असम में आर्गेनिक फार्मिंग को दिया जाएगा बढ़ावा- हिमंत बिस्वा सरमा

गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि वे फर्टिलाइजर जिहाद को खत्म करने के लिए कार्य करेंगे। वे गुवाहाटी में श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित प्राकृतिक खेती पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक और आर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने पर बल दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब खाद का प्रयोग लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि इसके कारण हृदय, किडनी सहित अन्य बीमारियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि अपने कैंपन के दौरान हमने यह जिक्र किया था कि फर्टिलाइजर जिहाद को खत्म करने के लिए हम कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें खाद का प्रयोग करना चाहिए, लेकिन अधिक मात्रा में इसका प्रयोग स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने तार्किक रूप से समझाया कि खाद की खेती की तुलना में प्राकृतिक खेती स्वस्थ और किसानों को अधिक उपज देने वाली है। अगर प्राकृतिक खेती से उसी जमीन पर बेहतर उत्पादन किया जा सकता है, तो मेरा मानना है कि इसका दूसरा विकल्प नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा जैसी योजना असम के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है।

DrashtaNews

गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शुक्रवार को कहा कि वे फर्टिलाइजर जिहाद को खत्म करने के लिए कार्य करेंगे। वे गुवाहाटी में श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित प्राकृतिक खेती पर आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने प्राकृतिक और आर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खराब खाद का प्रयोग लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि इसके कारण हृदय, किडनी सहित अन्य बीमारियां बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि अपने कैंपन के दौरान हमने यह जिक्र किया था कि फर्टिलाइजर जिहाद को खत्म करने के लिए हम कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें खाद का प्रयोग करना चाहिए, लेकिन अधिक मात्रा में इसका प्रयोग स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने तार्किक रूप से समझाया कि खाद की खेती की तुलना में प्राकृतिक खेती स्वस्थ और किसानों को अधिक उपज देने वाली है। अगर प्राकृतिक खेती से उसी जमीन पर बेहतर उत्पादन किया जा सकता है, तो मेरा मानना है कि इसका दूसरा विकल्प नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा जैसी योजना असम के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण है।

Scroll to Top