लखनऊ। 1 नवम्बर 2022 मंगलवार का दिन यूपी पुलिस के लिए ऐतिहासिक यादगार बन गया है। यूपी पुलिस को पहली बार उसे अपना प्रतीक चिन्ह मिल गया है। DGP डा. डीएस चौहान ने प्रतीक चिन्ह का अनावरण किया और DG होमगार्ड बीके मौर्य ने इसे DGP डा. डीएस चौहान वर्दी की शर्ट की दाहिनी जेब के ऊपर लगाया। इस प्रतीक चिन्ह को डीजीपी से लेकर सिपाही तक अपनी वर्दी पर लगाएंगे। इसे वर्दी की शर्ट की दाहिनी जेब के ऊपर लगाया जाएगा। पुलिस की भाषा में प्रतीक चिन्ह को इनसिग्निया कहा जाता है।
आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर और राष्ट्र की 75 साल की अथक सेवा के सम्मान स्वरूप 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल (भारत के लौह पुरुष) की जयंती के अवसर पर यूपी पुलिस को और एकजुट करने के लिए यह प्रतीक चिन्ह लॉन्च किया गया है। प्रतीक चिन्ह को यूपी पुलिस नियम 1986 के अध्याय 1 के तहत प्रस्तावित किया जा रहा है, जिसके तहत पुलिस महानिदेशक को वर्दी के पैटर्न को निर्धारित करने का अधिकार है। यूपी पुलिस का ध्येय वाक्य ‘सुरक्षा आपकी, संकल्प हमारा’ है। प्रदेश की योगी सरकार पुलिस के आधुनिकीकरण पर इस समय विशेष जोर दे रही है
पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट के मुताबिक यूपी पुलिस के कलर में इस्तेमाल किए जाने वाले रंग ”नेवी ब्लू और रेड” हैं। इसलिए प्रतीक चिन्ह में यही रंग और शेड शामिल किए गए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी रैंक सम्मान स्वरूप इस प्रतीक चिन्ह को वर्दी पर धारण करेंगें। यह प्रतीक चिन्ह वर्दी के दाहिने हिस्से में नेम प्लेट के ऊपर पहना जाएगा। इस प्रतीक चिन्ह को डिजाइन करने के लिए फैशन डिजाइनर पूर्णिमा भिक्ता(NIFT पास आउट) की सहायता ली गई।
समारोह में डीजीपी डा. डीएस चौहान ने डीजी होमगार्ड बीके मौर्य, डीजी जेल आनन्द कुमार, डीजी एसएसआइटी रेणुका मिश्रा, डीजी पावर कारपोरेशन एनएन साबत, डीजी फायर सर्विस अविनाश चन्द्रा, डीजी प्रशिक्षण डा. संजय एम. तरडे, एडीजी अपराध एमके बशाल, एडीजी यातयात अनुपम कुलश्रेष्ठ, आइजी कानून-व्यवस्था डा. संजीव गुप्ता, एसपी यातायात एपी सिंह, एएसपी एसएसआइटी श्वेता श्रीवास्तव, पुलिस उपाधीक्षक महिला व बाल सुरक्षा संगठन सौम्या पांडेय, निरीक्षक निजी सुरक्षा अधिकरण सच्चिदानन्द राय, उपनिरीक्षक रेलवे नजर अब्बास, मुख्य आरक्षी यातायात निदेशालय शशांक बाबू शुक्ला तथा महिला आरक्षी एएनटीएफ पूजा कार्की को प्रतीक चिन्ह लगाया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस बल स्थापना के 159 वर्ष बाद मिला चिन्ह
उत्तर प्रदेश पुलिस बल की स्थापना के 159 वर्ष बाद उसे अपना प्रतीक चिन्ह मिला है। इसकी कल्पना इसी वर्ष पंद्रह अगस्त के अवसर पर की गई थी। वर्तमान में पंजाब, दिल्ली, त्रिपुरा, जम्मू-कश्मीर व कुछ अन्य राज्यों की पुलिस के अपने प्रतीक चिन्ह हैं। DGP मुख्यालय में आयोजित समारोह में प्रीतक चिन्ह का अनावरण किया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस भारत गणराज्य के सबसे पुराने पुलिस विभागों में से एक है और दुनिया में सबसे बड़ा पुलिस बल है। इसे पुलिस अधिनियम 1861 के तहत वर्ष 1863 में संयुक्त प्रांत के पुलिस महानिरीक्षक के कार्यालय के रूप में स्थापित किया गया था, जो 159 वर्ष पुराना बल है।
1952 में नेहरू ने दिया था राष्ट्रपति का कलर
पुलिस कार्य के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 13 नवंबर, 1952 को यूपी पुलिस को राष्ट्रपति का कलर प्रदान किया था। यह गौरव हासिल करने वाला यूपी पुलिस देश का पहला पुलिस बल था। तभी से यूपी पुलिस का झंडा नीले व लाल रंग का है। अलग-अलग राज्यों की पुलिस के विशिष्ट प्रतीक चिन्ह होते हैं। यह पुलिस के अनुशासन का भी प्रतीक होता है। यूपी पुलिस का ध्येय वाक्य सुरक्षा आपकी संकल्प हमारा है। प्रदेश की योगी सरकार पुलिस के आधुनिकीकरण पर इस समय विशेष जोर दे रही है। प्रतीक चिन्ह बनवाने में ADG कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार व ADG यातायात अनुपम कुलश्रेष्ठ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। प्रतीक चिन्ह को बनाने में फैशन डिजाइनर पूर्णिमा भिक्ता का भी सहयोग रहा।