भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच व्यापार समझौता आर्थिक संबंधों में एक नए युग का आरम्भ -प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

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नई दिल्ली। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच हुए व्यापार समझौते को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गेम-चेंजर बताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, यह समझौता दोनों देशों की गहरी मित्रता, साझा दृष्टिकोण और विश्वास को दर्शाता है। पीएम ने कहा, शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और मेरा मानना है कि भारत-यूएई सीईपीए हमारे आर्थिक संबंधों में एक गेम-चेंजर साबित होगा। मुझे विश्वास है कि इससे हमारे आर्थिक संबंधों में एक नया युग आरम्भ होगा, और हमारा व्यापार अगले पांच वर्षों में 60 बिलियन डालर से बढ़कर 100 बिलियन डालर तक पहुंच जाएगा।

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच एक वर्चुअल समिट का आयोजन किया गया था। दोनों नेताओं ने सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में निरंतर वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया। इस दौरान प्रधानमंत्री और क्राउन प्रिंस ने एक संयुक्त बयान में भारत और संयुक्त अरब अमीरात व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच यह साझेदारी भविष्य के लिए एक रोडमैप स्थापित करेगा। इस समझौते का उद्देश्य दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, उभरती प्रौद्योगिकियों, कौशल और शिक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और रक्षा और सुरक्षा सहित विविध क्षेत्रों में गतिशील नए व्यापार, निवेश को बढ़ावा देना है।

इससे पहले, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस बैठक को ऐतिहासिक भारत-यूएई शिखर सम्मेलन बताया। उन्होंने कहा कि यह द्विपक्षीय संबंधों को एक नए स्तर पर ले जाएगा। जयशंकर ने ट्वीट किया, हमारे संबंधों का बड़ा महत्व है, जो इजरायल और अमेरिका के साथ क्वाड में परिलक्षित होता है। यह 3 महीने से कम समय में किसी भी दो देशों के बीच सबसे तेज एफटीए और एक दशक में भारत का पहला व्यापक व्यापार समझौता है। इससे अफ्रीका और एशिया के बीच नए व्यापार मार्गों को खोलने में मदद मिलेगी। इस सौदे के माध्यम से, भारत के निर्यातकों को संयुक्त अरब अमीरात में बाजार पहुंच प्राप्त होगी, और यह अरब और अफ्रीकी बाजारों तक व्यापक पहुंच प्रदान करेगा।

आपको बता दें कि, दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय वस्तु व्यापार 100 अरब डालर (वर्तमान भाव पर 7.5 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। वित्त वर्ष 2020-21 में दोनों देशों ने 43.3 अरब डालर (3.24 लाख करोड़ रुपये) का व्यापार किया। यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है, इसलिए इस व्यापारिक समझौते को काफी अहम माना जा रहा है। इस सौदे के माध्यम से संयुक्त अरब अमीरात अपनी 80% से अधिक टैरिफ लाइनों पर तत्काल शुल्क उन्मूलन की पेशकश कर रहा है, जो मूल्य के संदर्भ में भारत के 90% निर्यात के अनुरूप है। इसमें माल के व्यापार, उत्पत्ति के नियम, सेवाओं में व्यापार, व्यापार के लिए तकनीकी बाधाएं, विवाद निपटान, दूरसंचार, सीमा शुल्क प्रक्रियाएं, फार्मास्युटिकल, आईपीआर, डिजिटल व्यापार और अन्य क्षेत्रों में सहयोग शामिल हैं।

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