प्रधानमंत्री खुद को OBC नेता बताते हैं, फिर 90 में केवल 3 सचिव ही ओबीसी क्यों हैं?- राहुल गाँधी

राहुल गांधी ने सरकार से से पूछा कि 90 में से सिर्फ 3 अधिकारी ही क्यों OBC वर्ग से हैं?‘महिला आरक्षण बिल को जाति जनगणना के मुद्दे से बचने के लिए’ भाजपा द्वारा अपनाई गई एक ‘ध्यान भटकाने वाली रणनीति’ करार दिया।

DrashtaNews

नई दिल्ली।संसद के दोनों सदनों से महिला आरक्षण बिल पास हो गया है। लोकसभा के २ सांसदों को छोड़कर सभी ने महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को महिला आरक्षण बिल पर नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी ने सरकार से से पूछा कि  90 में से सिर्फ 3 अधिकारी ही क्यों OBC वर्ग से हैं?‘महिला आरक्षण बिल को जाति जनगणना के मुद्दे से बचने के लिए’ भाजपा द्वारा अपनाई गई एक ‘ध्यान भटकाने वाली रणनीति’ करार दिया।

प्रेस को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इसका पूरी तरह से समर्थन करती है, मगर सरकार को जनगणना और परिसीमन को हटाकर महिलाओं को भागीदारी देनी चाहिए। इतना ही नहीं, राहुल गांधी ने 2010 के विधेयक को लेकर अफसोस भी जताया।

राहुल गांधी ने शुक्रवार को महिला आरक्षण विधेयक को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा और जनगणना और परिसीमन अभ्यास के दो खंडों को हटाने की मांग की- जो अधिनियम को लागू करने के लिए एक शर्त है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक का पूरा समर्थन करती है लेकिन सरकार को चुनौती दी कि वह धाराएं हटाए और विधेयक को तुरंत लागू करे।

‘सरकार चलाने वाले 90 अधिकारियों में से सिर्फ 3 ओबीसी वर्ग से’

पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने सवाल करते पूछा कि देश को चलाने वाले संस्थान, संसद में कैबिनेट सचिव और सचिव सरकार चलाते हैं, मैंने पूछा कि 90 में से सिर्फ 3 अधिकारी ही क्यों ओबीसी वर्ग से हैं! प्रधानमंत्री खुद को OBC नेता बताते हैं, फिर केवल 3 सचिव ही ओबीसी क्यों हैं? उन्होंने आगे कहा कि मैंने सिर्फ यह सवाल पूछा कि क्या हिंदुस्तान में OBC की आबादी 5% है? अगर नहीं हैं तो ओबीसी हिंदुस्तान में कितने हैं और है उन्हें भागीदारी मिलनी चाहिए… भाजपा को जनगणना और परिसीमन को हटाकर महिलाओं को भागीदारी देनी चाहिए।

जनगणना का लेकर हमने जो डाटा निकाला था उसे सार्वजनिक कर दें जिससे सभी को पता चल जाए कि OBC कितने हैं और नई जनगणना जाति के आधार पर करें। राहुल गांधी ने कहा कि आप किस चीज से ध्यान भटकाना चाहते हैं? ओबीसी गणना से।

‘यह ध्यान भटकाने वाली राजनीति’

पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी ने इस बात पर जोर दिया कि आम लोगों के बीच सत्ता का सही तरह से वितरण करने में सक्षम होने के लिए हमें डेटा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पहले के आंकड़े क्यों जारी नहीं कर रहे हैं और जनगणना कराने में देरी क्यों हो रही है?…

राहुल गांधी ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक बढ़िया है लेकिन हमें दो फुटनोट मिले कि जनगणना और परिसीमन पहले करने की जरूरत है। इन दोनों कामों में कई साल लगेंगे। सच तो ये है कि आरक्षण आज ही लागू हो सकता है…यह कोई जटिल मामला नहीं है। राहुल गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा कि कोई नहीं जानता कि ये लागू होगा भी या नहीं।

‘ध्यान भटकाने वाली रणनीति’

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी ने संसद में धूमधाम से एक विशेष सत्र आयोजित किया, हम पुराने से नए संसद भवन में चले गए…संविधान लेकर गए पीएम मोदी ने एक नाटकीय प्रदर्शन किया…और दावा किया कि वे एक बहुत ही महत्वपूर्ण कानून पारित कर रहे हैं…लेकिन दो समस्याएं हैं.’ राहुल गांधी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि जनगणना और परिसीमन के कारण संसद और राज्य विधानसभाओं में सीटों के आरक्षण की मांग करने वाले विधेयक में एक दशक की देरी होगी और उन्होंने इस कदम को ‘जाति जनगणना के मुद्दे से बचने के लिए’ भाजपा द्वारा अपनाई गई एक ‘ध्यान भटकाने वाली रणनीति’ करार दिया।

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