलवान को शुक्रवार 6 सितंबर 2024 को नहीं, बल्कि बुधवार 4 सितंबर 2024 को ही नोटिस जारी किया गया था, जिसमें पहलवानों के राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की बात कही गई थी, जिसकी सेवा नियमों के अनुसार अनुमति नहीं है।