पीएम मोदी ने उक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए कई शीर्ष अधिकारीयों से की चर्चा
नई दिल्ली, एएनआइ। रूस और यूक्रेन युद्ध के भयानक परिणाम ने दुनिया को चिंता में दाल रखा है। परिणाम को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को एक बार फिर उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में पीएम मोदी ने आपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी को लेकर खास चर्चा की है। इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी बढ़ती शक्ति के कारण युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फंसे अपने नागरिकों को निकाल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
इस बीच, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बुधवार को जानकारी दी कि यूक्रेन के विन्नित्सिया में एक 22 वर्षीय भारतीय नागरिक की बीमारी से मौत हो गई है। बागची ने कहा कि यूक्रेन के विन्नित्सिया में एक भारतीय नागरिक चंदन जिंदल ने बीमारी के कारणों से अपनी जान गंवा दी। उनके परिवार के सदस्य भी यूक्रेन में हैं।
यह घटना उस समय सामने आई है जब यूक्रेन में मेडिसिन की पढ़ाई कर रहे कर्नाटक के एक भारतीय छात्र की खार्किव में रूसी गोलाबारी में मौत हो गई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिंदल पंजाब के बरनाला के रहने वाले थे और यूक्रेन के विन्नित्सिया नेशनल पाइरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए यूक्रेन में मौजूदा स्थिति की रोजाना समीक्षा करते हैं। बता दें कि यूक्रेन और रूस के बीच तकरार अब भी जारी है। रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव पर लगातार बमबारी कर रही है। मिसाइलें दाग रही है। कीव में आम नागरिकों से बंकरों या घर के तहखानों में चले जाने के लिए कहा गया है। जानकारी के मुताबिक, खारकीव शहर जहां अबतक रूसी सैनिक एयरस्ट्राइक कर रहे थे, वहां रूस की लैंडिंग फोर्स उतर गई है। इसी के साथ ही हमले तेज कर दिए गए हैं। जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है, तब से वहां हजारों की संख्या में लोग फंसे हैं, जिसमें काफी तादाद भारतीयों की भी है। जिन्हें निकालने के लिए भारत का आपरेशन गंगा जारी है।