इंफाल (एजेंसी)। मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है। मणिपुर और केंद्र सरकार दोनों ही हिंसा को रोकने में नाकाम रही हैं। मणिपुर की राजधानी इंफाल में बुधवार को आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इंफाल पुलिस ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सरकारी आवास के पास एक पुलिस स्टेशन को घेरने वाली भीड़ को काबू करने के लिए हवा में कई राउंड गोलियां चलाईं। फायरिंग में किसी के घायल होने या मारे जाने की सूचना नहीं है। शहर में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। सुरक्षाबल इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।
दरअसल, म्यांमार की सीमा से लगे मणिपुर के तेंग्नौपाल जिले के मोरेह में मंगलवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने SDPO चिंगथम आनंद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इंफाल से 110 किमी दक्षिण में मोरेह में हुई इस घटना से आक्रोशित लोग पुलिस स्टेशन का घेराव करने पहुंचे थे। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्के बल का भी इस्तेमाल करना पड़ा।
आक्रोशित भीड़ सुरक्षा बलों के साथ भिड़ गई। उन्होंने कथित तौर पर इंफाल पश्चिम जिले में राजभवन और मुख्यमंत्री कार्यालय के करीब मणिपुर राइफल्स परिसर को घेरने की कोशिश की। भीड़ पर काबू पाने के लिए सुरक्षा बलों ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर हवा में गोलियां चलाईं। इंफाल पश्चिम जिला प्रशासन ने राजधानी में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू में ढील की अवधि रद्द कर दी है।
इससे पहले, दोपहर में मणिपुर पुलिस ने 44 लोगों को हिरासत में लिया। रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें से 32 लोग म्यांमार के नागरिक हैं। इन पर एक दिन पहले टेंग्नौपाल जिले के मोरेह इलाके में पुलिस अफसर की हत्या और पुलिस कमांडो टीम पर हमला करने का आरोप है।
वहीं, मणिपुर CM एन. बीरेन सिंह ने बुधवार सुबह इंफाल शहर के पहले बटालियन मणिपुर राइफल्स ग्राउंड में पुलिस अफसर को श्रद्धांजलि दी। CM ने कहा, “आनंद एक बहादुर और देशभक्त अधिकारी थे। हर भारतीय को उन पर गर्व होना चाहिए।” CM बीरेन सिंह ने कहा, “जल्द ही सभी अपराधियों को पकड़ा जाएगा। उनके पकड़े जाने तक पुलिस कमांडो, IRB, सेना और असम राइफल्स लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाएगी।”