मैं नफरत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोलने आया हूं- राहुल गांधी

'भारत जोड़ो यात्रा' आज दौसा से अलवर पहुंच गई है। मालाखेड़ा में राहुल गांधी ने यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे बीजेपी वाले बुरे नहीं लगते। मैं रास्ते में जाता हूं तो वो पूछते हैं कि मैं कर क्या रहा हूं? मैं उनको जवाब देता हूं कि हमारा देश मोहब्बत का है, मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं। राहुल गांधी ने कहा कि मैं कई बार यात्रा के दौरान बीजेपी के दफ्तर के सामने से भी निकला। वे हाथ बांधकर खड़े रहते हैं। हाथ हिलाकर अभिवादन नहीं करना चाहते, क्योंकि कार्यकर्ताओं को मना है। मैं उन्हें हाथ हिलाकर अभिवादन करता हूं। आइए आप भी बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलिए। महात्मा गांधी, बाबा साहब अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल सभी ने मोहब्बत की दुकान खोली थी। मैं बीजेपी से नफरत नहीं करता। उनकी विचारधारा के खिलाफ जरूर बोलता हूं और लड़ता हूं। अशोक गहलोत को अंग्रेजी स्कूल खोलने को लेकर प्रशंसा की। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह संख्या अभी कम है। इसे और बढ़ाने की जरूरत है। राज्य में सिर्फ 1700 इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं। इसकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर बीजेपी नेताओं पर भी निशाना साधा। राहुल ने कहा कि अमित शाह के बच्चे अंग्रेजी स्कूल में पढ़ें और गरीब के बच्चे हिंदी स्कूल जाए। यह कैसा न्याय है। बीजेपी वाले नेता जहां भी जाते हैं वहां पर अंग्रेजी भाषा का विरोध करते हैं, वह कहते हैं हिंदी पढ़ो बंगाली पढ़ो कोई दूसरी भाषा पढ़ लो, लेकिन अंग्रेजी मत पढ़ों।

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-अंग्रेजी के खिलाफ बोलने वाले अमित शाह और अन्‍य BJP नेताओं के बच्चे इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ते हैं।

अलवर। भारत जोड़ो यात्रा आज दौसा से अलवर पहुंच गई है। मालाखेड़ा में राहुल गांधी ने यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे बीजेपी वाले बुरे नहीं लगते। मैं रास्ते में जाता हूं तो वो पूछते हैं कि मैं कर क्या रहा हूं? मैं उनको जवाब देता हूं कि हमारा देश मोहब्बत का है, मैं नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं।

राहुल गांधी ने कहा कि मैं कई बार यात्रा के दौरान बीजेपी के दफ्तर के सामने से भी निकला। वे हाथ बांधकर खड़े रहते हैं। हाथ हिलाकर अभिवादन नहीं करना चाहते, क्योंकि कार्यकर्ताओं को मना है। मैं उन्हें हाथ हिलाकर अभिवादन करता हूं। आइए आप भी बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलिए। महात्मा गांधी, बाबा साहब अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल सभी ने मोहब्बत की दुकान खोली थी। मैं बीजेपी से नफरत नहीं करता। उनकी विचारधारा के खिलाफ जरूर बोलता हूं और लड़ता हूं।

अशोक गहलोत को अंग्रेजी स्कूल खोलने को लेकर प्रशंसा की। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह संख्या अभी कम है। इसे और बढ़ाने की जरूरत है। राज्य में सिर्फ 1700 इंग्लिश मीडियम स्कूल हैं। इसकी संख्या बढ़ाने की जरूरत है। राहुल गांधी ने अंग्रेजी भाषा को लेकर बीजेपी नेताओं पर भी निशाना साधा। राहुल ने कहा कि अमित शाह के बच्चे अंग्रेजी स्कूल में पढ़ें और गरीब के बच्चे हिंदी स्कूल जाए। यह कैसा न्याय है। बीजेपी वाले नेता जहां भी जाते हैं वहां पर अंग्रेजी भाषा का विरोध करते हैं, वह कहते हैं हिंदी पढ़ो बंगाली पढ़ो कोई दूसरी भाषा पढ़ लो, लेकिन अंग्रेजी मत पढ़ों।

मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हिंदुस्तान की हर भाषा पढ़ो, क्योंकि आप जब अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस जाएंगे तो वहां अंग्रेजी भाषा में ही बात करनी होगी। इसलिए राजस्थान के सभी बच्चों को अंग्रेजी भाषा सीखने का मौका मिलना चाहिए। उन्हें यह ऐहसास हो कि वह दुनिया में कही भी जाएं तो अंग्रेजी में बात करने से घबराए नहीं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को “अंग्रेजी के खिलाफ बोलने” के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य बीजेपी नेताओं पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि वे स्कूलों में शिक्षण माध्यम के रूप में अंग्रेजी के इस्तेमाल का विरोध करते हैं, लेकिन उनके बच्चे ऐसे स्कूलों में पढ़ते हैं। उन्होंने कहा, “हमारे विरोधी नेता, बीजेपी में जो लोग जाते हैं, वे अंग्रेजी के खिलाफ बात करते हैं। वे कहते हैं कि स्कूलों में अंग्रेजी नहीं होनी चाहिए।

बंगाली और हिंदी होनी चाहिए, लेकिन अंग्रेजी नहीं होनी चाहिए।” गांधी ने लोगों से आग्रह किया कि वे इन नेताओं से पूछें कि उनके बच्चे कहां पढ़ते हैं। उन्होंने कहा, “अमित शाह से लेकर उनके मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक- उनके बच्चे अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में जाते हैं और वे भाषण देते हैं कि किसी को अंग्रेजी में नहीं बोलना चाहिए।”

पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता नहीं चाहते कि गरीब किसानों और मजदूरों के बच्चे अंग्रेजी सीखें क्योंकि वे नहीं चाहते कि वे बड़े सपने देखें। उन्होंने कहा, “वे क्या चाहते हैं कि आप अपने खेतों से श्रम करने से बाहर न हों – इसलिए वे कहते हैं कि अंग्रेजी मत सीखो।”

राहुल गांधी ने कहा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हिंदी मत पढ़ो। तुम्हें हिंदी, तमिल और सभी भारतीय भाषाओं का अध्ययन करना चाहिए। लेकिन अगर तुम दुनिया से बात करना चाहते हो, चाहे वह अमेरिका, जापान या इंग्लैंड से हो, तो हिंदी काम नहीं आएगी, अंग्रेजी काम आएगी।  हम चाहते हैं कि गरीब से गरीब किसान अमेरिका जाए और वहां के बच्चों को उनकी भाषा में प्रतियोगिता में पछाड़ दे।”

असंगठित कामगारों की सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रावधान

राहुल गांधी ने असंगठित कामगारों की सामाजिक सुरक्षा के लिए प्रावधान करने की बात की। उन्होंने आदिवासियों के लिए बने कानून को पूरी तरह लागू करने की भी पैरवी की। राहुल ने बताया कि मैंने दो चीजें इन सड़कों पर सुनी है। वो अशोक गहलोत जी से कहना चाहता हूं।  आदिवासियों को जो हक दिए गए हैं, उन्हें राजस्थान सरकार सौ फीसदी लागू करके दिखा दें। इक्कीसवीं सदी में छोटे- छोटे काम करने वाले गिग वर्कर के बारे में सोचना है। सरकारी कर्मचारी के लिए पेंशन है। लेकिन गिग वर्कर की सामाजिक सुरक्षा के लिए भी सोचना चाहिए।  राहुल गांधी बोले कि ओला, उबर और दूसरे छोटे-छोटे काम करने वाले असंगठित कामगारों की कोई नहीं सोचता है। ऐसे लोगों को सामाजिक सुरक्षा के लिए कुछ काम किया जाना चाहिए।

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