नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (MCD ) चुनाव की तारीखों की घोषणा आज शाम 4 बजे कर दी गयी। दिल्ली चुनाव आयुक्त विजय देव ने कहा कि 68 विधानसभा क्षेत्र में एमसीडी के 250 वार्ड में चुनाव होंगे। चुनाव के लिए नोटिफिकेशन 7 नवंबर को जारी होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 14 नवंबर है। 16 नवंबर को नामांकन की जांच होगी। 19 नवंबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकते हैं। MCD चुनाव के लिए वोटिंग 4 दिसंबर को होगी और परिणाम 7 दिसंबर को घोषित होंगे।
दिल्ली चुनाव आयुक्त ने कहा कि कुल 250 में से 42 सीटें एससी के लिए आरक्षित हैं। इनमें से 21 सीटों को एससी समुदाय की महिलाओं के लिए आरक्षित किया गया है। अन्य में से 104 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इस तरह महिलाओं के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित की गई हैं। एमसीडी चुनाव में 1.46 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें से 213 मतदाताओं की उम्र 100 वर्ष से अधिक है। कुल 13 हजार 665 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
दिल्ली चुनाव आयुक्त ने कहा कि तारीखों के ऐलान के साथ ही आचार संहिता को लागू कर दिया गया है। लाउड स्पीकर पर 10 बजे रात से सुबह 6 बजे तक प्रतिबंध रहेगा। 68 स्थानों पर नामांकन होंगे। चुनाव में प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमा पहले 5.57 लाख थी जिसे बढ़ाकर 8 लाख किया गया है।
MCD के एकीकरण के बाद अब अस्तित्व में आए दिल्ली नगर निगम के वार्ड की संख्या पहले की तुलना में घट गई है तो पार्षद के क्षेत्र का दायरा भी बढ़ा है। परिसीमन के चलते नगर निगम के वार्डों के नाम और नंबर बदल गए हैं। अब दिल्ली में तीन नहीं, बल्कि एक मेयर होगा। इस तरह से दिल्ली एमसीडी के चुनाव पर इस पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। दिल्ली नगर निगम में कुल 250 पार्षद सीटें हैं, जबकि पहले 272 सीटें थीं. पहले उत्तरी और दक्षिण नगर निगम 104-104 पार्षद सीटें थीं, जबकि पूर्वी दिल्ली में 64 सीटें हुआ करती थीं, लेकिन एकीकरण और परिसीमन के बाद 250 सीटें हैं. दिल्ली के 21 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक वार्ड कम किए गए हैं तो एक विधानसभा में एक-एक वार्ड कम किए गए हैं तो एक विधानसभा में सीट बढ़ी भी है. इस तरह दिल्ली में 250 वार्डों में पार्षद के चुनाव होंगे।
MCD चुनाव में फिलहाल 1.49 करोड़ मतदाता है। दिल्ली के सभी मतदान केंद्रों की सूची को छह नवंबर तक तैयार करने का काम पूरा हो जाएगा. पोलिंग बूथवार मतदाताओं की सूची जारी की जाएगी। राज्य चुनाव आयोग दिल्ली विधानसभाओं के हिसाब से तैयार मतदाता सूची का ही इस्तेमाल आगामी निगम चुनाव में करेगा। ऐसे में में 1500 मतदाताओं पर एक पोलिंग बूथ बनाए जा सकते हैं।
दिल्ली में 250 वार्ड में निगम चुनाव होंगे. दिल्ली विधानसभा के हिसाब से बने मतदाता सूची का इस्तेमाल एमसाडी चुनाव में होगा. पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में 2860 पोलिंग स्टेशन पर कुल 13 हजार 760 मतदान बूथ बनाए गए थे, लेकिन यह निकाय चुनाव है. ऐसे में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है, जिसके लिहाज से मतदान केंद्र संख्या पहले से ज्यादा होगी. जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश है कि पोलिंग स्टेशन जिस वार्ड के लिए बनाए जा रहे हैं, वे उसी की सीमा क्षेत्र में स्थित हो। एमसीडी चुनाव कराने के लिए बिहार के 12 जिलों से 30 हजार ईवीएम मंगाई गई हैं।
दिल्ली नगर निगम (MCD) तीनों इलाकों में बंटी हुई थी, जो उत्तरी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के रूप में जानी जाती थी । मोदी सरकार ने मई 2022 में दिल्ली के तीनों निगमों को मिलाकर एकीकृत कर दिया। इस तरह एक एमसीडी हो गई है. दिल्ली एमसीडी में अभी तक मेयर, कमिश्नर और चीफ इंजीनियर तीन-तीन हुआ करते थे, जो अलग-अलग जोन के होते थे । एमसीडी के एकीकरण किए जाने के बाद अब मेयर, कमिश्नर और चीफ इंजीनियर एक-एक होंगे।उनके पास पहले से ज्यादा शक्तियां होंगी।