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प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या
प्रयागराज। अतीक अहमद को मेडिकल के लिए ले जा रही पुलिस की गाड़ी पर हमला हुआ है। पुलिस की गाड़ियों पर फायरिंग की गई है। इस हमले में अतीक और अशरफ की मौत हो गई है। दोनों को पांच दिनों की रिमांड पर लाया गया था। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के पास दोनों की हत्या कर दी गई। दोनों के शवों के पास पिस्टल पड़ी हुई है। गत दिनों उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
अतीक अहमद पर 101 मुकदमे दर्ज थे जबकि 65 से अधिक मुकदमे दर्ज थे। मौके से दो पिस्टल और छह खोखे बरामद किए गए हैं। दोनों को कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया था। इसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया। दोनों के सिर में गोली मारी गई और मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। शवों को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।
बताया जा रहा है एक बाइक पर सवार होकर तीन मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे और गोली मारकर भाग निकले। दोनों की मौके पर मौत हो गई। बाइक सवारों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। घटना को अंजाम देकर भाग निकले। वारदात में एक सिपाही भी घायल हो गया है।
जिस वक्त ये हमला हुआ उस वक्त दोनों को जांच के लिए ले जाया जा रहा था। दोनों के शवों को मेडकल कॉलेज के अंदर ले जाया गया है। फिलहाल गोली चलाने वालों का पता नहीं लग सका है। लेकिन मौके पर जय श्रीराम के नारे जरूर सुने गए हैं।
जानकारी के अनुसार दोनों को ही 10 से अधिक गोली लगी है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को यूपी के झांसी में यूपी एसटीएफ ने अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर कर दिया था। इसी के साथ शूटर गुलाम को भी ढेर किया गया था। एसटीएफ की टीम पिछले डेढ़ महीने से असद अहमद और गुलाम को ट्रेस कर रही थी। यह एनकाउंटर यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल की अगुवाई में हुआ था। असद पर पांच लाख का इनाम था। Asad और शूटर मो. गुलाम के पास से एक ब्रिटिश Bull Dog Revolver और Walhther Pistol बरामद की गई थी।
अतीक अहमद ने अपने बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए शुक्रवार को अपने वकील के माध्यम से मजिस्ट्रेट के पास एक प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर शनिवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में निर्णय लिया जाना था, लेकिन अदालती कार्यवाही से पहले ही शव को दफनाने की प्रक्रिया पूरी हो गई थी। असद, अतीक अहमद के पांच बेटों में तीसरे नंबर का बेटा था और उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही फरार था। अतीक का सबसे बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में निरुद्ध है, जबकि उसका उमर से छोटा बेटा अली नैनी सेंट्रल जेल में निरुद्ध है। वहीं चौथे नंबर का बेटा अहजम और सबसे छोटा बेटा अबान प्रयागराज के बाल सुधार गृह में हैं।
गौरतलब है कि जनवरी 2005 में राजू पाल की ह्त्या हो गई थी। जिसके मुख्य गवाह रहे उमेशपाल को अतीक अहमद ने फ़रवरी 2006 में अगवा कर लिया था। बाद में मार पीट कर उससे गवाही न देने का हफलनामा लिखवा कर छोड़ दिया था। इस मामले में जब प्रदेश में बसपा सरकार 2007 में आई तब उमेश पाल ने जुलाई 2007 में प्रागराज के धूमनगंज थाने में अपने अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया, जिसमे लगातार सुनवाई और गवाही चल रही थी। इसी मामले में 24 फ़रवरी 2023 को अपनी आखिरी गवाही दे कर जब उमेश पाल लौट रहे थे तब उनकी ह्त्या कर दी गई।