ऑपरेशन सिंदूर में बॉर्डर एक और दुश्मन तीन थे – डिप्टी आर्मी चीफ

चीन ने पाकिस्तान को हथियार दिए और हमें हथियारों की टेस्टिंग के लिए लैब की तरह इस्तेमाल किया। चीन हमारे हर रणनीतिक कदम की लाइव अपडेट पाकिस्तान के साथ शेयर कर रहा था। तुर्किये ने बैरेक्टर समेत दूसरे ड्रोन दिए। इनका इस्तेमाल हमारे खिलाफ भी किया गया।'

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-पाकिस्तान को चीन ने हथियार और लाइव डेटा दिया, तुर्किए ने ड्रोन मुहैया कराए

नई दिल्ली (एजेंसी) ऑपरेशन सिन्दूर को लेकर भारत सरकार ने देश को लगातार बरगला रही है। नागरिक सरकार से बार -बार पूछ रहे हैं कि पहलगाम के आतंकी अभी तक क्यों नहीं पकड़े गए ? इस प्रश्न के जबाब में सरकारी तंत्र मौन साध ले रहा है। अब डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने शुक्रवार को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के वक्त बॉर्डर एक और दुश्मन तीन थे। पाकिस्तान मोर्चे पर था। चीन और तुर्किए हथियार और बाकी दूसरे सपोर्ट मुहैया करा रहे थे।

उन्होंने बताया, चीन ने पाकिस्तान को हथियार दिए और हमें हथियारों की टेस्टिंग के लिए लैब की तरह इस्तेमाल किया। चीन हमारे हर रणनीतिक कदम की लाइव अपडेट पाकिस्तान के साथ शेयर कर रहा था। तुर्किये ने बैरेक्टर समेत दूसरे ड्रोन दिए। इनका इस्तेमाल हमारे खिलाफ भी किया गया।’

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लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने यह बात नई दिल्ली में फिक्की के ‘न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीस’ इवेंट में बताई। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर ने हमें कई महत्वपूर्ण सबक सिखाए। यह एक ऐसा संघर्ष था, जिसने मॉडर्न वॉरफेयर की कठिनाइयों को उजागर किया। इसलिए अब हमें और मजबूत एयर डिफेंस चाहिए।

लीडरशिप का संदेश

लेफ्टिनेंट जनरल बोले- पिछले युद्धों की तरह दर्द बर्दाश्त नहीं कर सकते थे। लीडरशिप का संदेश साफ था। जिस तरह से हमने कुछ साल पहले बर्दाश्त किया, उस तरह से दर्द को सहने की कोई गुंजाइश नहीं थी। टारगेट की प्लानिंग और सिलेक्शन बहुत सारे डेटा पर बेस्ड था। इसलिए कुल 21 टारगेट की पहचान की गई, जिनमें से 9 को निशाना बनाना समझदारी समझी गई। लास्ट मोमेंट पर इन नौ लक्ष्यों पर निशाना लगाने का फैसला लिया गया।

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पूरे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एयर डिफेंस और उसका ऑपरेशन कैसे हुआ, यह बेहद अहम था। इस बार, हमारे पॉपुलेशन सेंटर पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन अगली बार, हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। और इसके लिए ज्यादा से ज्यादा एयर डिफेंस सिस्टम, काउंटर-रॉकेट आर्टिलरी ड्रोन जैसे सिस्टम तैयार करने होंगे। हमें बहुत तेजी से आगे बढ़ना होगा। हम इजराइल को देख रहे हैं। उनके पास आयरन डोम हैं। दूसरे एयर डिफेंस सिस्टम हैं। हमारे पास वैसी सुविधाएं नहीं है क्योंकि हमारा देश विशाल है। और ऐसी चीजों पर बहुत पैसा खर्च होता है। इसलिए हमें फिर से अपनी तैयारी और सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है।

पहलगाम हमले का जवाब था ऑपरेशन सिंदूर

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने 26 टूरिस्ट्स की हत्या की थी। 7 मई को भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। दोनों देशों के बीच 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी।

1 मई को तिल्ला फील्ड फायरिंग रेंज पहुंचे पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने टैंक पर खड़े होकर कहा- भारत की किसी भी सैन्य हिमाकत का तुरंत और उससे भी बड़ा जवाब दिया जाएगा। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने भी कहा था कि उनके पास पुख्ता खुफिया जानकारी है कि भारत कुछ दिनों में हमला करेगा। ऐसे किसी भी दुस्साहस का हर हाल में जोरदार जवाब दिया जाएगा।

 

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