नई दिल्ली। मणिपुर में 2 महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में CBI ने सोमवार 16 अक्टूबर को नाबालिग समेत 6 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। अधिकारियों ने बताया कि CBI ने 6 लोगों पर गैंगरेप और हत्या का आरोप लगाया है। इस साल जुलाई में घटना का एक वीडियो सामने आया था। इस घटना की चौतरफा निंदा हुई। विपक्षी की आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस तरह की घटना को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
सीबीआई ने मणिपुर सरकार के अनुरोध और भारत सरकार से आगे की अधिसूचना पर मामला दर्ज किया था और जिला थौबल में एनएसके पुलिस स्टेशन के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले में हस्तक्षेप किया और इसकी जांच CBI को सौंप दी। राज्य प्रशासन की लापरवाही को लेकर शीर्ष अदालत ने कड़ी फटकार भी लगाई। आरोप है कि चार मई को करीब 900-1000 लोगों की सशस्त्र भीड़ मणिपुर के कांगपोकपी जिले के बी फेनोम गांव में घुसी और उसने मकानों में तोड़फोड़ की तथा उनमें आग लगायी, लूटपाट की, ग्रामीणों की पिटायी की, हत्याएं कीं और महिलाओं का यौन शोषण किया।
उग्र भीड़ ने जिन महिलाओं को निर्वस्त्र सड़कों पर घुमाया गया, उनमें से एक के परिवार के दो सदस्यों की हत्या भी कर दी गयी। CBI की जांच में पता चला कि मणिपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी घटना में शामिल थे, जिसके बाद सोमवार को आरोपपत्र दाखिल किया गया।
मामले से जुड़े अपराधों में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान करने समेत बाकी के पहलुओं की जांच की जा रही है। CBI ने बताया कि आरोपियों पर सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, किसी महिला की लज्जा भंग करने और आपराधिक षड्यंत्र समेत IPC के तहत अलग-अलग धाराओं में आरोप में मामला दर्ज है।