नई दिल्ली। अखबार नेशनल हेराल्ड केस से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मंगलवार को दूसरे दिन 10 घंटे तक पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को कल फिर से प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने के लिए कहा गया है। उनसे साढ़े तीन बजे तक करीब चार घंटे तक ईडी दफ्तर में पूछताछ हुई। इसके बाद वे ईडी आफिस से निकल गए। करीब एक घंटे बाद आगे की पूछताछ के लिए वे फिर से ईडी आफिस पहुंचे। यह चौथे चरण की पूछताछ करीब छह घंटे चली। इससे पहले सोमवार को भी उनसे 9 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई थी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ईडी ने अब तक 17 घंटे से ज्यादा देर तक पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि बुधवार को भी राहुल गांधी को ED दफ्तर बुलाया गया है। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को पूछताछ के दौरान राहुल गांधी ने ईडी के अधिकारियों से कहा कि उन्हें बार-बार पूछताछ के लिए न बुलाया जाए। मंगलवार को भी दो राउंड पूछताछ में उन्हें सिर्फ एक घंटे के लिए दिन के भोजन के लिए ब्रेक दिया गया था।
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी की ओर से 10 साल पहले की गई शिकायत के मामले में गांधी फैमिली की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती हैं, इसलिए अभी उनसे पूछताछ नहीं की जा सकी है। जबकि राहुल गांधी से लगातार दूसरे दिन दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर में मैराथन पूछताछ की गई।
क्या-क्या सवाल पूछे गए
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी से ईडी ने पूछा कि आखिर एजेएल को अदा की गई 50 लाख रुपये की रकम कहां से आई? एजेंसी ने यह भी पूछा कि क्या उन्हें इस रकम के एवज में उन्हें नेशनल हेराल्ड की संपत्ति मिल जाएगी? उनसे एजेंसी ने यह भी पूछा कि यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी किसलिए बनाई। हालांकि वह तमाम सवालों पर चुप्पी ही साधे रहे।
ईडी के समन का विरोध
इससे पहले ईडी के समन का विरोध कर रहे कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत समेत 100 से ज्यादा नेताओं को कांग्रेस दफ्तर के बाहर पुलिस ने हिरासत में लिया। वे सभी राहुल गांधी के साथ ईडी दफ्तर की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे थे। कांग्रेस दफ्तर और ईडी मुख्यालय के आसपास पुलिस ने धारा 144 लगा रखी है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। वहां पुलिस और पैरा मिलिट्री के जवान तैनात किए गए हैं। दूसरी तरफ, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला और बीजेपी नेताओं के नाम गिनाकर पूछा है कि ED हिमंता विस्वा सरमा या येदियुरप्पा को क्यों नहीं बुलाती?
सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की जांच उनकी आवाज दबाने की कोशिश है क्योंकि उन्होंने हमेशा मोदी सरकार से चीन द्वारा हमारे क्षेत्र पर कब्जा करने, महंगाई, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, बेरोजगारी, धार्मिक प्रतिशोध जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए हैं। सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी मीडिया और वाट्सएप यूनिवर्सिटी का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी उद्योगपतियों के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं और उन्हें विदेशों में ठेके दिला रहे हैं। उन्होंने कहा, क्रोनोलॉजी समझिए कि बीजेपी ने हमला बोला है क्योंकि राहुल गांधी आप जनता की आवाज उठाते हैं। राहुल उनकी आंखों में आंखें डालकर उनकी सरकार पर सवाल उठाते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह हमला सिर्फ राहुल और कांग्रेस पर नहीं बेरोजगारों और गरीबों पर है।
कांग्रेस ने विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की
दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर में कड़ी सुरक्षा के बीच राहुल गांधी से ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ की तो दूसरी ओर दिल्ली की सड़कों पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं समेत कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान पुलिस और कांग्रेसी नेताओं के बीच झड़प भी हुई। पुलिस ने कई नेताओं को हिरासत में लिया और गुप्त स्थान पर ले गए। कांग्रेस नेताओं ने विपक्षी नेताओं से अपील की कि मोदी सरकार की दमनकारी नीति के खिलाफ समूचे विपक्ष को एकजुट होना चाहिए।
प्रवर्तन निदेशालय ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए राहुल गांधी और उनकी मां सोनिया गांधी को तलब किया था। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ये पूछताछ सत्तारूढ़ भाजपा की “प्रतिशोध की राजनीति” का हिस्सा है।
लंच ब्रेक में भाई से मिलने पहुंची प्रियंका गांधी
मंगलवार को लंच ब्रेक के लिए ईडी के अधिकारियों ने राहुल गांधी को 3 बजकर 30 मिनट पर एक घंटे की मोहलत दी थी। इस दौरान प्रियंका गांधी अपने भाई से मिलने पहुंची। ईडी की राहुल गांधी से पूछताछ पर प्रियंका गांधी बारीकी से नजर रख रही है।
AICC दफ्तर जाने पर भी रोक
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर कांग्रेस नेताओं को एआईसीसी दफ्तर तक जाने नहीं दिया गया। उधर, ईडी दफ्तर के बाहर भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सड़क के दोनों ओर बैरिकेडिंग लगाई गई थी।
क्यों निशाने पर हैं राहुल-सोनिया गांधी
ED सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं के मालिकाना हक वाली यंग इंडिया लिमिटेड कंपनी के 76 फीसदी शेयर अकेले सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास हैं। इसीलिए उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया गया है। यंग इंडिया लिमिटेड का गठन नॉन प्रॉफिट कंपनी के तहत किया गया था लेकिन, कंपनी के नाम पर लोन लेने और धन शोषण का आरोप है। ईडी ने सोनिया गांधी को भी 23 जून को पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित दफ्तर में बुलाया है।