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मैं बीजेपी में परेशान था, इसलिए पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं – पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जय नारायण व्यास
-गुटबाजी की वजह से गुजरात में बीजेपी की स्थिति खराब हो गई है।
–अध्यक्ष हमेशा गुटबाजी में शामिल रहते हैं। संगठन का काम जोड़ना होता है और वो तोड़ रहे हैं।
अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने पार्टी छोड़ दी है। गुजरात के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के 4 बार के विधायक अनुभवी नेता जय नारायण व्यास ने BJP की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि गुटबाजी की वजह से गुजरात में बीजेपी की स्थिति खराब हो गई है। व्यास, सिद्धपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे। विधानसभा चुनाव के समय में अनुभवी नेता का इस्तीफा बीजेपी के लिए हानिकारक माना जा रहा है। आपको बता दें कि 182 सीटों वाली विधानसभा का चुनाव दो चरणों में होगा। पहले चरण के तहत 1 दिसंबर और दूसरे चरण के तहत 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे।
बीजेपी छोड़ने का कारण
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व्यास ने कहा, ‘मैं बीजेपी में परेशान था। इसलिए पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। जयनारायण व्यास ने गुजरात बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल पर आरोप लगाया है कि वो संगठन को तोड़ने का काम कर रहे हैं। व्यास ने कहा कि अध्यक्ष हमेशा गुटबाजी में शामिल रहते हैं। संगठन का काम जोड़ना होता है और वो तोड़ रहे हैं। कांग्रेस या आम आदमी पार्टी में शामिल होने का भी मैंने अपने लिए सभी विकल्प खुला रखा है। मैं सिद्धपुर विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा।’ इस्तीफे के पत्र में जय नारायण व्यास ने निजी कारणों को वजह बताया है।
व्यास के पार्टी छोड़ने पर गुजरात बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि वह 32 साल तक भाजपा के साथ रहे और पिछले 10 सालों में दो बार चुनाव हारे हैं। फिर भी BJP ने उन्हें टिकट दिया। इस बार पार्टी ने 75 साल से अधिक उम्र के उम्मीदवारों को टिकट नहीं देने का फैसला किया है। यही उनके इस्तीफे की वजह हो सकती है।
कुछ दिन पहले ही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जय नारायण व्यास की मुलाकात हुई थी, जो कांग्रेस की ओर से गुजरात के विशेष चुनाव अधिकारी हैं, तभी से इस तरह के कयास लग रहे थे कि वो BJP छोड़ कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। देखना ये होगा कि लंबे वक्त से BJP में किनारे रखे गए जयनारायण व्यास कांग्रेस या आम आदमी पाटी में किसका हाथ थामते हैं?
कांग्रेस के एक नेता ने माना है कि जय नारायण व्यास की पार्टी नेतृत्व से बात चल रही है। उनका कहना है कि सिद्धपुर विधानसभा सीट से जय नारायण व्यास टिकट चाहते हैं और इसके लिए पार्टी से संपर्क में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे में यह बात सामने आई है कि अब भी वह सिद्धपुर विधानसभा सीट से सबसे लोकप्रिय नेता हैं। 2007 में सिद्धपुर से कांग्रेस के बलवंत सिंह राजपूत को हराने के बाद उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया था। वह फैमिली वेलफेयर ऐंड हेल्थ मिनिस्टर थे।
आम आदमी पार्टी के सूत्रों का भी कहना है कि व्यास से बात चल रही है। यदि बात सफल होती है तो व्यास को पार्टी में शामिल किया जा सकता है। सरदार सरोवर डैम प्रोजेक्ट का भी वह नेतृत्व कर चुके हैं। कहा जा रहा है कि वह भाजपा में टिकट की उम्मीद नहीं कर रहे थे। पार्टी छोड़ने की यह भी एक वजह है। जय नारायण व्यास सिद्धपुर से 7 बार चुनाव लड़ चुके हैं और 4 बार जीत हासिल कर चुके हैं। हालांकि 2017 में वह इस सीट से हार गए थे और कांग्रेस के चंदाजी ठाकोर ने जीत हासिल की थी। अब देखना होगा कि उन्हें कांग्रेस से मौका मिलता है या फिर वह आम आदमी पार्टी में शामिल होते हैं।
गुजरात में वर्तमान में कुल 4.90 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 2.53 करोड़ पुरुष, 2.37 करोड़ महिला और 1,417 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। 3.24 लाख नए वोटर हैं। मतदान के लिए कुल 51,782 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, 182 मॉडल पोलिंग स्टेशन होंगे। 50 फीसदी मतदान केंद्रों का लाइव प्रसारण किया जाएगा। 33 पोलिंग बूथों पर युवा पोलिंग टीम होगी।
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को समाप्त हो रहा है। गुजरात में कुल 182 सीटें हैं और बहुमत का आंकड़ा 92 है। 182 में से 13 विधानसभा क्षेत्र अनुसूचित जाति के प्रत्याशियों के लिए आरक्षित हैं, तथा 27 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रखी गई हैं।