नई दिल्ली (एजेंसी)। पहलगाम में आम नागरिकों पर आतंकी हमले के बाद भारतीय नागरिकों में भयंकर आक्रोश है। जागरूक नागरिक केंद्र सरकार से करवाई के बारे में सवाल कर पूछ रहे हैं। भारी जनदबाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सेनाओं को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए खुली छूट दे दी है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, पीएम ने स्पष्ट किया कि सेना को जवाबी कार्रवाई का समय, लक्ष्य और तरीका स्वयं तय करने की खुली छूट है। उन्होंने कहा कि सेना आतंकवादियों को करारा जवाब देने के लिए किसी भी आवश्यक कदम को उठाने में सक्षम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर चली डेढ़ घंटे की मीटिंग खत्म हो गई है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा है कि आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा दृढ़ राष्ट्रीय संकल्प है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय सैन्य बलों की पेशेवर क्षमताओं में पूर्ण विश्वास व्यक्त किया।
बैठक में क्या बोले पीएम मोदी?
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी जवाबी कार्रवाई का तरीका क्या हो, इसके टार्गेट्स कौन-से हों और इसका समय क्या हो, इस प्रकार के ऑपरेशनल निर्णय लेने के लिए सैन्य बलों को खुली छूट है।बता दें कि पीएम मोदी के आवास पर हाई लेवल बैठक हुई और इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री मोदी ने ही की थी। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तीनों सेनाओं के प्रमुख और CDS शामिल थे।
उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया फैसला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबंध में मंगलवार एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख, नौसेना प्रमुख और वायुसेना प्रमुख शामिल थे। बैठक में पहलगाम हमले की विस्तृत समीक्षा की गई और आतंकवाद के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की रणनीति पर चर्चा हुई। PM ने बैठक में दोहराया कि भारत का संकल्प आतंकवाद को पूरी तरह कुचलने का है। पीएम ने देश की सेनाओं की क्षमता और ताकत पर पूरा भरोसा जताया।
इस मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अलग से मीटिंग गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी हुई। सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में पहलगाम आतंकी हमले के बाद उपजी सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा हुई। इसके बाद संघ संचालक मोहन भागवत भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने पहुंचे।
पहलगाम हमले के बाद देश भर में आक्रोश
पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। इस हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसके बाद देश भर में आक्रोश देखा गया। सूत्रों के अनुसार, भारत ने हमले के बाद अपनी खुफिया एजेंसियों को सक्रिय कर दिया है और सीमा पार आतंकी ठिकानों पर नजर रखी जा रही है। सेना ने जम्मू-कश्मीर में अपनी चौकसी बढ़ा दी है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा, खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकवादियों के खिलाफ लक्षित ऑपरेशन शुरू किए जाने की संभावना है।
बुधवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में इस मुद्दे पर और विस्तार से चर्चा होने की उम्मीद है। इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) की बैठक भी हो सकती है, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ ठोस रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। सीसीएस की बैठक में सेना के ऑपरेशनल प्लान और खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट्स की समीक्षा की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि भारत इस हमले का जवाब न केवल त्वरित, बल्कि इतना प्रभावी देगा कि आतंकवादी संगठनों को स्पष्ट संदेश मिले।