खतरे में BJP सांसद रामशंकर कठेरिया की संसद सदस्यता

उत्तर प्रदेश के आगरा से दो बार और इटावा के वर्तमान सांसद रामशंकर कठेरिया की संसद सदस्यता जा सकती है। बीजेपी लोकसभा सांसद रामशंकर कठेरिया को आगरा की स्पेशल कोर्ट ने दो साल की सजा का आदेश दिया है।

DrashtaNews

– बीजेपी लोकसभा सांसद रामशंकर कठेरिया को आगरा की स्पेशल कोर्ट ने दो साल की सजा और 50 हजार रुपये का जुर्माना किया है।
– इस फैसले का सम्मान है, लेकिन अपील मेरा अधिकार है। मैं इस फैसले के खिलाफ उच्च अदालत में अपील करूंगा। -रामशंकर कठेरिया, सांसद, इटावा

नई दिल्‍ली। उत्तर प्रदेश के आगरा से दो बार और इटावा के वर्तमान सांसद रामशंकर कठेरिया की संसद सदस्यता जा सकती है। बीजेपी लोकसभा सांसद रामशंकर कठेरिया को आगरा की स्पेशल कोर्ट ने दो साल की सजा का आदेश दिया है। रामशंकर कठेरिया पूर्व मानव संसाधन राज्यमंत्री और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने का उदाहरण देते हुए विपक्षी दलों ने कठेरिया की सदस्यता रद्द करने मांग की है।

ऑर्डर की कॉपी अभी तक लोकसभा सचिवालय को नहीं मिली है। दोपहर बाद कोर्ट की कॉपी लोकसभा सचिवालय को मिल सकती है। कोर्ट ऑर्डर की कॉपी मिलते ही आज रामशंकर कठेरिया की सदस्यता रद्द करने का नोटिस लोकसभा सचिवालय जारी कर सकता है। कठेरिया के राजनैतिक जीवन पर भी कयास लगाए जाने लगे हैं। इटावा के सांसद कठेरिया के इस चुनाव में आगरा सीट पर लोकसभा चुनाव में टिकट मांगने की चर्चाएं तेजी पर थीं। हाल में हुए मेयर चुनाव में अपनी पत्नी मृदुला कठेरिया के लिए उन्होंने टिकट के लिए जोर लगाया था।

2011 में टॉरेंट पावर कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट

उत्तर प्रदेश के इटावा से भाजपा के सांसद कठेरिया को आगरा की एक एमपी/एमएलए अदालत ने साल 2011 में एक बिजली कंपनी के कर्मचारी के साथ मारपीट के मामले में शनिवार को दो साल के कारावास की सजा सुनाई है। कठेरिया के खिलाफ 2011 में टॉरेंट पावर कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट एवं बलवा करने का मामला दर्ज किया गया था। राज्य में उस समय मायावती के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी की सरकार थी।

संत रामभद्राचार्य ने मंच से मृदुला कठेरिया को मेयर का उम्मीदवार बताया

रामशंकर कठेरिया दो बार आगरा के सांसद रह चुके हैं। साल 2019 के चुनाव में प्रो. एसपी सिंह बघेल को भाजपा ने आगरा लोकसभा से टिकट दिया। कठेरिया को इटावा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए भेजा। मार्च में कोठी मीना बाजार में संत रामभद्राचार्य की रामकथा का आयोजन कराया गया था।  इसी के बाद से शहर में चर्चाएं तेज हो गई थीं कि कठेरिया आगरा लोकसभा सीट पर वापस लौटना चाहते हैं। मीना बाजार में हुई कथा में संत रामभद्राचार्य ने मंच से मृदुला कठेरिया को मेयर का उम्मीदवार बताया था। उनकी पैरवी की थी, पर यह दांव चला नहीं।

राहुल गांधी की तरह संसद की सदस्यता रद्द करने की उठी मांग

वर्ष 2009 में आगरा के सांसद बने रामशंकर कठेरिया 2014 में मोदी सरकार में केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री रहे। बाद में उन्हें हटा दिया गया। इस मामले के बाद कांग्रेस ने राहुल गांधी की तर्ज पर लोकसभा अध्यक्ष से कठेरिया की सदस्यता तुरंत समाप्त करने की मांग की है। राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता रमाशंकर शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी के मामले में दो घंटे के अंदर सदस्यता रद्द कर दी गई थी।

कहा कि कठेरिया को भी अगले छह साल के लिए चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया जाए। सपा नेता वाजिद निसार ने कहा कि एक जैसे मामले में दोहरा व्यवहार नहीं होना चाहिए। दो साल की सजा मिली है तो कठेरिया के मामले में भी वही कानून का पालन किया जाए तो पहले होता रहा है। महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष अलका जैन ने भी यह मांग दोहराई।

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