‘ इलेक्टोरल बॉन्ड ‘ दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट है-सांसद राहुल गांधी
-CBI और ED से दबाव डालकर भाजपा के लिए वसूली की जाती है। राज्य सरकारों को गिराने में इन्हीं पैसों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
नई दिल्ली। पाप की कमाई का आधार ‘ इलेक्टोरल बॉन्ड ‘ योजना के खुलासे के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट है। CBI और ED से दबाव डालकर भाजपा के लिए वसूली की जाती है।
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड बेहद ही गंभीर मुद्दा है। मोदी ने इलेक्टोरल बॉन्ड का कॉन्सेप्ट रखा। ये दुनिया का सबसे बड़ा वसूली रैकेट है। कंपनियों से हफ्ता लेने का तरीका है। कंपनियों से कॉन्ट्रैक्ट और शेयर लेने का तरीका है। इलेक्टोरल बॉन्ड के आंकड़े सामने आ गए हैं। पहले सीबीआई, ईडी और आईटी द्वारा कंपनियों पर केस लगाया जाता है और उसके बाद भाजपा को पैसा मिलता है।
उन्होंने आगे कहा कि मोदी के दावे की हकीकत सामने आ गई है। देश की सारी एजेंसियों को भ्रष्टाचार करने में लगा दिया गया है। सीबीआई और ईडी जांच नहीं, बल्कि भाजपा के लिए वसूली करती हैं। हम ED, CBI, IT को कंट्रोल नहीं कर रहे हैं। राज्य सरकारों को गिराने में इन्हीं पैसों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
शिवसेना और एनसीपी को कैसे तोड़ा गया? इसे लेकर राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें तोड़ने में इन्हीं पैसों का इस्तेमाल किया गया है। पैसा कहां से आया, ये मैंने बता दिया है। पूर्व सीएम अशोक चव्हाण और मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मिलिंद देवड़ा गए कोई बात नहीं। अशोक चव्हाण गए ठीक है। कांग्रेस नहीं टूटी है। पैसों से एनसीपी और शिवसेना को तोड़ा गया।