पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुए आतंकी हमले की भारत ने कड़ी निंदा की

नई दिल्ली। पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुए आतंकी हमले की भारत ने मंगलवार को कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई। सोमवार को हुए इस हमले में 93 लोग मारे गये थे और 200 से अधिक घायल हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत हमले में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। बागची ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत पेशावर में कल हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। कई लोगों की जान लेने वाले इस हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं।'' आपको बता दें कि पाकिस्तान में एक मस्जिद में सोमवार को नमाज के दौरान हुए आत्मघाती हमले में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 90 हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, हमलावर दोपहर की नमाज के समय अग्रिम पंक्ति में था जब उसने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया। विस्फोट में मस्जिद के इमाम मौलाना साहिबजादा नूरुल अमीन की भी मौत हो गई। ‘रेडियो पाकिस्तान' ने मंगलवार को एक खबर में कहा, ‘‘पेशावर विस्फोट में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है और अब भी मलबा हटाने का काम जारी है। '' पेशावर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, 200 से अधिक घायलों को लेडी रीडिंग अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से करीब 100 का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि अन्य को छुट्टी दे दी गई है। खबर के अनुसार, बचाव दलों के मंगलवार भोर से पहले मस्जिद के मलबे से और शव निकालने के बाद मृतक संख्या बढ़ गई। इससे पहले लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम ने बताया था कि विस्फोट के बाद 157 घायलों को अस्पताल लाया गया। पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी हमले पर दुख जताया। पिछले साल शहर के कोचा रिसलदार इलाके में एक शिया मस्जिद में ऐसे ही हमले में 63 लोगों की जान चली गयी थी। TTP पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्षविराम से पीछे हट गया है और उसने अपने आतंकवादियों को देशभर में आतंकवादी हमला करने का हुक्म जारी किया है। उस पर 2009 में सेना मुख्यालय, सैन्य अड्डों पर हमले, 2008 में मैरिएट होटल में बम विस्फोट समेत कई घातक हमलों में शामिल होने का आरोप है। इसे अल कायदा का करीबी बताया जाता है।

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के पेशावर शहर में हुए आतंकी हमले की भारत ने मंगलवार को कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना जताई। सोमवार को हुए इस हमले में 93 लोग मारे गये थे और 200 से अधिक घायल हुए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत हमले में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। बागची ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारत पेशावर में कल हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। कई लोगों की जान लेने वाले इस हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं।”

आपको बता दें कि पाकिस्तान में एक मस्जिद में सोमवार को नमाज के दौरान हुए आत्मघाती हमले में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 90 हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।  सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, हमलावर दोपहर की नमाज के समय अग्रिम पंक्ति में था जब उसने विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया।  विस्फोट में मस्जिद के इमाम मौलाना साहिबजादा नूरुल अमीन की भी मौत हो गई।

‘रेडियो पाकिस्तान’ ने मंगलवार को एक खबर में कहा, ‘‘पेशावर विस्फोट में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है और अब भी मलबा हटाने का काम जारी है। ” पेशावर पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार, 200 से अधिक घायलों को लेडी रीडिंग अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से करीब 100 का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जबकि अन्य को छुट्टी दे दी गई है। खबर के अनुसार, बचाव दलों के मंगलवार भोर से पहले मस्जिद के मलबे से और शव निकालने के बाद मृतक संख्या बढ़ गई। इससे पहले लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद आसिम ने बताया था कि विस्फोट के बाद 157 घायलों को अस्पताल लाया गया।

पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी हमले पर दुख जताया। पिछले साल शहर के कोचा रिसलदार इलाके में एक शिया मस्जिद में ऐसे ही हमले में 63 लोगों की जान चली गयी थी। TTP पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्षविराम से पीछे हट गया है और उसने अपने आतंकवादियों को देशभर में आतंकवादी हमला करने का हुक्म जारी किया है। उस पर 2009 में सेना मुख्यालय, सैन्य अड्डों पर हमले, 2008 में मैरिएट होटल में बम विस्फोट समेत कई घातक हमलों में शामिल होने का आरोप है। इसे अल कायदा का करीबी बताया जाता है।

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