नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली जहाँ देश के भविष्य संवारने वालों का जमावड़ा रहता है। जहां प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक विकास की गंगा बहाने की ढींगे हांकते है। आज इस राजधानी के एक दर्दनाक हादसे में देश के भविष्य की डूब कर मौत हो गयी है। बारिश के पानी से भरे गड्ढे में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई। तीनों बच्चों की उम्र 13 से 16 वर्ष के बीच थी। यह दुर्घटना खानपुर की जेजे कॉलोनी में हुई। बच्चों को गड्ढे में से निकालने के बाद मृत घोषित कर दिया गया। रविवार को इसी तरह की घटना दिल्ली से सटे गुरुग्राम में हुई थी जिसमें छह बच्चों की मौत हो गई थी।
दिल्ली के खानपुर की जेजे कालोनी में माया अस्पताल के पास एक गड्ढे में बारिश का पानी भरा है। आज तीन बच्चे इस गड्ढे में नहाने के लिए गए थे। नहाते समय यह तीनों बच्चे उस गड्ढे में डूबे गए। उनके शवों को निकाला गया और सभी को मृत घोषित किया गया। मृतकों की पहचान 16 वर्षीय ऋषभ, 13 वर्षीय पीयूष और 15 वर्षीय पीयूष पुत्र विश्वास के तौर पर हुई है।
दिल्ली से सटे गुरुग्राम में रविवार की इसी तरह का दर्दनाक हादसा हुआ था। बरसाती पानी से बने डबरे में डूबने से छह बच्चों की मौत हो गई थी। यह घटना गुरुग्राम के सेक्टर 111 में हुई थी। घटना की सूचना मिलने के बाद जिला प्रशासन ने बच्चों के शवों को तलाशने के लिए विशेष अभियान चलाया था। पुलिस ने मृत बच्चों की पहचान देवा, पीयूष, अजीत, दुर्गेश, राहुल और वरुण के रूप में की थी। जिन बच्चों की डूबकर मौत हुई थी उनकी उम्र 8 से 11 वर्ष के बीच थी। इस घटना पर दुख जताते हुए सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पीड़ित परिवार के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की थी।
गुरुग्राम में उक्त घटना रविवार को दोपहर तीन बजे के आसपास हुई थी। गुरुग्राम में दो दिन तक लगातार बारिश होने से एक खाली प्लॉट में पानी भर गया था। पानी भरने से प्लॉट तालाब नुमा बन गया था। इसमें बच्चे नहाने गए और डूब गए थे।