कृषि और खाद्य पदार्थों के निर्यात में 0.62 फीसद का हुआ इजाफा

कृषि व खाद्य वस्तुओं के निर्यात में लगातार तेज बढ़ोतरी हो रही है।कृषि निर्यात में 0.62 फीसद का इजाफा हुआ है। निर्यातकों के मुताबिक, ऑर्डर को देखते हुए आने वाले महीनों में कृषि व खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मजबूत बढ़ोतरी जारी रहेगी। इस साल नवंबर महीने में वस्तुओं के कुल निर्यात में पिछले साल नवंबर के मुकाबले सिर्फ 0.62 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन कृषि व खाद्य पदार्थों के लगभग सभी आइटम के निर्यात में दहाई अंक का इजाफा रहा। चावल के अलावा विभिन्न प्रकार के अनाज के निर्यात में तो नवंबर माह में 53.78 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई। निर्यातकों के मुताबिक आगामी वर्ष को संयुक्त राष्ट्र ने मिलेट्स वर्ष घोषित किया है और इससे मोटे अनाज के निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर माह में चाय, चावल, विभिन्न अनाज, तंबाकू, ऑयल मिल्स, तिलहन, फल व सब्जी, विभिन्न प्रकार के तैयार अनाज व प्रोसेस्ड आइटम के निर्यात में पिछले साल नवंबर के मुकाबले दहाई अंक में बढ़ोतरी रही। काजू व मसाले के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई। ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मोहित सिंगला ने बताया कि खाद्य संकट की वजह से भारतीय कृषि व खाद्य पदार्थों में विदेशी खरीदार काफी रूचि ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि कृषि पदार्थों के निर्यात प्रोत्साहन के लिए आयोजित होने वाले इंडस फूड में इस साल 80 से अधिक देशों के खरीदार आ रहे हैं। आगामी 7-8 जनवरी को हैदराबाद में आयोजित इंडस फूड मेले में कृषि निर्यातकों को एक अरब डॉलर के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।

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नई दिल्ली। कृषि व खाद्य वस्तुओं के निर्यात में लगातार तेज बढ़ोतरी हो रही है।कृषि निर्यात में 0.62 फीसद का इजाफा हुआ है। निर्यातकों के मुताबिक, ऑर्डर को देखते हुए आने वाले महीनों में कृषि व खाद्य वस्तुओं के निर्यात में मजबूत बढ़ोतरी जारी रहेगी।

इस साल नवंबर महीने में वस्तुओं के कुल निर्यात में पिछले साल नवंबर के मुकाबले सिर्फ 0.62 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई, लेकिन कृषि व खाद्य पदार्थों के लगभग सभी आइटम के निर्यात में दहाई अंक का इजाफा रहा। चावल के अलावा विभिन्न प्रकार के अनाज के निर्यात में तो नवंबर माह में 53.78 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई। निर्यातकों के मुताबिक आगामी वर्ष को संयुक्त राष्ट्र ने मिलेट्स वर्ष घोषित किया है और इससे मोटे अनाज के निर्यात को प्रोत्साहन मिलेगा।

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर माह में चाय, चावल, विभिन्न अनाज, तंबाकू, ऑयल मिल्स, तिलहन, फल व सब्जी, विभिन्न प्रकार के तैयार अनाज व प्रोसेस्ड आइटम के निर्यात में पिछले साल नवंबर के मुकाबले दहाई अंक में बढ़ोतरी रही। काजू व मसाले के निर्यात में गिरावट दर्ज की गई।

ट्रेड प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मोहित सिंगला ने बताया कि खाद्य संकट की वजह से भारतीय कृषि व खाद्य पदार्थों में विदेशी खरीदार काफी रूचि ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि कृषि पदार्थों के निर्यात प्रोत्साहन के लिए आयोजित होने वाले इंडस फूड में इस साल 80 से अधिक देशों के खरीदार आ रहे हैं। आगामी 7-8 जनवरी को हैदराबाद में आयोजित इंडस फूड मेले में कृषि निर्यातकों को एक अरब डॉलर के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।

सिंगला ने बताया कि मिलेट्स को लेकर विदेशी खरीदारों की उत्सुकता को देखते हुए इंडस फूड में अलग से मिलेट्स पवेलियन लगाया जा रहा है। इस साल नवंबर में पिछले साल नवंबर के मुकाबले कृषि पदार्थों के निर्यात में बढ़ोतरी फीसद में

चाय- 27.03 फीसद

चावल- 19.16 फीसद

अन्य अनाज – 53.78 फीसद

तंबाकू – 101.2 फीसद

ऑयल मिल्स – 17.55 फीसद

तिलहन – 38.83 फीसद

फल व सब्जी – 25.01 फीसद

प्रोसेस्ड खाद्य आइटम – 22.75 फीसद।

(स्त्रोत: वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय)

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