अबू धाबी। भारत और UAE के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए शनिवार को इंडिया बिजनेस काउंसिल-यूएई चैप्टर की स्थापना की गई। इसे भारत-यूएई व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA) की पहली वर्षगांठ के अवसर पर गठित किया गया है। CEPAका लक्ष्य है कि दोनों देशों में आर्थिक संबंध मजबूत किए जाएं और द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश को बढ़ाया जाए।
यूआईबीसी-यूसी के शुभारंभ के अवसर पर यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल ज़ायौदी, यूएई में भारत के राजदूत श्री संजय सुधीर, दुबई में भारत के महावाणिज्यदूत डॉ. अमन पुरी और इसके संस्थापक सदस्य मौजूद थे। दोनों देशों का लक्ष्य है कि द्विपक्षीय व्यापार को 100 अरब अमरीकी डालर तक बढ़ाया जाए और यूएई से भारत में 75 अरब अमरीकी डालर निवेश आकर्षित किया जाए। यूआईबीसी-यूसी इन उद्देश्यों को प्राप्त करने और दोनों देशों मधुर संबंधों के दोहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके मंच पर दोनों देशों के व्यवसायी, कंपनियां और हितधारक एक साथ बैठकर अपने मुद्दों पर चर्चा कर सकेंगे।
इस अवसर पर बोलते हुए, यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री ने इस संस्था की स्थापना को संयुक्त अरब अमीरात और भारत के बीच संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण क्षण बताया। भारतीय राजदूत सुंजय सुधीर ने कहा कि यह शुरुआत दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यूआईबीसी-यूसी, यूआईबीसी इंडिया चैप्टर के समकक्ष संगठन के रूप में काम करेगा। यूआईबीसी इंडिया चैप्टर का 03 सितंबर 2015 को नई दिल्ली में गठन हुआ था। UAE के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान और भारत की तत्कालीन विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज द्वारा ने इसका शुभारंभ किया।
इंडिया बिजनेस काउंसिल-यूएई चैप्टर का कार्यालय अबू धाबी में होगा। केईएफ होल्डिंग्स के अध्यक्ष फैजल कोट्टिकोलोन को काउंसिल के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि काउंसिल ऐसी महत्वपूर्ण रणनीतिक परियोजनाओं की पहचान करने पर ध्यान देगी जिन्हें दोनों देशों द्वारा शुरू किया जा सकता है। इसमें भारत में बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश शामिल है। यूआईबीसी इंडिया चैप्टर के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) शराफुद्दीन शराफयूआईबीसी-यूसी के उपाध्यक्ष का पद संभालेंगे।