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आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में पंजाब के पूर्व डिप्टी CM ओपी सोनी गिरफ्तार
-ओपी सोनी ने पत्नी और बेटे के नाम पर बनाई संपत्ति
नई दिल्ली। प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता ओपी सोनी को पंजाब विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया है। पंजाब के उपमुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान ओपी सोनी पर अपने पद का दुरुपयोग करके संपत्तियां बनाने के साथ ही साल 2007 से लेकर 2022 तक के अपने राजनीतिक जीवन में आय से अधिक संपत्ति जुटाने के आरोप हैं।
पंजाब के विजिलेंस विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया। अब उन्हें अमृतसर ले जाया जा रहा है, जहां सोमवार को उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा। ओपी सोनी को बीते साल पहली बार 25 नवंबर को विजिलेंस ने तलब किया था। सोनी की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधा है।
विजिलेंस विभाग ने सोनी के खिलाफ अपनी जांच में साल 2016 से 2022 के बीच आय से अधिक संपत्ति होने का दावा किया है। इस मामले में पिछले साल 10 अक्टूबर को जांच के आदेश हुए थे। इसी मामले को लेकर पंजाब विजिलेंस की ओर से लगातार ओपी सोनी से पूछताछ की जा रही थी और उन्हें जांच में शामिल करवाया गया था। अब पुख्ता सबूत मिलने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। विजिलेंस की जांच में कांग्रेस नेता ओपी सोनी पर गंभीर आरोप पाए गए हैं। पंजाब विजिलेंस की ओर से जारी की गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इस मामले की FIR नंबर 20 को तहत जांच के बाद ओपी सोनी के खिलाफ पुलिस स्टेशन विजिलेंस, अमृतसर रेंज में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
विजिलेंस विभाग के मुताबिक, जांच में पाया गया कि एक अप्रैल 2016 से लेकर 31 मार्च 2022 के बीच पूर्व उप मुख्यमंत्री ओपी सोनी और उनके परिवार कि आय 4.5 करोड़ थी, जबकि उन्होंने 12.5 करोड़ रुपये खर्च किए। विभाग ने दावा किया कि ओपी सोनी ने अपनी पत्नी और बेटे के नाम पर प्रॉपर्टी बनाई है।
ओपी सोनी की गिरफ्तारी पर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे मुख्यमंत्री भगवंत मान की असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की एक और कोशिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि प्रतिशोध की राजनीति से कोई नतीजा नहीं निकलता है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने ट्वीट कर कहा, “पूर्व डिप्टी सीएम ओपी सोनी जी की गिरफ्तारी असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने की भगवंत मान की एक और कोशिश है। प्रतिशोध की राजनीति से कभी कोई नतीजा नहीं निकला और यह भी ऐसा ही मामला साबित होगा ”।
पहले पंजाब के कैबिनेट मंत्री और बाद में उपमुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान 1 अप्रैल 2016 से 31 मार्च 2022 तक की अवधि के दौरान उनकी और उनके परिवार की आय 4,52,18,771 रुपए थी, जबकि खर्च 12,48,42,692 रुपये था। ये उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 7,96,23,921 रुपये या 176.08 प्रतिशत अधिक था। इस दौरान आरोपी ओपी सोनी ने अपनी पत्नी सुमन सोनी और बेटे राघव सोनी के नाम पर कई संपत्तियां बनाईं।
इससे पहले पंजाब विजिलेंस पूर्व की कांग्रेस सरकार के कई मंत्रियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच कर रही है। खुद पूर्व मुख्यमंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच चल रही है और उन्हें भी विजिलेंस जांच के लिए बुलाती रहती है।
कौन हैं ओपी सोनी?
ओपी सोनी अमृतसर में कांग्रेस के बड़े नेता हैं। ओपी सोनी पंजाब कांग्रेस के बड़े हिंदू चेहरे हैं और जब कांग्रेस की सरकार में कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री थे तब ओपी सोनी को कैबिनेट मंत्री की रैंक दी गई थी। सोनी 1997 से लगातार 5 बार 2022 तक विधायक का चुनाव जीतते रहे हैं। साल 2022 में सोनी अमृतसर सेंट्रल सीट से विधानसभा चुनाव हार गए थे। साल 2021 में कांग्रेस ने सत्ता परिवर्तन करके जब कैप्टेन अमरिंदर सिंह को हटाकर, चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था तो उस मंत्रिमंडल में ओपी सोनी को उपमुख्यमंत्री का पद दिया गया था और कई महत्वपूर्ण मंत्रालय भी दिए गए थे।