नई दिल्ली। श्रद्धा वालकर हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला को ले जा रही पुलिस वैन पर सोमवार को कम से कम 2 लोगों ने तलवार लेकर हमला किया। ये दोनों लोग हिंदू सेना से होने का दावा करते हैं। ये हमला रोहिणी स्थित फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) के बाहर किया गया। पूनावाला (28) पर अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा वालकर (27) की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी आफताब सुरक्षित है। पुलिस ने हमला करने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया है। एक का नाम निगम गुज्जर और दूसरे का कुलदीप ठाकुर है। दोनों गुरुग्राम के रहने वाले है। ये खुद को हिन्दू सेना से बता रहे हैं, बताया जा रहा है कि हमलावरों का मकसद आफताब की हत्या करने की थी। अन्य हमलावरों की तलाश की जा रही है। इनके हिन्दू सेना से होने के दावे की भी जांच की जा रही है। पुलिस ने पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस वैन, आफताब पूनावाला के पॉलीग्राफ परीक्षण के बाद पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी में फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला से वापस जेल ले जा रही थी.जानकारी के अनुसार, कुछ लोग एक कार में आए. जेल वैन के बाहर आते ही इन्होंने अपनी गाड़ी, इस वैन के आगे लगा दी। वैन के ड्राइवर ने वैन को आगे बढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद ये लोग गाड़ी से उतरे और तलवार से हमला कर दिया।
बता दें, आफ़ताब जेल से दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन की वैन में आया था। खतरे को भांपते हुए थर्ड बटालियन के जवानों ने अपने हथियार निकाल लिए और हवा में लहरा दिए। इसके बाद वो आफ़ताब को सुरक्षित निकाल कर ले गए। घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। मामले में पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन कैदियों को लाने और ले जाने का काम करती है। आफ़ताब का कल फिर पॉलीग्राफ़ टेस्ट होगा। सुबह 10 से 11 बजे के बीच उसे रोहिणी की FSLलैब लाया जाएगा।
पुलिस हिरासत को 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया गया। अदालत ने 22 नवंबर को फिर से पूनावाला को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा और उसके बाद 26 नवंबर को उसे 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। पुलिस को अभी तक श्रद्धा वालकर की खोपड़ी और शरीर के अन्य हिस्से नहीं मिले हैं।
बता दें, आफताब पर आरोप है कि उसने पहले अपनी लिव-इन-रिलेशनशिप पार्टनर को गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद उसके शव के 35 टुकड़े किए। शव के टुकड़ों को करीब तीन सप्ताह तक घर में ही एक फ्रीज में रखे रहा। इन शव के टुकड़ों को वह दिल्ली-NCR के अलग-अलग हिस्सों में रात में फेंकता था। करीब छह महीने बाद इस मामले का खुलासा हुआ है।