PM नरेंद्र मोदी के करीबी लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बने सिक्किम के राज्यपाल

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को बड़ा फेरबदल किया। असम, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, हिमाचल समेत 13 राज्यों के राज्यपाल और उप-राज्यपाल बदले गए हैं। केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन नामों पर मुहर लगा दी है। इसके पहले राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्णन माथुर का इस्तीफा स्वीकार किया था। इन जगहों पर नई नियुक्ति भी की गई है। महाराष्ट्र में कोश्यारी की जगह रमेश बैस को गर्वनर बनाया गया है। रमेश बैस अब तक झारखंड के राज्यपाल थे। आइए देखते हैं किन राज्यों में नए राज्यपाल की नियुक्ति की गई है। सिक्किम लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का नया राज्यपाल बनाया गया है। वे गंगा प्रसाद चौरसिया की जगह लेंगे। चौरसिया का कार्यकाल 7 फरवरी को पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष होने के साथ ही यूपी विधान परिषद के सदस्य भी हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी लोगों में गिना जाता है। RSS के शिशु मंदिर में शिक्षक से लेकर राज्यपाल तक का उनका सफर दिलचस्प रहा है। झारखंड के राज्यपाल तमिलनाडु भाजपा के प्रमुख नेता रहे सीपी राधाकृष्णन झारखंड के 11वें राज्यपाल बने हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को उन्हें झारखंड के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया। 65 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। कोयंबटूर संसदीय सीट से राधाकृष्णन दो बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। 48 वर्षों से RSS व भाजपा से वह जुड़े रहे और तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि राधाकृष्णन अखिल भारतीय कॉयर (नारियल के छाल से निकला फाइबर) बोर्ड के अध्यक्ष भी थे जो भारत सरकार के MSME क्षेत्र के अंतर्गत आता है। हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को भी नया राज्यपाल मिला है. शिव प्रताप शुक्ल को यहां नियुक्ति दी गई है. उत्तर प्रदेश से संबंध रखने वाले शिव प्रताप शुक्ला बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं. उन्होंने भाजपा से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत की थी. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें वित्त राज्यमंत्री बनाया गया था. वे राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर की जगह लेंगे. 13 जुलाई, 2021 को आर्लेकर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने थे. असम बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाकर भेजा गया है. यहां पर अभी तक जगदीश मुखी की राज्यपाल के रूप में तैनाती थी. कटारिया की गिनती राजस्थान के दिग्गज बीजेपी नेताओं में होती है. वे वर्तमान में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं. वे आरएसएस के स्वयंसेवक रहे हैं. राजस्थान विधानसभा में वे 8 बार विधायक रहे हैं और 1 बार सांसद रहे हैं. आंध्र प्रदेश पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का नया राज्यपाल बनाया गया है। वे इसी साल 4 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे। आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में वे बिस्वा भूषण हरिचंदन की जगह लेंगे. पद से हटने के 39 दिन बाद उन्हें नई जिम्मेदारी मिली है। छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके को भी बदला गया है। उनकी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को तैनाती दी गई है। 84 साल के बिस्वा भूषण हरिचंदन ओडिशा में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। ओडिशा की भुवनेश्वर और चिल्का विधानसभा का प्रधिनित्व करते हुए वे 5 बार विधायक रहे हैं। 1980 से 88 के दौरान 8 सालों तक बीजेपी की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष भी रहे। 2004 में राज्य की बीजेडी-बीजेपी सरकार में मंत्री बने। मणिपुर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल के रूप में वर्तमान में तैनात अनुसुइया उइके को मणिपुर का राज्यपाल बनी हैं। वे मणिपुर में तैनात ला गणेशन की जगह लेंगी। अनुसुइया उइके राजनीति में आने से पहले डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी। 1984 में पहली बार वह मध्य प्रदेश की विधानसभा के लिए चुनी गई थीं। मध्य प्रदेश सरकार में वह मंत्री भी रहीं। 29 जुलाई, 2019 को उन्होंने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। उस समय वह राज्यसभा की सदस्य थीं। अरुणाचल प्रदेश (रिटायर) लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइम अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बनाए गए हैं। इसके पहले यहां पर बीडी मिश्रा राज्यपाल थे। नागालैंड मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को नगालैंड का राज्यपाल बनाकर भेजा गया है। राज्य में चुनावों के बीच राज्यपाल की तैनाती को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के रहने वाले गणेशन RSS के जरिए राजनीति में आए। वह RSS में प्रचारक थे। वहां से वे बीजेपी में शामिल हुए और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद तक पहुंचे। 22 अगस्त, 2021 को उन्हें मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया था। मेघालय यूपी से तीन नेताओं को लिस्ट में जगह मिली है। फागू चौहान भी उनमें से एक हैं। फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल बनाया गया है। वे अभी तक बिहार के राज्यपाल थे। फागू चौहान उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले हैं। आजमगढ़ के पड़ोसी जिले की घोषी सीट से वे छह बार बीजेपी के टिकट पर यूपी विधानसभा के सदस्य रहे हैं। 29 जुलाई, 2019 को उन्होंने बिहार के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। बिहार राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आर्लेकर बिहार में फागू चौहान की जगह लेंगे. फागू चौहान को मेघालय भेजा गया है। 23 अप्रैल 1954 को गोवा में जन्मे आर्लेकर ने गोवा से ही अपनी पढ़ाई पूरी की है। बचपन से ही आरएसएस से जुड़े आर्लेकर गोवा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं. 2012 में वह गोवा विधानसभा के अध्यक्ष बनाए गए और तीन साल तक इस पद पर रहे. 13 जुलाई, 2021 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने थे। महाराष्ट्र के राज्यपाल वहीं झारखंड के वर्तमान राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया हैं। बता दें कि बैस को यह उनके बेहतर कार्य का पुरस्कार मिला है। वह भगत सिंह कोश्यारी का स्थान लेंगे, जिन्होंने नवंबर माह में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। रमेश बैस का राजनीतिक सफर निकाय चुनाव से हुआ था। वह अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में भी शामिल हो चुके हैं। बीजेपी ने 2019 में रमेश बैस को लोकसभा चुनाव का टिकट देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया था। लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्व ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा के रूप में नया उपराज्यपाल मिला है। वे अभी तक अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। लद्दाख में राधाकृष्णन माथुर की जगह लेंगे। ब्रिगेडियर के पद से रिटायर हुए बीडी मिश्रा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भाग लिया था। इसके साथ ही 1993 में अमृतसर से हाईजैक हो चुके विमान के 124 यात्रियों को भी बचाया था।

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नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को बड़ा फेरबदल किया। असम, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, हिमाचल समेत 13 राज्यों के राज्यपाल और उप-राज्यपाल बदले गए हैं। केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इन नामों पर मुहर लगा दी है।  इसके पहले राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और लद्दाख के उपराज्यपाल राधा कृष्णन माथुर का इस्तीफा स्वीकार किया था। इन जगहों पर नई नियुक्ति भी की गई है। महाराष्ट्र में कोश्यारी की जगह रमेश बैस को गर्वनर बनाया गया है। रमेश बैस अब तक झारखंड के राज्यपाल थे।

सिक्किम

लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को सिक्किम का नया राज्यपाल बनाया गया है। वे गंगा प्रसाद चौरसिया की जगह लेंगे। चौरसिया का कार्यकाल 7 फरवरी को पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के रहने वाले लक्ष्मण प्रसाद आचार्य भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष होने के साथ ही यूपी विधान परिषद के सदस्य भी हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी लोगों में गिना जाता है। RSS के शिशु मंदिर में शिक्षक से लेकर राज्यपाल तक का उनका सफर दिलचस्प रहा है।

झारखंड के राज्यपाल

तमिलनाडु भाजपा के प्रमुख नेता रहे सीपी राधाकृष्णन झारखंड के 11वें राज्यपाल बने हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को उन्हें झारखंड के राज्यपाल के पद पर नियुक्त किया। 65 वर्षीय सीपी राधाकृष्णन वर्तमान में भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। कोयंबटूर संसदीय सीट से राधाकृष्णन दो बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। 48 वर्षों से RSS व भाजपा से वह जुड़े रहे और तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। बता दें कि राधाकृष्णन अखिल भारतीय कॉयर (नारियल के छाल से निकला फाइबर) बोर्ड के अध्यक्ष भी थे जो भारत सरकार के MSME क्षेत्र के अंतर्गत आता है।

हिमाचल प्रदेश

पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश को भी नया राज्यपाल मिला है। शिव प्रताप शुक्ल को यहां नियुक्ति दी गई है।  उत्तर प्रदेश से संबंध रखने वाले शिव प्रताप शुक्ला बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं । उन्होंने भाजपा से जुड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत की थी। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें वित्त राज्यमंत्री बनाया गया था । वे राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर की जगह लेंगे। 13 जुलाई, 2021 को आर्लेकर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने थे।

असम

बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया को असम का राज्यपाल बनाकर भेजा गया है ।  यहां पर अभी तक जगदीश मुखी की राज्यपाल के रूप में तैनाती थी ।  कटारिया की गिनती राजस्थान के दिग्गज बीजेपी नेताओं में होती है।  वे वर्तमान में राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं ।  वे आरएसएस के स्वयंसेवक रहे हैं ।  राजस्थान विधानसभा में वे 8 बार विधायक रहे हैं और 1 बार सांसद रहे हैं ।

आंध्र प्रदेश

पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का नया राज्यपाल बनाया गया है। वे इसी साल 4 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे।  आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में वे बिस्वा भूषण हरिचंदन की जगह लेंगे. पद से हटने के 39 दिन बाद उन्हें नई जिम्मेदारी मिली है।

छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके को भी बदला गया है। उनकी आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन को तैनाती दी गई है।  84 साल के बिस्वा भूषण हरिचंदन ओडिशा में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। ओडिशा की भुवनेश्वर और चिल्का विधानसभा का प्रधिनित्व करते हुए वे 5 बार विधायक रहे हैं। 1980 से 88 के दौरान 8 सालों तक बीजेपी की ओडिशा इकाई के अध्यक्ष भी रहे। 2004 में राज्य की बीजेडी-बीजेपी सरकार में मंत्री बने।

मणिपुर

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल के रूप में वर्तमान में तैनात अनुसुइया उइके को मणिपुर का राज्यपाल बनी हैं। वे मणिपुर में तैनात ला गणेशन की जगह लेंगी। अनुसुइया उइके राजनीति में आने से पहले डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी। 1984 में पहली बार वह मध्य प्रदेश की विधानसभा के लिए चुनी गई थीं। मध्य प्रदेश सरकार में वह मंत्री भी रहीं। 29 जुलाई, 2019 को उन्होंने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। उस समय वह राज्यसभा की सदस्य थीं।

अरुणाचल प्रदेश

(रिटायर) लेफ्टिनेंट जनरल कैवल्य त्रिविक्रम परनाइम अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल बनाए गए हैं। इसके पहले यहां पर बीडी मिश्रा राज्यपाल थे।

नागालैंड

मणिपुर के राज्यपाल ला गणेशन को नगालैंड का राज्यपाल बनाकर भेजा गया है। राज्य में चुनावों के बीच राज्यपाल की तैनाती को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के रहने वाले गणेशन RSS के जरिए राजनीति में आए। वह RSS में प्रचारक थे। वहां से वे बीजेपी में शामिल हुए और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद तक पहुंचे। 22 अगस्त, 2021 को उन्हें मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया था।

मेघालय

यूपी से तीन नेताओं को लिस्ट में जगह मिली है। फागू चौहान भी उनमें से एक हैं। फागू चौहान को मेघालय का राज्यपाल बनाया गया है। वे अभी तक बिहार के राज्यपाल थे। फागू चौहान उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के रहने वाले हैं। आजमगढ़ के पड़ोसी जिले की घोषी सीट से वे छह बार बीजेपी के टिकट पर यूपी विधानसभा के सदस्य रहे हैं। 29 जुलाई, 2019 को उन्होंने बिहार के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी।

बिहार

राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है। वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आर्लेकर बिहार में फागू चौहान की जगह लेंगे. फागू चौहान को मेघालय भेजा गया है। 23 अप्रैल 1954 को गोवा में जन्मे आर्लेकर ने गोवा से ही अपनी पढ़ाई पूरी की है। बचपन से ही आरएसएस से जुड़े आर्लेकर गोवा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं ।  2012 में वह गोवा विधानसभा के अध्यक्ष बनाए गए और तीन साल तक इस पद पर रहे । 13 जुलाई, 2021 को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बने थे।

महाराष्ट्र के राज्यपाल

वहीं झारखंड के वर्तमान राज्यपाल रमेश बैस को महाराष्ट्र का राज्यपाल नियुक्त किया गया हैं। बता दें कि बैस को यह उनके बेहतर कार्य का पुरस्कार मिला है। वह भगत सिंह कोश्यारी का स्थान लेंगे, जिन्होंने नवंबर माह में ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। रमेश बैस का राजनीतिक सफर निकाय चुनाव से हुआ था। वह अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में भी शामिल हो चुके हैं। बीजेपी ने 2019 में रमेश बैस को लोकसभा चुनाव का टिकट देने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें त्रिपुरा का राज्यपाल बनाया गया था।

लद्दाख

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख को पूर्व ब्रिगेडियर बीडी मिश्रा के रूप में नया उपराज्यपाल मिला है। वे अभी तक अरुणाचल  प्रदेश के राज्यपाल थे।  लद्दाख में राधाकृष्णन माथुर की जगह लेंगे। ब्रिगेडियर के पद से रिटायर हुए बीडी मिश्रा 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भाग लिया था।  इसके साथ ही 1993 में अमृतसर से हाईजैक हो चुके विमान के 124 यात्रियों को भी बचाया था।

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