रेलवे टिकट बुकिंग के नए नियम हुए लागू, AC और नॉन-AC टिकट महंगे

AC वेटिंग लिस्‍ट की सीमा 25 फीसदी से बढ़ाकर 60 फीसदी की गई है। यह फैसला यात्रियों की असुविधा और क्षमता के कम उपयोग की रिपोर्ट के बाद लिया गया है। वहीं नॉन-AC वेटिंग लिस्‍ट और सेकेंड क्‍लास कोच के लिए वेटिंग लिस्‍ट की सीमा को कुछ बर्थ क्षमता के 30 फीसदी तक संशोधित किया गया है।

DrashtaNews

नई दिल्ली। रेलवे का कुप्रबंधन ने नियमों में बदलाव शुरू कर दिया हैं। जनता को रहत देने के लिए जुलाई महीना शुरू होते ही कई नियम बदल दिए है। जो यात्रियों के आर्थिक स्थिति को प्रभावित करेंगे। 1 जुलाई से कुछ नियमों में हुए बदलाव को जान लेना चाहिए। क्‍योंकि अगर आप बिना जाने ट्रेन से सफर करते हैं तो आपको कई समस्‍याओं का सामना करना पड़ सकता है।

भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए कुछ नए नियम बनाए हैं। अब ट्रेन खुलने से पहले रिजर्वेशन चार्ट बनाने के नियमों में बदलाव किया गया है। इससे यात्रियों को अपनी टिकट की स्थिति जानने में आसानी होगी। रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि पहले ट्रेन खुलने से चार घंटे पहले रिजर्वेशन चार्ट बनता था। इससे यात्रियों को बहुत परेशानी होती थी, क्योंकि उन्हें अपनी टिकट की जानकारी देर से मिलती थी।

इसमें रिजर्वेशन प्रोटोकॉल, चार्ट टाइमलाइन, टिकटिंग सुरक्षा और किराये में महत्‍वपूर्ण बदलाव शामिल है। वहीं आधार अथेंटिफिकेशन को लेकर भी बदलाव हुआ है।  नए नियम के अनुसार, जो ट्रेनें सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच चलेंगी, उनके लिए पहला रिजर्वेशन चार्ट पिछली शाम को 9 बजे बन जाएगा। इसके अलावा जो ट्रेनें दोपहर 2 बजे के बाद और अगली सुबह 5 बजे से पहले चलेंगी, उनके लिए पहला रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन खुलने से आठ घंटे पहले बनेगा। ये बदलाव धीरे-धीरे लागू किए जाएंगे।

वेटिंग लिस्‍ट की लिमिट बढ़ी 
AC वेटिंग लिस्‍ट की सीमा 25 फीसदी से बढ़ाकर 60 फीसदी की गई है। यह फैसला यात्रियों की असुविधा और क्षमता के कम उपयोग की रिपोर्ट के बाद लिया गया है। वहीं नॉन-AC वेटिंग लिस्‍ट और सेकेंड क्‍लास कोच के लिए वेटिंग लिस्‍ट की सीमा को कुछ बर्थ क्षमता के 30 फीसदी तक संशोधित किया गया है।

तत्‍काल बुकिंग के लिए आधार जरूरी
अगर आप तत्‍काल टिकट बुकिंग करने जा रहे हैं तो अब 1 जुलाई से, सभी तत्काल बुकिंग, चाहे ऑनलाइन हो या पीआरएस काउंटर पर, परआधार से जुड़ी यूजर आईडी का उपयोग करना जरूरी है। बिना आधार अथेंटिफिकेशन के आप तत्‍काल‍ टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। 15 जुलाई से, बुकिंग पूरी करने के लिए यात्री के आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर भेजा गया ओटीपी भी अनिवार्य होगा।

टाइमिंग में बदलाव 
बल्‍क बुकिंग को कम करने और यात्रियों को बेहतर सुविधा के लिए एजेंटों को हर दिन खिड़की खुलने के बाद पहले 30 मिनट तक तत्‍काल टिकट बुक करने से रोक दिया जाएगा. 30 मिनट बाद ही एजेंट तत्‍काल टिकट की बुकिंग कर पाएंगे।
किराये में बढ़ोतरी
लंबी दूरी के रूट पर मामूली किराया बढ़ोतरी की गई है। रेलवे ने मामूली किराया बढ़ोतरी का ऐलान किया है, जो 2020 के बाद पहली बार है। नॉन-AC मेल या एक्‍सप्रेस ट्रेनों के किराये में 0.01 रुपये प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी. जबकि एसी कोच के लिए किराये में 0.02 रुपये प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी होगी। सेकेंड क्‍लास में 500 किलोमीटर तक टिकट की बुकिंग नहीं होगी। मंथली सीजन पास में भी बढ़ोतरी नहीं की गई है।

रेलवे ने कहा, यात्रियों को होगा फायदा
इस नए नियम से उन यात्रियों को बहुत फायदा होगा जिनकी टिकट वेटिंग लिस्ट में है। उन्हें अपनी टिकट की स्थिति के बारे में पहले ही पता चल जाएगा। इससे उन्हें यात्रा की योजना बनाने में मदद मिलेगी। यह उन यात्रियों के लिए भी बहुत अच्छा है जो दूरदराज के इलाकों या बड़े शहरों के बाहरी इलाकों से लंबी दूरी की ट्रेनों में सफर करते हैं। रेलवे मंत्रालय ने कहा कि अगर वेटिंग लिस्ट वाली टिकट कंफर्म नहीं होती है, तो यात्रियों को दूसरे इंतजाम करने के लिए भी ज्यादा समय मिलेगा।

इस नियम में भी होगा बदलाव
रेलवे ने यात्रियों के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है। दिसंबर तक यात्री आरक्षण प्रणाली (PRS) को पूरी तरह से बदलने की योजना है। नई PRS प्रणाली से हर मिनट 1.5 लाख टिकट बुक हो सकेंगे। अभी सिर्फ 32,000 टिकट ही बुक हो पाते हैं। इसका मतलब है कि अब टिकट बुकिंग की क्षमता लगभग पांच गुना बढ़ जाएगी।

नई प्रणाली में टिकट की जानकारी लेने की क्षमता भी 10 गुना बढ़ जाएगी। अभी हर मिनट 4 लाख लोग जानकारी ले पाते हैं, लेकिन नई प्रणाली में 40 लाख से ज्यादा लोग जानकारी ले सकेंगे। इसके अलावा, यह प्रणाली कई भाषाओं में उपलब्ध होगी और इसका इस्तेमाल करना भी आसान होगा।

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