नई दिल्ली। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वे दूध और इससे बने उत्पादों की गुणवत्ता जांचने के लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन तैनात करें। FSSAI ने कहा है कि होली जैसे त्योहार पर दूध और इसके उत्पादों की मांग बढ़ जाती है।
जांच बिल्कुल मुफ्त होगी
FSSAI ने सभी राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के खाद्य सुरक्षा आयुक्तों से आग्रह किया है कि इन टेस्टिंग वैन में रोजाना दूध व इसके उत्पादों के कम से कम 10 नमूनों की जांच करें और दूध में मिलावट पर कड़ी निगरानी रखें। FSSAI ने ग्राहकों से भी आग्रह किया है कि वे अपने पास तैनात टेस्टिंग वैन में दूध और इसके उत्पादों की जांच कराएं। यह जांच बिलकुल मुफ्त होगी।
FSSAI ने कहा कि इसका उद्देश्य उपभोक्ताओं को सुरक्षित और शुद्ध दूध व इससे संबंधित उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। दूध समेत सभी खाद्य उत्पादों की मौके पर जांच के लिए इस समय पूरे देश में 168 मोबाइल टेस्टिंग वैन तैनात हैं।