यूपी के मदरसों में अब राष्ट्रवाद से जुड़ी कहानियां पढ़ाई जाएंगी – मंत्री धर्मपाल सिंह
बरेली। उत्तर प्रदेश के मदरसों में राष्ट्रवाद का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। प्रदेश के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री धर्मपाल सिंह ने शनिवार को कहा कि मदरसे का एजुकेशन सिलेबस नई एजुकेशन पॉलिसी पर आधारित होगा। इसमें राष्ट्रवाद से जुड़ी कहानियां होंगी। धर्मपाल सिंह के पास यूपी में पशुपालन विभाग भी है। उन्होंने कहा कि यूपी के हर नगरपालिका में कम से कम एक गोशाला होगी, जहां गायों की देखभाल की जाएगी। बरेली के इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट में संबोधन के दौरान धर्मपाल सिंह ने ये बयान दिया। धर्मपाल सिंह ने बरेली की आंवला सीट से ही इस बार विधानसभा चुनाव जीता है। धर्मपाल सिंह ने कहा, “नई शिक्षा नीति के तहत उत्तर प्रदेश के मदरसों में भी राष्ट्रवाद से जुड़ी सीख दी जाएगी। राज्य के मदरसों में नेशनलिज्म बच्चों को पढ़ाया जाएगा, आतंकवादियों की कोई बात नहीं होगी। ”
मदरसों में व्यावसायिक शिक्षा भी दी जाएगी। यूपी के मंत्री ने कहा, योगी आदित्यनाथ की सरकार में गैरकानूनी तरीके से कब्जाई गई सभी वक्फ बोर्ड की जमीन और संपत्तियों को वापस लिया जाएगा। इसे अल्पसंख्यक कल्याण के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। मंत्री ने कहा, वक्फ की करोड़ों रुपये की अतिक्रमण कर कब्जाई गई जमीन को बुलडोजर के जरिये मुक्त करा लिया जाएगा। ये जमीन वापस अल्पसंख्यकों के हित में इस्तेमाल की जाएगी। योगी सरकार गायों की रक्षा और देखभाल के लिए भी कई कदम उठाने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सलाह से सभी जिलों में अतिक्रमण की जमीन चिन्हित करने को कहा गया है, जिसे खाली कर गायों के लिए चारा पैदा करने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। हर नगरपालिका में कम से कम एक गोशाला होगा। गोशाला में गायों को खुला घूमने के लिए छोड़ नहीं दिया जाएगा। अच्छी प्रजाति वाली गायों से ज्यादा दुग्ध उत्पादन के लिए भी गोशाला में रखा जाएगा।
बीजेपी सरकार के मंत्री ने कहा, गोमूत्र और गोबर को भी बाजार में बेचा जाएगा। गाय के दूध से डेयरी उत्पाद तैयार कर भी बाजार में बिक्री की जाएगी। इससे मिलने वाली रकम को गोशाला के रखरखाव में खर्च किया जाएगा। आवारा जानवरों की वजह से फसलों को नुकसान के सवाल पर मंत्री ने कहा कि दूध देना बंद करने के बाद किसान गाय-भैंसों को खुले में छोड़ देते हैं। इन आवारा पशुओं को भी गोशाला में रखा जाएगा।