गूगल 12,000 कर्मचारियों की करेगा छंटनी ,अमेरिका के स्टाफ पर सबसे पहले होगा असर

नई दिल्ली । टेक्नॉलजी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में छंटनी का सिलसिला लगातार जारी है। माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और मेटा जैसी कंपनियों के बाद अब गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc.) ने भी हजारों लोगों को नौकरी से निकालने का एलान कर दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शामिल अल्फाबेट ने शुक्रवार को बताया कि वो अपनी वर्कफोर्स में 6 फीसदी की कटौती करने जा रही है, जिसके तहत करीब 12,000 लोगों की नौकरी चली जाएगी। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स के साथ साझा किए गए एक स्टाफ मेमो में यह बात कही है। यह कटौती टेक्नालॉजी के क्षेत्र में एक और खलबली पैदा करने वाली है। उसके प्रतिद्वंद्वी माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने पहले ही कहा है कि यह 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। नौकरियों में कटौती से कंपनी की सारी टीमें प्रभावित होंगी, इनमें रिक्रूटिंग और कॉर्पोरेट कामकाज के साथ-साथ इंजीनियरिंग व उत्पाद से जुड़ी टीमें भी शामिल हैं। सुंदर पिचाई ने ली फैसले की जिम्मेदारी अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने इस बारे में जारी स्टाफ मेमो में कहा है कि वे इस फैसले की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। पिचाई ने कहा है कि कंपनी ने पिछले कुछ बरसों के दौरान अपने कर्मचारियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी की थी, क्योंकि उस वक्त भविष्य के बारे में कंपनी के अनुमान मौजूदा हकीकत से काफी अलग थे। हालांकि इसके साथ ही पिचाई ने मेमो में यह भी कहा कि उन्हें भरोसा है कि कंपनी का भविष्य काफी बेहतर रहेगा। उनके इस भरोसे की वजह कंपनी के बेहतरीन प्रोडक्ट्स, महत्वपूर्ण सर्विसेज और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) में काफी पहले निवेश करने की रणनीति है। गूगल ने कहा है कि, यह छंटनी दुनिया भर में हो रही है और इससे अमेरिकी कर्मचारी तुरंत प्रभावित होंगे। यह खबर आर्थिक अनिश्चितता के साथ-साथ टेक्नालॉजिकल प्रॉमिस के उस दौर में आई है, जब Google और Microsoft सॉफ्टवेयर के नए क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं। इसको जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रूप में जाना जाता है। अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने एक नोट में कहा, "मैं अपने मिशन की ताकत, हमारे उत्पादों और सेवाओं के मूल्य और एआई में हमारे शुरुआती निवेश की बदौलत सामने आने वाले बड़े अवसर को लेकर आश्वस्त हूं।" सुंदर पिचाई की तरफ से जारी मेमो में कहा गया है कि जिन कर्मचारियों की नौकरी जा रही है, उन्हें पहले ही ईमेल करके इसकी जानकारी दी जा चुकी है। अल्फाबेट में जिन लोगों को नौकरी से निकाला जाएगा, उनमें इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट से लेकर कॉरपोरेट फंक्शन तक हर सेक्शन शामिल है। छंटनी के इस फैसले का असर कंपनी के दुनिया भर के कर्मचारियों पर पड़ेगा, लेकिन अमेरिकी स्टाफ सबसे पहले प्रभावित होंगे। बाकी देशों में रोजगार से जुड़े स्थानीय कानूनों और प्रक्रियाओं के कारण इसमें ज्यादा वक्त लगेगा। सुंदर पिचाई ने अमेरिका में कार्यरत कर्मचारियों से कहा है कि हम, ''पूरी नोटिफिकेशन अवधि (न्यूनतम 60 दिन) के दौरान कर्मचारियों को पे करेंगे। हम सेवरेंस पैकेज का ऑफर दे रहे हैं जो कि 16 सप्ताह की सैलरी से शुरू होगा। इसके अलावा गूगल में सेवा के प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष के लिए दो सप्ताह की सैलरी शामिल होगी। कम से कम 16 सप्ताह के GSU वेस्टिंग में तेजी लाई जाएगी।'' उन्होंने कहा है कि, ''हम 2022 के बोनस और बाकी छुट्टियों का भुगतान करेंगे। हम प्रभावित लोगों को छह महीने तक स्वास्थ्य सुविधा सेवाएं, प्लेसमेंट में मदद और प्रभावितों को इमिग्रेशन में सहायता मुहैया कराएंगे। '' सुंदर पिचाई ने कहा है कि, ''अमेरिका के बाहर के कर्मचारियों को स्थानीय नीतियों के अनुसार मदद दी जाएगी।'' गूगल कर्मियों को संबोधित ई-मेल में सुंदर पिचाई ने कहा है कि, ''मेरे पास साझा करने के लिए कटु समाचार है. हमने अपने वर्कफोर्स में करीब 12,000 नौकरियां कम करने का फैसला लिया है. हम प्रभावित होने वाले अमेरिका के कर्मचारियों को पहले ही एक अलग ईमेल भेज चुके हैं। अन्य देशों में स्थानीय कानूनों और तौर तरीकों के कारण इस प्रक्रिया में अधिक समय लगेगा।'' उन्होंने कहा है कि, ''इसका मतलब कुछ अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली लोगों को अलविदा कहना होगा, जिन्हें हमने काम पर रखने के लिए कड़ी मेहनत की और जिनके साथ काम करना पसंद किया। मुझे इसका बहुत खेद है। तथ्य यह है कि ये परिवर्तन Googlers की जिंदगियों को प्रभावित करेंगे। यह फैसला मुझ पर भारी है। मैं उन निर्णयों के लिए पूरी ज़िम्मेदारी लेता हूं जिनके चलते हम इस स्थिति में पहुंच गए हैं।'' दुनिया भर की कई नामी टेक कंपनियां पिछले कुछ अरसे के दौरान बड़े पैमाने पर छंटनी का फैसला कर चुकी हैं। इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेज़न और फेसबुक (Facebook), वॉट्सऐप (WhatsApp), इंस्टाग्राम (Instagram) जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की ओनर मेटा (Meta) भी बड़े पैमाने पर छंटनी का एलान कर चुकी हैं। इनमें सबसे ज्यादा 18,000 लोगों की छंटनी अमेजन करने वाली है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी दो दिन पहले ही 10,000 लोगों को नौकरी से हटाने की जानकारी दी है। मेटा करीब 11,000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। एचपी (HP) ने भी कुछ अरसा पहले करीब 6000 लोगों को हटाने का एलान किया था।

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-छंटनी में इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट से लेकर कॉरपोरेट फंक्शन तक हर सेक्शन शामिल है।

नई दिल्ली ।  टेक्नॉलजी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों में छंटनी का सिलसिला लगातार जारी है। माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और मेटा जैसी कंपनियों के बाद अब गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc.) ने भी हजारों लोगों को नौकरी से निकालने का एलान कर दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शामिल अल्फाबेट ने शुक्रवार को बताया कि वो अपनी वर्कफोर्स में 6 फीसदी की कटौती करने जा रही है, जिसके तहत करीब 12,000 लोगों की नौकरी चली जाएगी।

गूगल के  CEO सुंदर पिचाई ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स के साथ साझा किए गए एक स्टाफ मेमो में यह बात कही है। यह कटौती टेक्नालॉजी के क्षेत्र में एक और खलबली पैदा करने वाली है। उसके प्रतिद्वंद्वी माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प ने पहले ही कहा है कि यह 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। नौकरियों में कटौती से कंपनी की सारी टीमें प्रभावित होंगी, इनमें रिक्रूटिंग और कॉर्पोरेट कामकाज के साथ-साथ इंजीनियरिंग व उत्पाद से जुड़ी टीमें भी शामिल हैं।

सुंदर पिचाई ने ली फैसले की जिम्मेदारी

अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने इस बारे में जारी स्टाफ मेमो में कहा है कि वे इस फैसले की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। पिचाई ने कहा है कि कंपनी ने पिछले कुछ बरसों के दौरान अपने कर्मचारियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी की थी, क्योंकि उस वक्त भविष्य के बारे में कंपनी के अनुमान मौजूदा हकीकत से काफी अलग थे। हालांकि इसके साथ ही पिचाई ने मेमो में यह भी कहा कि उन्हें भरोसा है कि कंपनी का भविष्य काफी बेहतर रहेगा। उनके इस भरोसे की वजह कंपनी के बेहतरीन प्रोडक्ट्स, महत्वपूर्ण सर्विसेज और आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (AI) में काफी पहले निवेश करने की रणनीति है।

गूगल ने कहा है कि, यह छंटनी दुनिया भर में हो रही है और इससे अमेरिकी कर्मचारी तुरंत प्रभावित होंगे। यह खबर आर्थिक अनिश्चितता के साथ-साथ टेक्नालॉजिकल प्रॉमिस के उस दौर में आई है, जब Google और Microsoft सॉफ्टवेयर के नए क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं। इसको जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रूप में जाना जाता है। अल्फाबेट के CEO सुंदर पिचाई ने एक नोट में कहा, “मैं अपने मिशन की ताकत, हमारे उत्पादों और सेवाओं के मूल्य और एआई में हमारे शुरुआती निवेश की बदौलत सामने आने वाले बड़े अवसर को लेकर आश्वस्त हूं।”

सुंदर पिचाई की तरफ से जारी मेमो में कहा गया है कि जिन कर्मचारियों की नौकरी जा रही है, उन्हें पहले ही ईमेल करके इसकी जानकारी दी जा चुकी है। अल्फाबेट में जिन लोगों को नौकरी से निकाला जाएगा, उनमें इंजीनियरिंग और प्रोडक्ट से लेकर कॉरपोरेट फंक्शन तक हर सेक्शन शामिल है। छंटनी के इस फैसले का असर कंपनी के दुनिया भर के कर्मचारियों पर पड़ेगा, लेकिन अमेरिकी स्टाफ सबसे पहले प्रभावित होंगे। बाकी देशों में रोजगार से जुड़े स्थानीय कानूनों और प्रक्रियाओं के कारण इसमें ज्यादा वक्त लगेगा।

सुंदर पिचाई ने अमेरिका में कार्यरत कर्मचारियों से कहा है कि हम, ”पूरी नोटिफिकेशन अवधि (न्यूनतम 60 दिन) के दौरान कर्मचारियों को पे करेंगे।  हम सेवरेंस पैकेज का ऑफर दे रहे हैं जो कि 16 सप्ताह की सैलरी से शुरू होगा। इसके अलावा गूगल में सेवा के प्रत्येक अतिरिक्त वर्ष के लिए दो सप्ताह की सैलरी शामिल होगी। कम से कम 16 सप्ताह के GSU वेस्टिंग में तेजी लाई जाएगी।”  उन्होंने कहा है कि, ”हम 2022 के बोनस और बाकी छुट्टियों का भुगतान करेंगे। हम प्रभावित लोगों को छह महीने तक स्वास्थ्य सुविधा सेवाएं, प्लेसमेंट में मदद और प्रभावितों को इमिग्रेशन में सहायता मुहैया कराएंगे। ”

सुंदर पिचाई ने कहा है कि, ”अमेरिका के बाहर के कर्मचारियों को स्थानीय नीतियों के अनुसार मदद दी जाएगी।” गूगल कर्मियों को संबोधित ई-मेल में सुंदर पिचाई ने कहा है कि, ”मेरे पास साझा करने के लिए कटु समाचार है । हमने अपने वर्कफोर्स में करीब 12,000 नौकरियां कम करने का फैसला लिया है। हम प्रभावित होने वाले अमेरिका के कर्मचारियों को पहले ही एक अलग email भेज चुके हैं। अन्य देशों में स्थानीय कानूनों और तौर तरीकों के कारण इस प्रक्रिया में अधिक समय लगेगा।”

उन्होंने कहा है कि, ”इसका मतलब कुछ अविश्वसनीय रूप से प्रतिभाशाली लोगों को अलविदा कहना होगा, जिन्हें हमने काम पर रखने के लिए कड़ी मेहनत की और जिनके साथ काम करना पसंद किया। मुझे इसका बहुत खेद है। तथ्य यह है कि ये परिवर्तन Googlers की जिंदगियों को प्रभावित करेंगे। यह फैसला मुझ पर भारी है। मैं उन निर्णयों के लिए पूरी ज़िम्मेदारी लेता हूं जिनके चलते हम इस स्थिति में पहुंच गए हैं।”

दुनिया भर की कई नामी टेक कंपनियां पिछले कुछ अरसे के दौरान बड़े पैमाने पर छंटनी का फैसला कर चुकी हैं। इससे पहले माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), अमेज़न और फेसबुक (Facebook), वॉट्सऐप (WhatsApp), इंस्टाग्राम (Instagram) जैसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की ओनर मेटा (Meta) भी बड़े पैमाने पर छंटनी का एलान कर चुकी हैं। इनमें सबसे ज्यादा 18,000 लोगों की छंटनी अमेजन करने वाली है।  माइक्रोसॉफ्ट ने भी दो दिन पहले ही 10,000 लोगों को नौकरी से हटाने की जानकारी दी है। मेटा करीब 11,000 कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। एचपी (HP) ने भी कुछ अरसा पहले करीब 6000 लोगों को हटाने का एलान किया था।

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