गजनवी की नाजायज औलादें -2

”सत्ता और व्यापार का ये गठबंधन भारत की आम आवाम के जीवन को जल्द से जल्द अपनी मुठ्ठी में कर लेना चाहती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कथनी भारत को आत्मनिर्भर बनाने की है लेकिन उनकी करनी और नीति देश की सम्पदा और मानव संसाधन को गजनवी की नाजायज औलादों के हवाले कर रही है।”
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ABG Shipyard Limited प्राइवेट सेक्टर की शिप बिल्डिंग कंपनी है। कंपनी जहाज निर्माण और जहाज की मरम्मत का काम करती है। कंपनी बल्क कैरियर्स, डेक बार्गेज, इन्टरसेप्टर, नाव, लंगर, नाव खींचने वाला और आफशोर वेसेल्स का निर्माण करती है। कंपनी भारत में कॉमर्शियल और सरकारी कस्टमर्स को सर्व करती है। इस कंपनी के शिपयार्ड गुजरात के दहेज और सूरत में स्थित हैं। इस क म्पनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ऋषि कमलेश अग्रवाल सहित अन्य के खिलाफ सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है।
व्यक्ति जो सपने बुनते हैं अक्सर उसी में उलझते हैं। जनता भी सियासत के दांव- पेंच में नहीं उलझी हैं बल्कि उस सपने में उलझी है जो, सपनों के सौदागर दिखा रहे हैं। सपनों के सौदागर जो सपने जनता को बेंच रहे हैं उस सपने को खुद नागरिकों ने ही बुना है। कुछ नागरिकों के विश्व गुरु बनने का सपना है, कुछ के सपने हैं अपने निजी धर्म को सर्वोच्च प्रदर्शित करने का, कुछ के पूँजीपति बनने का सपना है। कुछ के गुण्डे, आतंकी और डॉन बनने का सपना है। गजनवी की नाजायज औलादों का सपना है इस देश को लुटना।
नीरव मोदी से भी बड़ा घोटाला‘द्रष्टा’ देख रहा है कि ‘भारत भाग्य विधाता’ को सपने कौन लोग बेंच रहे हैं? इतिहास में देश की रक्षा में कुर्बान हो जाने वालों की बातें होती हैं तो, मूर्ख और कायरों की गुस्ताखियां भी लिखी है। समय के परिवर्तन के कारण अब आम आदमी स्पष्टता से ऐसे लोगों की पहचान नहीं कर पाते हैं।
SBI के DGM ने गुजरात की कई कंपनियों पर 22842 करोड़ के फ्रॉड का आरोप लगाया है। 28 बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। इस कंपनी के कुल 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। FIR के मुताबिक घोटाले का समय अप्रैल 2012 से जुलाई 2017 तक बताया गया है। यह CBI द्वारा दर्ज सबसे बड़ा बैंक धोखाधड़ी का मामला है। नीरव मोदी से भी बड़ा घोटाला है।
सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक धोखधड़ी करने वाली दो कम्पनियां मुख्य हैं। इनके नाम ABG शिपयार्ड और ABG इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड हैं। यह दोनों कंपनियां एक ही ग्रुप की हैं। बैंक धोखाधड़ी का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई बैंकिंग घोटाले सामने आते रहे हैं। पंजाब नेशनल बैंक घोटाला और PMC बैंक घोटाला समेत देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटालों के बारे में नागरिक जानते हैं।
विजय माल्या का 9000 करोड़ रुपये का घोटाला
शराब कारोबारी और बैंकों से कर्ज लेकर फरार विजय माल्या के खिलाफ 9000 करोड़ रुपये के फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से बार-बार समन किए जाने के बावजूद माल्या अब तक पेश नहीं हुए। कुछ दिनों पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें आखिरी बार कार्ट में पेश होने के लिए दो हफ्ते का समय दिया है। हालांकि, बैंकों ने अब तक अपना काफी रकम रिकवर कर लिया है। एक खबर के मुताबिक कर्ज देने वाले बैंकों ने अब तक अपना 81 फीसदी पैसा रिकवर कर लिया है। इसका मतलब है कि अब केवल 19 फीसदी रकम की वसूली बाकी है।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाला
नीरव मोदी का पंजाब नेशनल बैंक घोटाला आप सबको याद ही होगा. नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी पर 13500 करोड़ रुपये से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप है. यह फ्रॉड इन्होंने पंजाब नेशनल बैंक में किया और फरार हो गए. इस घोटाले में नीरव मोदी के अलावा उनकी पत्नी ऐमी, भाई निशाल, और चाचा मेहुल चोकसी मुख्य अभियुक्त hai हैं। यह उस समय भारत का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला था।
वीडियोकॉन घोटालामनी लॉन्ड्रिंग का यह मामला जनवरी 2019 में दर्ज हुआ था। इसमें आरोप था कि आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन ग्रुप के बीच जो डील हुई है उसमें मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। आईसीआईसीआई बैंक और वीडियोकॉन के शेयर होल्डर अरविंद गुप्ता ने प्रधानमंत्री, रिजर्व बैंक और सेबी को एक खत लिखकर वीडियोकॉन के अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत और ICICI बैंक की सीईओ व एमडी चंदा कोचर पर एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था।
संबंधित फर्मों के खिलाफ जांच शुरू
इसमें दावा है कि धूत की कंपनी वीडियोकॉन को आईसीआईसीआई बैंक से 3250 करोड़ रुपये करोड़ रुपये का लोन दिया गया और इसके बदले धूत ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की वैकल्पिक ऊर्जा कंपनी ‘न्यूपॉवर’ में अपना पैसा निवेश किया।
ईडी का आरोप है कि चंदा कोचर की अध्यक्षता वाली ICICI बैंक की एक समिति ने वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को 300 करोड़ रुपये के कर्ज की मंजूरी दी।और कर्ज जारी करने के अगले दिन वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने आठ सितंबर 2009 को 64 करोड़ रुपये न्यूपॉवर रिन्यूएबल प्राइवेट लिमिटेड (NRPL) को हस्तांतरित किए। एनआरपीएल के मालिक दीपक कोचर हैं। CBI ने 22 जनवरी, 2019 को मामला दर्ज कर दीपक कोचर, चंदा कोचर, वेणुगोपाल धूत और उनकी संबंधित फर्मों के खिलाफ जांच शुरू की थी।
अनगिनत गजनवी की नाजायज औलादें
‘द्रष्टा’ देख रहा है कि किस प्रकार विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चौकसी, चन्दा कोचर, दीपक कोचर, वेणुगोपाल और अब इन सबसे बड़ा ऋषि कमलेश अग्रवाल जैसे अनगिनत गजनवी की नाजायज औलादें देश को लूट रही हैं। देश की अर्थव्यवस्था में हुई वृद्धि का फायदा मात्र कुछ फ्रॉड व्यापारियों के हाथों में सिमटता जा रहा है। अरबपतियों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी फलती-फूलती अर्थव्यवस्था की नहीं बल्कि एक विफल अर्थव्यवस्था की निशानी है। सरकारी मदद से देश की अधिकांश आबादी का हिस्सा हड़पने और संसाधनों पर कब्जा जमाने वाले अडानी अंबानी जैसे व्यापारियों की पूजा करने की बात अब संसद में होने लगी है।
भ्रष्टाचार व पक्षपात को बढ़ावा
जो किसान मेहनत कर देश के लिए भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं, जो मज़दूर मकान व इमारतों का निर्माण कर रहे हैं, कारखानों में काम कर रहे हैं, वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए, दवाएं खरीदने व अपने परिवार के लिए दो वक्त की रोटी तक जुटा पाने के लिए अत्यंत संघर्ष कर रहे हैं। उनकी आवाज को राजनेता कूचलने का सदा प्रयास कर रहे हैं। यह बढ़ती खाई, लोकतंत्र को खोखला बनाती है और भ्रष्टाचार व पक्षपात को बढ़ावा देती है।
धन के लिए धर्म को ठुकराने वाले जनता के जमीर को मारना जानते है। चुनाव में राजनेता निजी धर्म को खतरा बताकर डर का सपना दिखायेंगे और बेचेंगे, राजनीतिक मंचों से अपने डकैति के किस्से सुनाकर मतदाता से वोट के रूप में पूरा दाम वसूलेंगें। गजनवी की नाजायज औलादों को बचाने में सपनों के सौदागर लगे हुए हैं। सत्ता और व्यापार का ये गठबंधन भारत की आम आवाम के जीवन को जल्द से जल्द अपनी मुठ्ठी में कर लेना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कथनी भारत को आत्मनिर्भर बनाने की है लेकिन उनकी करनी और नीति देश की सम्पदा और मानव संसाधन को गजनवी की नाजायज औलादों के हवाले कर रही है।
क्रमश: जारी है…..
…………..(व्याकरण की त्रुटि के लिए द्रष्टा क्षमाप्रार्थी है ) drashtainfo@gmail.com
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