श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में सब इंस्पेक्टर की भर्ती के घोटाले के मामले में CBI यूपी के गाजियाबाद और दिल्ली समेत 33 स्थानों पर मंगलवार की सुबह से छापेमारी कर रही है। सीबीआई की छापेमारी जम्मू कश्मीर में हुए सब इंस्पेक्टर की भर्ती के घोटाले को लेकर की जा रही है। यह तलाशी जम्मू, श्रीनगर, हरियाणा के जिलों, गांधीनगर, गाजियाबाद, बेंगलुरु और दिल्ली समेत दूसरे स्थानों पर जारी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, डीएसपी और सीआरपीएफ के अधिकारियों के परिसरों पर भी रेड पड़ी है।
अधिकारी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (जेकेएसएसबी) के पूर्व अध्यक्ष खालिद जहांगीर और एग्जाम कंट्रोलर अशोक कुमार के यहां भी छापेमारी हो रही है। बीते 27 मार्च 2022 को सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में धांधली हुई थी। फिर इस परीक्षा को रद्द करने के बाद केस की जांच CBI को सौंपी गई थी। CBI की ओर से इस मामले में यह दूसरे राउंड की छापेमारी है।
CBI ने 5 अगस्त को FIR दर्ज करने के बाद बताया था कि ‘जांच एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन की अपील पर 33 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब-इंस्पेक्टर्स के पदों के लिए लिखित परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप हैं। यह एग्जाम जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) की ओर से 27.03.2022 को कराया गया था।’ इसमें हरियाणा के करनाल महेंद्रगढ़ रेवाड़ी; गुजरात के गांधीनगर, देश की राजधानी दिल्ली उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद और कर्नाटक में बेंगलुरु में जम्मू कश्मीर एसएसबी परीक्षा नियंत्रक के पूर्व अध्यक्ष के यहां भी छापेमारी हो रही है। इस घोटाले में DSP CRPF समेत जम्मू कश्मीर पुलिस के कुछ अधिकारी भी शामिल पाए गए हैं।
CBI की छापेमारी में भर्ती घोटाले को लेकर पहले ही मुकदमा दर्ज किया गया था। CBI टीम ने बेंगलुरु की कंपनी MeritTrex Service के ठिकाने पर भी छापा मारा। इस कंपनी ने ही सब-इंस्पेक्टर भर्ती की लिखित परीक्षा कराई थी, जिसमें गोपनीयता को लेकर बेहद लापरवाही बरतने का आरोप है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस में सब-इंस्पेक्टर भर्ती के दौरान अनियमितताओं की शिकायत मिलने के बाद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पूरी भर्ती प्रक्रिया ही कैंसिल कर दी थी। उपराज्यपाल ने इस भर्ती की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने की सिफारिश केंद्र सरकार से की थी। इसके बाद CBI ने यह केस अपने हाथ में ले लिया था।
इस साल 4 जून को परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए थे, जिसके बाद इसमें गड़बड़ी के आरोप सामने आए थे। जांच एजेंसी ने कहा था कि जेकेएसएसबी ने बेंगलुरु की एक निजी कंपनी को प्रश्न पत्र की आउटसोर्सिंग में नियमों का उल्लंघन किया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने आरोपों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था।