प्रधानमंत्री ने मणिपुर की महिलाओं के दर्द को नहीं समझा – NCP प्रमुख शरद पवार

शरद पवार ने कहा, “मणिपुर में समाज और गांवों के बीच विभाजन है, लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, घर जलाए जा रहे हैं, महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी सरकार कुछ नहीं कर रही है।” पवार ने कहा कि, कानून और व्यवस्था बनाए रखने का काम राज्य का है। मणिपुर में "डबल इंजन" सरकार है, राज्य में भी बीजेपी का शासन है।

DrashtaNews

-“मणिपुर में समाज और गांवों के बीच विभाजन है, लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, घर जलाए जा रहे हैं, महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी सरकार कुछ नहीं कर रही है।” 

बीड। शरद पवार ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं गए और उन्होंने इसके बारे में बहुत कम समय के लिए ही बात की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पीएम मणपुर की महिलाओं का दर्द नहीं समझते हैं। अपने भतीजे अजित पवार के साथ मुलाकातों को लेकर बीजेपी से ऑफर मिलने के लगाए जा रहे कयासों के बीच  NCP  प्रमुख शरद पवार ने आज केंद्र सरकार और महाराष्ट्र में बीजेपी व एकनाथ शिंदे की गठबंधन सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री ने मणिपुर की महिलाओं के दर्द को नहीं समझा।”

शरद पवार ने कहा, “मणिपुर में समाज और गांवों के बीच विभाजन है, लोग एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं, घर जलाए जा रहे हैं, महिलाओं को नग्न करके घुमाया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद बीजेपी सरकार कुछ नहीं कर रही है।” पवार ने कहा कि, कानून और व्यवस्था बनाए रखने का काम राज्य का है। मणिपुर में “डबल इंजन” सरकार है, राज्य में भी बीजेपी का शासन है।

उन्होंने महाराष्ट्र के बीड में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “भारत के प्रधानमंत्री को मणिपुर जाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने सत्र से पहले मणिपुर के बारे में 3 मिनट और अविश्वास प्रस्ताव के दौरान सिर्फ 5 मिनट बात की।”  शरद पवार ने कहा, “प्रधानमंत्री ने मणिपुर की महिलाओं के दर्द को नहीं समझा।”

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी NCP का एक गुट महाराष्ट्र में बीजेपी-शिंदे सरकार में गठबंधन में शामिल हो गया है जबकि शरद पवार की एनसीपी नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वालों में शामिल थी। इस प्रस्ताव के पीछे विचार यह था कि प्रधानमंत्री को मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिए मजबूर किया जाए। यह विपक्ष की एक प्रमुख मांग थी जिससे मानने से सरकार ने इनकार कर दिया था।

पूर्वोत्तर राज्य में 3 मई को जातीय हिंसा भड़कने के बाद से पीएम मोदी ने केवल दो बार मणिपुर के बारे में बात की है। पिछले सप्ताह लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया के दौरान उन्होंने लगभग 90 मिनट बाद, विपक्षी सदस्यों के बहिर्गमन के बाद इस मुद्दे पर चर्चा की। कांग्रेस को “पूर्वोत्तर में सभी समस्याएं पैदा करने” के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए PM मोदी ने कहा कि देश मणिपुर के लोगों के साथ है और राज्य में “शांति का सूरज” फिर से उगेगा।

बीजेपी कैबिनेट के लिए कोई ऑफर नहीं

भतीजे और चाचा के बीच कथित तौर पर ‘गुप्त’ बैठकों के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता वडेट्टीवार ने कहा कि यही कारण है कि अजित बार-बार पवार से मिल रहे थे। एनसीपी में फूट पड़ने के बाद से अजित और शरद पवार की चार मुलाकातें की ख़बरें बाहर आ चुकी हैं। ताज़ा मुलाक़ात इसी शनिवार को पुणे में हुई जिसे ‘सीक्रेट मीटिंग’ कहा गया।

शरद पवार की अजित पवार के साथ मुलाक़ात को लेकर जब कयास लगने शुरू हुए तो पवार ने कहा कि उनके कुछ ‘शुभचिंतक’ भाजपा में जाने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, जब कांग्रेस नेता के बयान के बाद बुधवार को इस पर काफी प्रतिक्रिया शुरू हुई तो कांग्रेस नेता के दावों पर शरद पवार ने कहा कि उन्हें बीजेपी कैबिनेट के लिए कोई ऑफर नहीं है।

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