घटनास्थल पर रेलमंत्री के सामने ममता बनर्जी ने कहा ‘ट्रेन में एंटी कॉलिजन सिस्टम नहीं था’

-ममता ने कहा,यह रेल हादसा इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है। -ओडिशा सीएम ने राजकीय शोक की घोषणा की -ओडिशा ट्रेन हादसे पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जताया शोक नई दिल्ली। रेल हादसे के बाद घटनास्थल पर राजनेताओं का दौरा जारी है।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे वाली जगह पर पहुंचीं हैं। ममता बनर्जी ने पहले ही कह दिया है कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए। ममता बनर्जी ने कहा कि 'ट्रेन में एंटी कॉलिजन सिस्टम नहीं था' इस वजह से हादसा हुआ हो सकता है। घटनास्थल पर रेलमंत्री के सामने ममता बनर्जी ने यह बात कही। ममता बोंली कि यह रेल हादसा इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। राहुल और प्रियंका गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से रेस्क्यू में मदद करने की अपील की। वीआईपी मूवमेंट ने अस्पताल में व्यवस्थाएं बिगाड़ दी हैं घटनास्थल से लेकर हॉस्पिटल तक अफरा-तफरी का माहौल है। अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा है तो पोस्टमॉर्टम हाउस में लाशों का ढेर। लोग अपनों को ढूंढ रहे हैं। कई घायलों को घर वापस ले जाना चाहते हैं तो कोई अपनों के शव ले जाना चाहता है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओडिशा पहुंच रहे हैं। वह बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल और कटक के उस अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी यहां पहुंचने का ऐलान किया है। इससे पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे। इन वीआईपी मूवमेंट ने अस्पताल में व्यवस्थाएं बिगाड़ दी हैं। लोग परेशान हो रहे हैं। ब्लड डोनेट करने के लिए लगी लंबी लाइन इस ट्रेन हादसे का शिकार हुए कई लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है। ऐसे में स्थानीय लोग ब्लड डोनेट करने के लिए पहुंच चुके हैं। नतीजतन ब्लड डोनेट करने वालों की लंबी कतार लग गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह दुर्घटना से व्यथित हैं, और स्थिति का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया।'' ओडिशा ट्रेन हादसे पर पुतिन ने जताया शोक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ओडिशा में हुई घातक ट्रेन दुर्घटना पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक संदेश में अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, 'इस दुखद दुर्घटना में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।' मुआवजे का ऐलान इसी के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा की ट्रेन दुर्घटना को लेकर मुआवजे की घोषणा की है। वैष्णव ने ट्वीट किया है - ओडिशा में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन हादसे में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर घायलों को दो लाख रुपये और मामूली घायलों को 50,000 रुपये की मदद दी जाएगी। साथ ही पीएम मोदी ने मृतक के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000-50,000 रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि राहत अभियान में मदद के लिए एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल के साथ-साथ कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना किया गया है, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने ट्वीट किया, “अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर के डॉक्टरों की दो टीम राहत अभियान में मदद के लिए बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल और कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना की गई हैं, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “हम कीमती जिंदगियों को बचाने के लिए इस भीषण रेल दुर्घटना के पीड़ितों को सभी आवश्यक सहायता और चिकित्सकीय मदद मुहैया करा रहे हैं।” ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में कम से कम 261 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक यात्री घायल हो गए. ओडिशा सीएम ने राजकीय शोक की घोषणा की ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्रेन हादसे के बाद राज्य दिवस समारोह रद्द करते हुए एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। ट्रेन हादसे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज ओडिशा का दौरा कर सकती हैं। रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम के अनुसार, रेल हादसा होने के बाद कम से कम 13 ट्रेनें या तो डायवर्ट की गई हैं या फिर रद्द कर दी गई हैं। मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द ओडिशा में रेल हादसा होने पर शनिवार की सुबह होने वाला मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द कर दिया गया है। इस ट्रेन को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाने वाले थे। समारोह सुबह साढ़े दस बजे होना था। BMC की टीम भी मदद करने में जुटी बीएमसी की टीम भी लोगों की मदद करने में जुटी है. भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के यात्री जो होटल / लॉज का खर्च नहीं उठा सकते, उन्हें बीएमसी के SUH में आश्रय दिया जा रहा है। मालूम हो कि रेल मंत्रालय देश भर में एक टक्कर रोधी टेक्नोलॉजी ‘कवच’ स्थापित करने की प्रक्रिया में है। कवच अलर्ट करता है जब एक ट्रेन सिग्नल को पार करती है (सिग्नल पास एट डेंजर – SPAD), जो ट्रेन टक्करों का प्रमुख कारण है. यह टेक्नोलॉजी ट्रेन के ड्राइवर को सतर्क कर सकता है, ब्रेक को नियंत्रित कर सकता है और उसी ट्रैक पर दूसरी ट्रेन को नोटिस करने पर ट्रेन को रोक सकता है। कोरोमंडल एक्सप्रेस के सबसे अधिक प्रभावित हिस्से स्लीपर क्लास के डिब्बे थे, जो आमतौर पर छुट्टियों के दौरान भरे हुए होते हैं। यहां तक कि गैर-आरक्षित यात्री भी अंदर जाते हैं।

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-ममता ने कहा,यह रेल हादसा इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है। 

-ओडिशा सीएम ने राजकीय शोक की घोषणा की

-ओडिशा ट्रेन हादसे पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जताया शोक

नई दिल्ली। रेल हादसे के बाद घटनास्थल पर राजनेताओं का दौरा जारी है।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे वाली जगह पर पहुंचीं हैं।  ममता बनर्जी ने पहले ही कह दिया है कि इस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए।  ममता बनर्जी ने कहा कि ‘ट्रेन में एंटी कॉलिजन सिस्टम नहीं था’ इस वजह से हादसा हुआ हो सकता है। घटनास्थल पर रेलमंत्री के सामने ममता बनर्जी ने यह बात कही। ममता बोंली कि यह रेल हादसा इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है। हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।  राहुल और प्रियंका गांधी ने भी हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से रेस्क्यू में मदद करने की अपील की।

वीआईपी मूवमेंट ने अस्पताल में व्यवस्थाएं बिगाड़ दी हैं

घटनास्थल से लेकर हॉस्पिटल तक अफरा-तफरी का माहौल है। अस्पतालों में मरीजों का तांता लगा है तो पोस्टमॉर्टम हाउस में लाशों का ढेर। लोग अपनों को ढूंढ रहे हैं। कई घायलों को घर वापस ले जाना चाहते हैं तो कोई अपनों के शव ले जाना चाहता है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ओडिशा पहुंच रहे हैं। वह बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल और कटक के उस अस्पताल का दौरा करेंगे, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी यहां पहुंचने का ऐलान किया है। इससे पहले ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे। इन वीआईपी मूवमेंट ने अस्पताल में व्यवस्थाएं बिगाड़ दी हैं। लोग परेशान हो रहे हैं।

ब्लड डोनेट करने के लिए लगी लंबी लाइन

इस ट्रेन हादसे का शिकार हुए कई लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है। ऐसे में स्थानीय लोग ब्लड डोनेट करने के लिए पहुंच चुके हैं।  नतीजतन ब्लड डोनेट करने वालों की लंबी कतार लग गई है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह दुर्घटना से व्यथित हैं, और स्थिति का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया।”

ओडिशा ट्रेन हादसे पर पुतिन ने जताया शोक

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ओडिशा में हुई घातक ट्रेन दुर्घटना पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक संदेश में अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने अपने संदेश में लिखा, ‘इस दुखद दुर्घटना में जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति हमारी संवेदनाएं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।’

मुआवजे का ऐलान

इसी के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा की ट्रेन दुर्घटना को लेकर मुआवजे की घोषणा की है। वैष्णव ने ट्वीट किया है – ओडिशा में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन हादसे में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर घायलों को दो लाख रुपये और मामूली घायलों को 50,000 रुपये की मदद दी जाएगी। साथ ही पीएम मोदी ने मृतक के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000-50,000 रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शनिवार को कहा कि राहत अभियान में मदद के लिए एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टरों को ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल के साथ-साथ कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना किया गया है, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने ट्वीट किया, “अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भुवनेश्वर के डॉक्टरों की दो टीम राहत अभियान में मदद के लिए बालासोर में ट्रेन दुर्घटनास्थल और कटक के उस अस्पताल के लिए रवाना की गई हैं, जहां घायलों का इलाज किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “हम कीमती जिंदगियों को बचाने के लिए इस भीषण रेल दुर्घटना के पीड़ितों को सभी आवश्यक सहायता और चिकित्सकीय मदद मुहैया करा रहे हैं।”

ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में कम से कम 261 लोगों की मौत हो गई और 900 से अधिक यात्री घायल हो गए.

ओडिशा सीएम ने राजकीय शोक की घोषणा की

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्रेन हादसे के बाद राज्य दिवस समारोह रद्द करते हुए एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।  ट्रेन हादसे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज ओडिशा का दौरा कर सकती हैं। रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम के अनुसार, रेल हादसा होने के बाद कम से कम 13 ट्रेनें या तो डायवर्ट की गई हैं या फिर रद्द कर दी गई हैं।

मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द

ओडिशा में रेल हादसा होने पर शनिवार की सुबह होने वाला मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द कर दिया गया है। इस ट्रेन को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाने वाले थे। समारोह सुबह साढ़े दस बजे होना था।

BMC की टीम भी मदद करने में जुटी

बीएमसी की टीम भी लोगों की मदद करने में जुटी है. भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के यात्री जो होटल / लॉज का खर्च नहीं उठा सकते, उन्हें बीएमसी के SUH में आश्रय दिया जा रहा है।

मालूम हो कि रेल मंत्रालय देश भर में एक टक्कर रोधी टेक्नोलॉजी ‘कवच’ स्थापित करने की प्रक्रिया में है। कवच अलर्ट करता है जब एक ट्रेन सिग्नल को पार करती है (सिग्नल पास एट डेंजर – SPAD), जो ट्रेन टक्करों का प्रमुख कारण है. यह टेक्नोलॉजी ट्रेन के ड्राइवर को सतर्क कर सकता है, ब्रेक को नियंत्रित कर सकता है और उसी ट्रैक पर दूसरी ट्रेन को नोटिस करने पर ट्रेन को रोक सकता है। कोरोमंडल एक्सप्रेस के सबसे अधिक प्रभावित हिस्से स्लीपर क्लास के डिब्बे थे, जो आमतौर पर छुट्टियों के दौरान भरे हुए होते हैं। यहां तक कि गैर-आरक्षित यात्री भी अंदर जाते हैं।

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