‘वोट चोर गद्दी छोड़’ नारे के साथ चुनाव आयोग के खिलाफ 300 सांसदों का ऐतिहासिक मार्च

मार्च के दौरान अखिलेश ने बैरिकेडिंग फांदकर आगे बढ़ने की कोशिश की। जब सांसदों को आगे नहीं जाने दिया गया तो वे जमीन पर बैठ गए। प्रियंका, डिंपल समेत कई सांसद 'वोट चोर गद्दी छोड़' के नारे लगाते दिखे। प्रदर्शन के दौरान TMC सांसद मिताली बाग और महुआ मोइत्रा की तबीयत बिगड़ गई।

DrashtaNews

-यह संविधान बचाने की लड़ाई है। ये एक व्यक्ति-एक वोट की लड़ाई है, इसलिए हमें साफ वोटर लिस्ट चाहिए। – राहुल गांधी

नई दिल्ली। राहुल गांधी ने 7 अगस्त को चुनाव आयोग की चोरी का जो देश के सामने पर्दाफास किया वह अब ‘वोट चोर’ अभियान बन चूका है। चुनाव आयोग चोरी के सारे सबूत मिटने और छुपाने में लगा हुआ है। आश्चर्य की बात है कि सत्ता समर्थित मीडिया, भाजपा के नेता और प्रवक्ता चुनाव आयोग के बचाव में खड़े हो गए हैं।
चुनाव में वोट चोरी के आरोप पर सोमवार को चुनाव आयोग के खिलाफ 300 सांसदों ने ऐतिहासिक मार्च निकला। संसद से चुनाव आयोग के ऑफिस तक मार्च में सांसदों ने ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाए। इस दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी सांसदों को हिरासत में लिया गया। पुलिस उन्हें संसद मार्ग पुलिस स्टेशन ले गई, जहां से 2 घंटे बाद रिहा कर दिया गया।

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हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि यह संविधान बचाने की लड़ाई है। ये एक व्यक्ति-एक वोट की लड़ाई है, इसलिए हमें साफ वोटर लिस्ट चाहिए।
वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि यह सरकार डरी हुई है और कायर है। मार्च के दौरान अखिलेश ने बैरिकेडिंग फांदकर आगे बढ़ने की कोशिश की। जब सांसदों को आगे नहीं जाने दिया गया तो वे जमीन पर बैठ गए। प्रियंका, डिंपल समेत कई सांसद ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ के नारे लगाते दिखे।

प्रदर्शन के दौरान TMC सांसद मिताली बाग और महुआ मोइत्रा की तबीयत बिगड़ गई। बेहोश हो गईं। राहुल गांधी और अन्य सांसदों ने उनकी मदद की। इससे पहले दोनों सदनों में इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ।

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सांसदों के हाथों में ‘वोट बचाओ’ के बैनर

मार्च संसद के मकर द्वार से शुरू हुआ। सांसदों के हाथों में ‘वोट बचाओ’ के बैनर थे। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने कहा था कि इंडिया ब्लॉक ने मार्च के लिए कोई अनुमति नहीं मांगी है, इसलिए इलेक्शन कमीशन जाने से पहले ही मार्च को परिवहन भवन के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया गया।
राहुल गांधी कहा कि ‘ये चुनाव आयोग का डेटा है, मेरा डेटा थोड़ी है जो मैं साइन करूं। हमने आपको (आयोग) ही दिया है, आप अपनी वेबसाइट पर डाल दीजिए, सबको पता लग जाएगा। ये सिर्फ बेंगलुरु में नहीं, देश के अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों में हुआ है। चुनाव आयोग जानता है कि उसका डेटा फटेगा, इसलिए उसे कंट्रोल करने और छिपाने की कोशिश हो रही है।’

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मल्लिकार्जुन खड़गे -यह लोगों के वोट के अधिकार की रक्षा की लड़ाई है। यह लोकतंत्र को बचाने का संघर्ष है।

कांग्रेस जयराम रमेश- चुनाव आयोग चुनाव आयोग है, ये चुराओ आयोग नहीं हो सकता।

कांग्रेस सांसद अमर सिंह- चुनाव आयोग की समस्या ये है कि वो किसी भी सवाल का जवाब नहीं देता; बल्कि बीजेपी हर सवाल का जवाब देती है। उन्होंने खुद साबित कर दिया कि चुनाव आयोग और सरकार एक ही हैं।

कांग्रेस केसी वेणुगोपाल- देश में कैसा लोकतंत्र है। सांसदों को चुनाव आयोग जाने की आजादी नहीं है।

NCP-SCP सांसद सुप्रिया सुले- हम शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हम महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं।

भाजपा सांसद सौमित्र खान ने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि भारत में कोई भी भारतीय वोट करे। वो भारत को एक धर्मशाला बनाना चाहते हैं ताकि कोई भी बांग्लादेशी या पाकिस्तानी यहां आए तो वोटर बन जाए। वो तो उन लोगों के भी वोट चाहते हैं जो मर चुके हैं। ये कैसे मुमकिन है? जो मर चुका है वो वोट नहीं दे सकता।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और विपक्ष ने बहुत समय बर्बाद किया है। अब हम देश और संसद का समय और बर्बाद नहीं होने देंगे।

 राहुल ने किए चुनाव आयोग से सवाल 

7 अगस्त को राहुल गांधी ने कहा, EC ने BJP के साथ चुनाव चुराया

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को वोटर लिस्ट में गड़बड़ी पर 1 घंटे 11 मिनट तक 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिया। राहुल ने स्क्रीन पर कर्नाटक की वोटर लिस्ट दिखाते हुए कहा कि वोटर लिस्ट में संदिग्ध वोटर मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नतीजे देखने के बाद हमारा शक पुख्ता हुआ कि चुनाव में चोरी हुई है। मशीन रीडेबल वोटर लिस्ट नहीं देने से हमें भरोसा हुआ कि चुनाव आयोग ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र के चुनाव की चोरी की है।

राहुल ने कहा कि हमने यहां वोट चोरी का एक मॉडल पेश किया, मुझे लगता है कि इसी मॉडल का प्रयोग देश की कई लोकसभाओं और विधानसभाओं में हुआ। राहुल के आरोपों पर कर्नाटक चुनाव आयोग ने शपथ पत्र मांगा है। कहा कि वे लिखित में शिकायत करें ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।

राहुल गांधी के चुनाव आयोग से 5 सवाल –

1. विपक्ष को डिजिटल वोटर लिस्ट क्यों नहीं मिल रही? क्या छिपा रहे हो?
2. CCTV और वीडियो सबूत मिटाए जा रहे हैं – क्यों? किसके कहने पर?
3. फर्जी वोटिंग और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी की गई – क्यों?
4. विपक्षी नेताओं को धमकाना, डराना – क्यों?
5. साफ-साफ बताओ – क्या ECI अब BJP का एजेंट बन चुका है?

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