संदेशखाली में सुवेंदु अधिकारी ने रची थी साज़िस – TMC

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– भाजपा नेता ने कबूला- बलात्कार के आरोप लगाने के लिए महिलाओं को उकसाया गया

-सुवेंदु ने भाजपा नेताओं से स्थानीय महिलाओं को उकसाने के लिए कहा था। भाजपा सांसद ने कहा था कि TMC के मजबूत नेताओं को तब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, जब तक कि उन्हें बलात्कार के झूठे आरोप में नहीं फंसाया जाएगा।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बीजेपी और TMC की जंग जारी है।  संदेशखाली मामले में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। TMC ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य को बदनाम करने के लिए भाजपा ने पूरी साजिश रची थी। TMC  ने दावा किया है कि संदेशखाली में सुवेंदु अधिकारी ने साज़िस रची थी।

उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के अत्याचार और ED अधिकारियों पर हमले की घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस बैकफुट पर थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संदेशखाली की घटना को लेकर वायरल वीडियो के बाद बीजेपी पर हमला बोला है। ममता बनर्जी ने कहा कि वह जानती थी कि संदेशखाली की साजिश बीजेपी ने रची थी और आज इसका पर्दाफाश हो गया है।

बंगाल के राज्यपाल पर कथित रूप से महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के आरोप पर भी ममता बनर्जी ने तंज कसा है। बता दें कि संदेशखाली की घटना को लकेर बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी का एक वीडियो वायरल हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल क्या कर रहे हैं? महिलाओं से छेड़छाड़ हो रही है और PM रात में राजभवन में रुक रहे हैं और चुप्पी साधे हुए हैं। क्या वह राज्यपाल को कोई संदेश नहीं दे सकते थे?

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ये वीडियो भाजपा मंडल (बूथ) अध्यक्ष गंगाधर कोयल के एक स्टिंग वीडियो का है। इसमें दावा किया गया है कि भाजपा सांसद सुवेंदु अधिकारी ने शेख शाहजहां सहित उनके 3 नेताओं पर यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप लगवाए।

स्टिंग वीडियो में भाजपा नेता ने कहा- सुवेंदु ने भाजपा नेताओं से स्थानीय महिलाओं को उकसाने के लिए कहा था। भाजपा सांसद ने कहा था कि TMC के मजबूत नेताओं को तब तक गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, जब तक कि उन्हें बलात्कार के झूठे आरोप में नहीं फंसाया जाएगा।

जिन महिलाओं के साथ बलात्कार नहीं हुआ, उन्हें पीड़ित के रूप में पेश किया गया। सुवेंदु ने संदेशखाली में एक घर में खुद बंदूकें रखी थीं, जिसे बाद में CBI ने जब्ती के रूप में दिखाया।

भाजपा ने संदेशखाली की कहानी लिखी थी

ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि संदेशखाली का चौंकाने वाला स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के भीतर कितनी गहरी सड़ांध है। बंगाल की प्रगतिशील सोच और संस्कृति के प्रति अपनी नफरत में बांग्ला-विरोधियों ने हमारे राज्य को हर संभव स्तर पर बदनाम करने की साजिश रची है।

उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में पहले कभी भी दिल्ली की किसी सत्ताधारी पार्टी ने पूरे राज्य और उसके लोगों को बदनाम करने की कोशिश नहीं की। इतिहास गवाह रहेगा कि कैसे बंगाल दिल्ली के षड्यंत्रकारी शासन के खिलाफ जाग उठेगा। CM ममता बनर्जी ने स्टिंग वीडियो को लेकर कहा कि मैं काफी पहले से कह रही हूं कि संदेशखाली की पूरी घटना प्री-प्लान्ड थी। अब सच सामने आ गया है। ममता ने नादिया जिले के चकदह में एक चुनावी रैली में कहा कि भाजपा ने संदेशखाली की पूरी कहानी लिखी थी। उन्होंने सत्ता की चाह में हमारी मां-बहनों की इज्जत बेच दी।

इसके बाद नदिया की जनसभा से ममता बनर्जी ने कहा कि वह कभी भी एनआरसी की इजाजत नहीं दूंगी। आपका अधिकार कभी कोई नहीं छीन सकता है। असम में भाजपा ने 19 लाख हिंदुओं को जबरन उनके घरों से निकालकर डिटेंशन कैंप में पहुंचा दिया। बंगाल में ऐसा नहीं होगा। आप मुझे गाली दें। हमारा पैसा रोक दें, लेकिन उन्हें इसकी परवाह नहीं है। जब वह कहती हैं कि वह एनआरसी की इजाजत नहीं देंगी, तो इसका साफ मतलब है कि बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होगा।

 शिकायत करने वाली महिला भी आरोपों से पीछे हटी

TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा- संदेशखाली की घटना मनगढंत है। आज यह वीडियो सिर्फ बंगाल ही नहीं पूरे देश में सच सामने लेकर आया है। जिस महिला (रेखा पात्रा) ने शिकायत की थी, उसने भी इस वीडियो में कहा है कि मेरे साथ कुछ नहीं हुआ, मुझे साइन करने को कहा गया तो मैंने कर दिया।

भाजपा ने बशीरहाट लोकसभा सीट (संदेशखाली इसी क्षेत्र के अंदर आता है) से रेखा पात्रा को अपना प्रत्याशी बनाया है। रेखा पात्रा संदेशखाली की उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने शेख शाहजहां और उसके करीबियों पर यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने का आरोप लगाया था। बशीरहाट में 1 जून को सातवें फेज में वोटिंग है।

केंद्र सरकार ने रेखा पात्रा को X कैटेगरी की सुरक्षा दी है

गृह मंत्रालय ने IB की रिपोर्ट के आधार पर पश्चिम बंगाल के 6 उम्मीदवार को X और Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है। इनमें बशीरहाट से उम्मीदवार रेखा पात्रा भी शामिल हैं। इनकी सुरक्षा में CISF के जवान तैनात हैं। रेखा पात्रा और रायगंज से उम्मीदवार कार्तिक पॉल को Y कैटेगरी की सुरक्षा मिली है। झारग्राम से प्रनत टुडू, बहरामपुर से निर्मल साहा, जयनगर से अशोक कंडारी, मथुरापुर से अशोक पुरकैत को X कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है।

TMC के दावे पर पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने कहा- ममता बनर्जी ने संदेशखाली में जो पाप किया है, उसे दबाने के लिए वे यह सब कर रही हैं। आप वीडियो पर विश्वास करेंगे या आपबीती सुना रहीं महिलाएं पर? ममता बनर्जी को वहां के लोगों से बात करनी चाहिए थी।

क्या है संदेशखाली मामला?

संदेशखाली में TMC नेता शेख शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर महिलाओं से गैंगरेप और लोगों की जमीन हड़पने का आरोप है। शाहजहां शेख TMC का डिस्ट्रिक्ट लेवल का नेता है। राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को उसके घर पर रेड की थी।

तब शाहजहां के 200 से ज्यादा सपोर्टर्स ने टीम पर अटैक कर दिया। अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा था। इस मामले में 55 दिन फरार रहने के बाद ED ने उसे 29 फरवरी को गिरफ्तार किया था। शाहजहां शेख के अलावा शिबू हाजरा और उत्तम सरदार 13 मई तक कस्टडी में हैं।

कलकत्ता हाईकोर्ट ने 10 अप्रैल को संदेशखाली मामले की जांच CBI को सौंपी थी। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि CBI कोर्ट की निगरानी में जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी। CBI से जांच कराने के निर्देश के खिलाफ बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है।

CBI ने संदेशखाली मामले में 25 अप्रैल को 5 आरोपियों के खिलाफ पहली FIR दर्ज की थी। 26 अप्रैल को एजेंसी ने संदेशखाली में कई जगहों पर सर्चिंग की थी। इस दौरान विदेशी पिस्टल समेत कई हथियार, बम और गोला-बारूद बरामद किया था।संदेशखाली मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार को फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा, ‘अगर इस मामले में एक परसेंट भी सच्चाई है तो यह शर्मनाक है।

पूरा प्रशासन और सत्ताधारी पार्टी इसके लिए नैतिक तौर पर 100% जिम्मेदार है। यह लोगों की सुरक्षा का मामला है।’ कलकत्ता हाईकोर्ट में गुरुवार (2 मई) को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले में सुनवाई हुई। कोर्ट ने कहा कि CBI ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उसे पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों का जांच में सहयोग नहीं मिल रहा है।

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