-‘बिहार में पलटीमार नहीं, लाठीमार सरकार है’। छात्र अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए बहुत ही अमानवीय स्थिति में रहते हैं और संघर्ष करते हैं, लेकिन जब नौकरी का नंबर आता है तो उनके साथ अन्याय होता है।
नई दिल्ली/पटना। बिहार में अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की घटना को लेकर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार की NDA सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा है कि बिहार में नौकरियों का अंबार होना चाहिए, लेकिन वहां लाठियों की बौछार है। पटना में अभ्यर्थियों पर पुलिस ने फिर से बर्बर लाठीचार्ज किया है। हमारे लिए ये बेहद दुखद और चिंता का विषय है। हम उसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं।
कन्हैया ने आगे कहा कि यह पहला मामला नहीं है। पहले भी कई बार अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया है। यह सब इसलिए भी हो रहा है, क्योंकि डबल इंजन की फर्जी सरकार अहंकार में है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है बिहार में लाठीचार्ज की घटना की निष्पक्ष और न्यायिक जांच हो और जो भी अधिकारी दोषी हों, उन पर कार्रवाई की जाए। BPSC का ऑडिट हो, क्योंकि इस संस्था पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
गड़बड़ी पर सवाल
बिहार में अभी भी ग्रेजुएशन 5 साल में होता है। प्रदेश में हर बहाली में गड़बड़ी होती है और यह सब सरकार की शह के बिना कैसे संभव है? BPSC छात्रों की मांग सुनती नहीं है। बिहार में TRE-3 का एग्जाम हुआ, रिजल्ट आया तो उसकी गड़बड़ी पर सवाल हुए। इसमें एक ही व्यक्ति का सिलेक्शन कई जगह हो गया। छात्रों ने सवाल किया कि एक व्यक्ति का कई जगह सिलेक्शन क्यों किया जा रहा है। उसके बदले मेरिट में आए लोगों को बहाली का मौका दिया जाए, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि बिहार में छात्रों की मांग को सुना तक नहीं जाता। उनके साथ बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा लगातार अन्याय हो रहा है। बिहार में लगभग 4 लाख पद खाली हैं और 2 लाख पद अकेले शिक्षा विभाग में खाली हैं। छात्र अपना भविष्य बेहतर बनाने के लिए बहुत ही अमानवीय स्थिति में रहते हैं और संघर्ष करते हैं, लेकिन जब नौकरी का नंबर आता है तो उनके साथ अन्याय होता है। उन्होंने कहा कि बिहार में पलायन, रोजगार और शिक्षा की स्थिति बहुत ही अहम मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी छात्र हितों के लिए उनके साथ मजबूती से खड़ी है।
‘बिहार में पलटीमार नहीं, लाठीमार सरकार है’
कन्हैया कुमार ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के लिए ‘डबल इंजन’ की फर्जी सरकार जिम्मेवार है। बिहार के युवाओं को नौकरी चाहिए, लाठी नहीं! बिहार सरकार ‘पलटीमार’ से ‘लाठीमार’ बन चुकी है। सरकार यदि युवाओं की आवाज नहीं सुनेगी तो याद रखे कि लोकतंत्र में लाठी का जवाब वोट से मिलेगा और जनतंत्र को लाठीतंत्र नहीं बनने दिया जाएगा।
कन्हैया कुमार ने उठाए ये मुद्दे
-बिहार में 4 लाख सरकारी पर रिक्त हैं।
-बिहार के छात्रों पर लाठीचार्ज दुर्भाग्यपूर्ण।
-बिहार के विश्वविद्यालयों में अब भी पंचवर्षीय योजना चल रही है।
-बिहार में हर बहाली में गड़बड़ी होती है।
-देशभर में किसी भी परीक्षा में गड़बड़ी हो, उसका तार बिहार से क्यों जुड़ता है?
-बिहार सरकार कोई जिम्मेदारी नहीं ले रही है, लाठीचार्ज के लिए दोषी अफसरों पर कार्रवाई हो।
-बीपीएससी का ऑडिट होना बेहद जरूरी है।