Drashta News

किसी सृजेता के बिना ब्रह्माण्ड की कल्पना हो ही नहीं सकती

-विज्ञान तो सिर्फ इतना बता सकता है कि वर्तमान में सृष्टि क्रम क्या है? वह कैसे हुआ? भविष्य में क्या होगा? इस सबका पीछे नियामक शक्ति कौन सी है? इस प्रश्न का उत्तर ईश्वर की सत्ता को केन्द्र बिन्दु मानने वाले तत्वज्ञानी ही दे सकते हैं। ब्रिटिश भौतिकी विशेषज्ञ एडमन्ड ह्विटैकर ने लिखा है कि…

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योग्य व्यक्ति को दान देने के लिए विवेक की आवश्यकता

हम ब्राह्मणों के वंशज हैं। यह झूठा दावा है। ब्राह्मणत्व कोई जागीर नहीं है जो पुश्त दर पुश्त विरासत में मिलती चली जाय। दान लेने और देने वाले के मन में यह प्रश्न पूरी सतर्कता के साथ उपस्थित रहना चाहिए कि इस पैसे का उपयोग (1) यज्ञार्थय (2) विपद्, निवारणाय, इन दो कार्यों के अतिरिक्त…

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नीच मनुष्य कौन है ?

विद्वानों और विचारकों की सभा लगी हुई है। भगवान वेदव्यास सभापति के आसन पर आसीन हैं। प्रश्न उपस्थित होता है कि ‘नीच कौन है?’ कई सभासद अपने अपने विचार प्रकट करते हैं। एक कहता है-मेरा विश्वास है कि ‘गुणहीन जनो जघन्यः’ जो मनुष्य गुणहीन है वह नीच है। दूसरा कहता है- जो कला रहित है…

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प्रेम ही जीवन है, प्रेम साधना ही जीवन का उद्देश्य है और विश्व प्रेम ही ईश्वर प्रेम है

साधारण दृष्टि से देखने पर मालूम होता है कि प्रत्येक प्राणी प्रेमी है। वह किसी न किसी से प्रेम करता ही है। माँ-बाप अपने बच्चों से पुरुष स्त्री से मित्र-मित्र से साथी-साथी से। कोई धन, कीर्ति, यश, भव्य भवनों से प्रेम करता है तो कोई प्रकृति से, तो कोई ईश्वर से। तात्पर्य यह है कि…

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