उन्होंने न सिर्फ राहत और बचाव दल की ट्रेन में फंसे हुए लोगों को निकालने में मदद की बल्कि घायलों को चिकित्सा उपलब्ध कराने से लेकर जरूरत पड़ने पर उन्हें खून देने में भी वे पीछे नहीं रहे
नई दिल्ली। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम को हुए भयानक ट्रेन हादसे के बाद स्थानीय लोग प्रशासन के साथ पीड़ितों की मदद में रात भर जुटे रहे। उन्होंने न सिर्फ राहत और बचाव दल की ट्रेन में फंसे हुए लोगों को निकालने में मदद की बल्कि घायलों को चिकित्सा उपलब्ध कराने से लेकर जरूरत पड़ने पर उन्हें खून देने में भी वे पीछे नहीं रहे। पीएम मोदी ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद बालासोर के लोगों की तारीफ की। राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने एक वीडियो संदेश के जरिए ओडिशा के लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा है कि उन्हें राज्य के लोगों पर गर्व है।
नवीन पटनायक ने कहा है कि, ”मुझे ओडिशा के लोगों पर गर्व है, खास तौर पर बालसोर के नागरिकों पर, जिन्होंने इस भीषण ट्रेन हादसे के दौरान मदद की। कल की रात में लोग बड़ी संख्या में दुर्घटना के पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए। मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं। पीड़ितों को खून की जरूरत पड़ने पर ब्लड डोनेशन के लिए लोग आगे आए। इस भीषण त्रासदी की स्थिति में सहायता के लिए आगे आने वाले ओडिशा के लोगों पर मुझे गर्व है।”
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार की शाम को तीन ट्रेनों के टकराने से 288 नागरिकों की मौत हो गई और 800 से अधिक घायल हो गए। शनिवार को PM नरेंद्र मोदी ने ओडिशा का दौरा किया। उन्होंने बालासोर में दुर्घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया और कटक में अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा, “यह एक दर्दनाक घटना है. सरकार घायलों के इलाज के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी। यह एक गंभीर घटना है, इसकी हर तरह से जांच के निर्देश जारी किए गए हैं।”
PM मोदी प्रेस से बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि, ”अनेक राज्यों के नागरिकों ने इस यात्रा में कुछ न कुछ गंवाया है। जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है, यह बहुत बड़ा दर्दनाक और वेदना से भी परे मन को विचलित करने वाला है। जिन परिवार जनों को इंज्युरी हुई है, उनके लिए भी, सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी। जो परिजन हमने खोए हैं, वो वापस नहीं लाय पाएंगे, लेकिन सरकार उनके दुख में, परिजनों के दुख में उनके साथ है।”
उन्होंने कहा कि, ”सरकार के लिए यह घटना अत्यंत गंभीर है। हर प्रकार की जांच के निर्देश दिए गए हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसको सख्त से सख्त सजा हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।” रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति की घोषणा की गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त को बुलाया गया है और दुर्घटना की असली वजह का पता लगाने की कोशिश करने के लिए उनसे भी जांच कराई जाएगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी हालात का जायजा लेने और घायलों से मिलने के लिए ओडिशा का दौरा किया। ममता बनर्जी ने कहा कि ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना ‘‘इस सदी का सबसे बड़ा” रेल हादसा है और सच्चाई का पता लगाने के लिए उचित जांच की आवश्यकता है। बनर्जी ने बचाव अभियान का जायजा लिया। उन्होंने वहां मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से बात भी की।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी आज सुबह बालासोर पहुंचे और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ स्थिति की समीक्षा की।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि बहानगा बाजार स्टेशन की आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी। हावड़ा से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस यहां पटरी से उतर गई। कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन मालगाड़ी पर चढ़ गया। कुल 15 बोगियां डीरेल हुईं और कुछ बोगियां छिटकर तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं। कुछ देर बाद तीसरे ट्रैक पर आ रही हावड़ा-बेंगलुरु दुरंतो ने कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों को टक्कर मार दी।
एयरलाइनों को एक एडवाइजरी
केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भुवनेश्वर आने-जाने के हवाई किराए में किसी भी असामान्य वृद्धि पर नजर रखते हुए एयरलाइनों को एक एडवाइजरी भेजी है। ओडिशा में दुर्भाग्यपूर्ण रेल हादसे के मद्देनजर नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइनों को सलाह दी है कि वे भुवनेश्वर और राज्य के अन्य हवाईअड्डों के हवाई किराए में किसी भी असामान्य वृद्धि की निगरानी करें और इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें।
मंत्रालय ने कहा है कि, इसके अलावा घटना के कारण उड़ानों का कैंसिलेशन या रीशेड्यूलिंग बिना पेनल चार्ज के किया जा सकता है। ओडिशा से उड़ान भरने वाली सभी एयरलाइनों को सलाह दी गई है कि वे राज्य में दुखद रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों के अवशेषों को अन्य राज्यों, जहां के पीड़ित निवासी थे, तक पहुंचाने में उनकी मौजूदा नीति के अनुसार सुविधा देने में सहयोग करें।